वैश्विक स्तर पर अस्थिरता के बीच निवेशकों की सुरक्षित निवेश की मांग बनी हुई है। मंगलवार को ट्रंप ने फार्मास्युटिकल आयात पर नई टैरिफ (शुल्क) लगाने की धमकी दी। अनुमान है कि ये टैरिफ शुरुआत में कम होंगे लेकिन धीरे-धीरे 250% तक बढ़ सकते हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा कि रुपये में भारी गिरावट के चलते घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में अच्छी बढ़त देखी गई।
जानकार कहते हैं कि सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे अमेरिकी डॉलर की मजबूती, टैरिफ संबंधित चिंताओं में कमी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों में गिरावट हैं।
कोटक सिक्योरिटीज की कमोडिटी रिसर्च की सहायक उपाध्यक्ष कायनात चैनवाला ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई शुल्क धमकियों के कारण सोना बढ़कर 3,346 डॉलर प्रति औंस हो गया।
जिंस एक्सचेंज में चांदी वायदा 2,135 रुपये या 1.88 प्रतिशत की तेजी के साथ 1,15,136 रुपये प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में चांदी की कीमतें 37 डॉलर प्रति औंस को पार कर गईं। यह पिछले 13 वर्षों का सबसे ऊंचा स्तर है।
सोने ने मंगलवार को सोमवार के नुकसान की भरपाई की और मज़बूती दिखाई। इसकी वजह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जापान और दक्षिण कोरिया से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाने की योजना है।
सोना में अगले सप्ताह दबाव रहने की संभावना है क्योंकि निवेशक ब्याज दरों पर फेडरल रिजर्व के फैसले का इंतजार कर रहे हैं।
ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर की घोषणा के बाद भू-राजनीतिक चिंताओं में कमी आई। इससे सुरक्षित-पनाहगाह की मांग कम हुई और सोने की कीमतें दो सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गईं।
वैश्विक बाजारों में, ट्रम्प द्वारा ईरान और इज़राइल के बीच युद्ध विराम पर सहमति जताने के बाद जोखिम उठाने की क्षमता में सुधार होने के कारण सोने की कीमतें लगभग दो सप्ताह के निचले स्तर पर आ गईं।
ग्लोबल मार्केट में सोने की कीमत आज कुछ समय के लिए बढ़कर 3,413.80 डॉलर प्रति औंस हो गई, लेकिन उसके बाद इसमें गिरावट आई है।
केडिया एडवाइजरी के निदेशक अजय केडिया को उम्मीद है कि आने वाले महीनों में चांदी सोने के मुकाबले ज्यादा रिटर्न देगी।
चांदी में मजबूत निवेशक मांग, प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले कमजोर डॉलर, भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने और ईवी और सौर क्षेत्रों से मजबूत औद्योगिक मांग के चलते तेजी जारी है।
व्यापारियों ने कहा कि घरेलू मांग में बढ़ोतरी और वैश्विक प्रभावों के चलते चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।
लगातार चौथे सत्र में बढ़त का सिलसिला जारी रखते हुए स्थानीय बाजारों में चांदी आज जोरदार महंगी हो गई। इस तेजी को मजबूत बुनियादी बातों, उच्च औद्योगिक मांग, मुद्रास्फीति हेजिंग और तंग ग्लोबल सप्लाई का समर्थन हासिल है।
व्यापार से जुड़ी लगातार अनिश्चितताओं के चलते बुधवार को सोने में थोड़ा पॉजिटिव रुख दिखा। वैश्विक बाजारों में मजबूत संकेतों के बीच यह रुझान आज देखा गया।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्टील और एल्युमीनियम आयात पर टैरिफ को 25 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की योजना की घोषणा और भू-राजनीतिक मोर्चे पर, रूस-यूक्रेन के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव और मध्य पूर्व में संघर्षों ने सोने की कीमतों को तेज किया है।
सोना खरीदने का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। सोने और चांदी की कीमत में लगातार कमी आ रही है।
सोने की कीमत में आज बड़ी गिरावट आई। सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, आगे भी सोने में गिरावट जारी रह सकती है।
चांदी की कीमत भी 200 रुपये बढ़कर 98,400 रुपये प्रति किलोग्राम हो गईं। पिछले बाजार सत्र में चांदी 98,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
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