चांदी की कीमतों में लगातार 6 दिनों से जारी तेजी का सिलसिला आज थम गया।
ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली में चांदी की कीमत 4360 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 1,81,360 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
साल 2025 की शुरुआत से लेकर अभी तक सोने की कीमतें 31 दिसंबर, 2024 को 2605.77 डॉलर प्रति औंस से 1656.57 डॉलर यानी 63.6 प्रतिशत बढ़ी हैं।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर फरवरी 2026 सोना वायदा भाव पिछले सप्ताह 3,654 रुपये यानी 2.9 प्रतिशत चढ़ा और शुक्रवार को 1,29,504 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ।
सोने के विपरीत गुरुवार को चांदी की कीमतों में तेज उछाल देखने को मिला। वैश्विक बाजार में भी सोने में नरमी दिखी, जबकि चांदी मामूली रूप से मजबूत हुई।
सोने की कीमतों पर सोमवार को रुपये की मजबूती और कमजोर वैश्विक रुझानों का असर देखने को मिला। अभी अल्पकालिक दबाव बना हुआ है, लेकिन केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी और संभावित दर कटौती लंबे समय में सोने के लिए सकारात्मक संकेत दे रहे हैं।
ग्लोबल मार्केट में सोमवार को सोने की कीमतें गिरकर लगभग 4,040 डॉलर प्रति औंस पर आ गईं, जो शुक्रवार की गिरावट का ही विस्तार है। सोना अब भी वर्ष-दर-वर्ष लगभग 54% ऊपर है।
गोल्ड स्पॉट मूल्य वैश्विक स्तर पर 0.38% गिरकर USD 4,061.91 प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। जानकार का कहना है कि घरेलू बाजार में सोने की कीमत Rs 1,20,000 – Rs 1,24,000 प्रति 10 ग्राम के रेंज में रहने की संभावना है।
जानकारों का कहना है बहुमूल्य धातु की कीमत में गिरावट अमेरिकी डॉलर की मजबूती और यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए अमेरिका की नई कोशिशों की रिपोर्ट के बाद सुरक्षित निवेश की मांग कमजोर होने के चलते आई।
मंगलवार को सोने और चांदी की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी। बुधवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 3900 रुपये टूटकर 1,25,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।
अमेरिकी फेड की पिछली नीतिगत बैठक के विवरण जारी होने पर सबकी नज़र है। दरों में कटौती हुई तो इसका असर आने वाले दिनों में सोने पर भी देखने को मिल सकता है।
सोमवार को चांदी के दाम में 1000 रुपये की गिरावट दर्ज की गई थी। पिछले हफ्ते शुक्रवार को चांदी की कीमतों में 4200 रुपये की बड़ी गिरावट आई थी। बीते 3 सत्रों में चांदी की कीमतों में कुल 13,000 रुपये की गिरावट दर्ज की जा चुकी है।
जहां एक तरह आज सोने की कीमतों में बढ़त दर्ज की गई है, वहीं दूसरी ओर आज चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट देखने को मिली।
कमजोर डॉलर, अमेरिकी शटडाउन के अंत और संभावित ब्याज दर कटौती की उम्मीदों के चलते सोने और चांदी ने तेज़ी पकड़ी है। विश्लेषकों का मानना है कि अगर फेडरल रिज़र्व और नरम रुख अपनाता है, तो आने वाले हफ्तों में बुलियन मार्केट में और तेजी देखने को मिल सकती है।
बुधवार को चांदी की कीमतों में भी ताबड़तोड़ तेजी देखने को मिली। आज चांदी की कीमतें 5540 रुपये की जोरदार तेजी के साथ 1,61,300 रुपये प्रति किलोग्राम (सभी टैक्स सहित) पर पहुंच गईं।
सोमवार को हाजिर सोना 83.12 डॉलर या 2.08 प्रतिशत बढ़कर 4,082.84 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि हाजिर चांदी 3.30 प्रतिशत बढ़कर 49.93 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।
सुरक्षित निवेश की मांग और अमेरिकी डॉलर में मामूली गिरावट के कारण गुरुवार को सोने में तेजी आई।
भारत समेत दुनियाभर में सोने और चांदी की कीमतों में लगातर गिरावट देखी जा रही है। सोने-चांदी की कीमतों में जारी गिरावट के बीच शादी-विवाह के सीजन में खरीदारी करने वाले लोगों को राहत मिली है।
सोने के साथ ही चांदी में भी तेज बिकवाली देखी गई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने अगले महीने और अधिक दर कटौती की संभावना को खारिज कर दिया, जिससे निवेशकों का ध्यान सोने से हटकर अन्य सुरक्षित निवेशों की ओर गया।
पिछले हफ्ते सोने की कीमतें लगातार दूसरे सप्ताह गिरावट के साथ बंद हुईं, लेकिन बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
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