सोमवार को, चांदी की कीमतें 10,400 रुपये की बंपर तेजी के साथ 2,14,500 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी।
पिछले हफ्ते शुक्रवार को चांदी की कीमत 3500 रुपये की गिरावट के साथ 2,04,100 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी।
कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच निवेशकों ने आज बड़े पैमाने पर प्रॉफिट बुक किया, जिसकी वजह से आज सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है।
पिछले हफ्ते शुक्रवार को, दिल्ली के सर्राफा बाजार में चांदी की कीमतें 5100 रुपये की जोरदार तेजी के साथ 1,99,500 रुपये प्रति किलो के नए शिखर पर पहुंच गई थी।
आज अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोने-चांदी की कीमतों में मजबूती देखने को मिली। कॉमेक्स (COMEX) पर फरवरी की डिलीवरी वाला सोना 52.2 डॉलर (1.21 प्रतिशत) की तेजी के साथ 4380.5 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
एक्सिस म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को चांदी में संभावित जोखिमों के प्रति सावधान रहने की सलाह दी है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा 25 बेसिस प्वाइंट की दर में कटौती के बाद सोना और चांदी में मजबूत रिटर्न देखने को मिला। सोने की कीमतें भी मजबूत बढ़त के साथ रिकॉर्ड स्तर के करीब कारोबार कर रही हैं।
चांदी की कीमतों में आज लगातार दूसरे दिन तेजी दर्ज की गई है। पिछले हफ्ते शुक्रवार को चांदी का भाव बढ़ोतरी के साथ 1,83,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुआ था।
वायदा बाजार में फरवरी डिलीवरी के लिए सोने और चांदी की कीमत में कुछ फेरबदल देखने को मिला है। महानगरों में सोने के हाजिर भाव में भी बदलाव आया है।
चांदी की कीमतों में लगातार 6 दिनों से जारी तेजी का सिलसिला आज थम गया।
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली में चांदी की कीमत 4360 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 1,81,360 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
साल 2025 की शुरुआत से लेकर अभी तक सोने की कीमतें 31 दिसंबर, 2024 को 2605.77 डॉलर प्रति औंस से 1656.57 डॉलर यानी 63.6 प्रतिशत बढ़ी हैं।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर फरवरी 2026 सोना वायदा भाव पिछले सप्ताह 3,654 रुपये यानी 2.9 प्रतिशत चढ़ा और शुक्रवार को 1,29,504 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
सोने के विपरीत गुरुवार को चांदी की कीमतों में तेज उछाल देखने को मिला। वैश्विक बाजार में भी सोने में नरमी दिखी, जबकि चांदी मामूली रूप से मजबूत हुई।
सोने की कीमतों पर सोमवार को रुपये की मजबूती और कमजोर वैश्विक रुझानों का असर देखने को मिला। अभी अल्पकालिक दबाव बना हुआ है, लेकिन केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी और संभावित दर कटौती लंबे समय में सोने के लिए सकारात्मक संकेत दे रहे हैं।
ग्लोबल मार्केट में सोमवार को सोने की कीमतें गिरकर लगभग 4,040 डॉलर प्रति औंस पर आ गईं, जो शुक्रवार की गिरावट का ही विस्तार है। सोना अब भी वर्ष-दर-वर्ष लगभग 54% ऊपर है।
गोल्ड स्पॉट मूल्य वैश्विक स्तर पर 0.38% गिरकर USD 4,061.91 प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। जानकार का कहना है कि घरेलू बाजार में सोने की कीमत Rs 1,20,000 – Rs 1,24,000 प्रति 10 ग्राम के रेंज में रहने की संभावना है।
जानकारों का कहना है बहुमूल्य धातु की कीमत में गिरावट अमेरिकी डॉलर की मजबूती और यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए अमेरिका की नई कोशिशों की रिपोर्ट के बाद सुरक्षित निवेश की मांग कमजोर होने के चलते आई।
मंगलवार को सोने और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। बुधवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 3900 रुपये टूटकर 1,25,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।
अमेरिकी फेड की पिछली नीतिगत बैठक के विवरण जारी होने पर सबकी नज़र है। दरों में कटौती हुई तो इसका असर आने वाले दिनों में सोने पर भी देखने को मिल सकता है।
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