Janmashtami 2025 Puja Muhurat Live Update: कल मनाई जाएगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, जान लें पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि
Janmashtami 2025 Puja Muhurat Live Update: कल मनाई जाएगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, जान लें पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि
Janmashtami 2025 Muhurat Live: पंचांग अनुसार भादो कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 15 अगस्त की रात 11:49 से शुरू होकर 16 अगस्त की रात 09:34 बजे तक रहेगी। ऐसे में जन्माष्टमी का पावन पर्व 16 अगस्त को मनाया जाएगा। यहां आप मिलेगी जन्माष्टमी पर्व से जुड़ी हर जानकारी।
Written By: Laveena Sharma@laveena1693 Published : Aug 13, 2025 11:35 am IST, Updated : Aug 15, 2025 02:45 pm IST
Shri Krishna Janmashtami 2025 Time Live Update: पंचांग अनुसार जन्माष्टमी का पावन पर्व भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र के शुभ संयोग में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं अनुसार इसी तिथि और नक्षत्र में रात 12 बजे भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। ऐसे में जिस दिन ऐसा संयोग बन रहा हो उसी दिन जन्माष्टमी मनाई जाएगी। लेकिन इस बार अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र अलग-अलग दिन पड़ रहा है। ज्योतिष अनुसार इस स्थिति में जिस दिन अष्टमी तिथि पड़ रही है उस दिन जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाएगा। तो आपको बता दें 2025 में भादो कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 15 अगस्त की रात 11:49 से शुरू होकर 16 अगस्त की रात 09:34 बजे तक रहेगी। वहीं रोहिणी नक्षत्र 17 अगस्त की सुबह 04:38 से प्रारंभ होकर 18 अगस्त की सुबह 03:17 बजे तक रहेगा। उदया तिथि के अनुसार 2025 में जन्माष्टमी का पावन पर्व स्मार्त और वैष्णव दोनों संप्रदाय के लोग 16 अगस्त 2025, शनिवार को मनाएंगे।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 2025 तिथि व मुहूर्त (Krishna Janmashtami 2025 Date And Time)
कृष्ण जन्माष्टमी 2025
भगवान श्रीकृष्ण का 5252वां जन्मोत्सव
कृष्ण जन्माष्टमी 2025 तारीख
16 अगस्त 2025, शनिवार
कृष्ण जन्माष्टमी पूजा मुहूर्त 2025
16 अगस्त की देर रात 12:04 से 12:47 तक
मुहूर्त की अवधि
43 मिनट्स
मध्यरात्रि का क्षण
12:25 AM, अगस्त 17
जन्माष्टमी पर चंद्रोदय समय
11:32 PM
अष्टमी तिथि प्रारम्भ
15 अगस्त 2025 को 11:49 PM बजे
अष्टमी तिथि समाप्त
16 अगस्त 2025 को 09:34 PM बजे
रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ
17 अगस्त 2025 को 04:38 AM बजे
रोहिणी नक्षत्र समाप्त
18 अगस्त 2025 को 03:17 AM बजे
जन्माष्टमी व्रत पारण समय 2025
17 अगस्त को 05:51 AM के बाद
FAQ: जन्माष्टमी को लेकर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
कृष्ण जन्माष्टमी किस तिथि पर मनाई जाती है?
कृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
2025 में कृष्ण जन्माष्टमी कब है?
2025 में कृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व 16 अगस्त 2025, शनिवार को है।
2025 में कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा का मुहूर्त क्या रहेगा?
इस साल कृष्ण जन्माष्टमी की पूजा का शुभ मुहूर्त 16 अगस्त 2025 की दोर रात 12:04 से 12:47 बजे तक रहेगा।
मथुरा, वृंदावन और इस्कॉन में जन्माष्टमी कब है?
2025 में मथुरा, वृंदावन और इस्कॉन मंदिरों में जन्माष्टमी 16 अगस्त को मनाई जाएगी।
जन्माष्टमी 2025 पर रोहिणी नक्षत्र कब से कब तक रहेगा?
इस साल जन्माष्टमी पर्व के दिन रोहिणी नक्षत्र का योग नहीं बन रहा है। रोहिणी नक्षत्र जन्माष्टमी के अगले दिन यानी 17 अगस्त की सुबह 04:38 बजे से शुरू होकर 18 अगस्त को प्रात: काल 03:17 तक रहेगा।
जन्माष्टमी 2025 चंद्रोदय समय क्या रहेगा?
जन्माष्टमी के दिन चंद्रोदय रात 11 बजकर 32 मिनट पर होगा।
(नोट: जन्माष्टमी पर्व से जुड़ी हर जानकारी के लिए बने रहिए हमारे इस लाइव ब्लॉग पर)
Krishna Janmashtami 2025 Live Update
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Aug 15, 20252:43 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
कृष्ण पूजा में पंचामृत का महत्व
दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से बना पंचामृत भगवान को स्नान और भोग दोनों में अर्पित किया जाता है। इसे पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है। कहते हैं पंचामृत से भगवान कृष्ण शीघ्र ही प्रसन्न हो जाते हैं।
Aug 15, 20251:43 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
कृष्ण जन्माष्टमी की रात में व्रत कैसे खोलें (Janmashtami Ki Raat Mein Vrat Kaise Khole)
जन्माष्टमी की रात में व्रत खोलने से पहले भगवान कृष्ण की विधि विधान पूजा करें और उन्हें उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाएं। इसके बाद पूजा में चढ़ाए गए प्रसाद को खाकर अपना व्रत खोल लें। रात की पूजा के बाद आप सात्विक भोजन ग्रहण कर सकते हैं।
जो लोग जन्माष्टमी के दिन ही व्रत पारण करते हैं वो रात 12 बजे की पूजा के बाद अपना व्रत खोल सकते हैं।
वहीं जो अगले दिन व्रत खोलते हैं वो 17 अगस्त की सुबह 05:51 के बाद अपना उपवास खोल सकते हैं।
Aug 15, 202512:56 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
Krishna Janmashtami Vrat Niyam: जन्माष्टमी व्रत के नियम
जन्माष्टमी के एक दिन पहले यानी सप्तमी तिथि को सात्विक भोजन करें और मन शांत रखें।
व्रती को पूरे दिन निर्जला या फलाहार उपवास रखना चाहिए।
प्याज, लहसुन, मांस, मदिरा, तंबाकू, अधिक बोलना या किसी से विवाद करने से बचें। यह दिन भक्ति और संयम का होता है।
सुबह स्नान के बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें और भगवान श्री कृष्ण के व्रत का संक्ल लें।
Aug 15, 202512:13 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
कृष्ण जन्माष्टमी पूजन सामग्री
धूप बत्ती और अगरबत्ती, कुमकुम, अबीर, गुलाल, केसर, कपूर, रोली, सिंदूर, चंदन, यज्ञोपवीत 5, अक्षत, पान के पत्ते, सुपारी, पुष्पमाला, हल्दी, आभूषण, रुई, तुलसीमाला, कमलगट्टा, सप्तधान, गंगाजल, शहद, तुलसी दल, कुश व दूर्वा, पंच मेवा, शक्कर, गाय का घी, गाय का दही, गाय का दूध, ऋतुफल, छोटी इलायची, सिंहासन, झूला, आसन, मिष्ठान्न, बाल स्वरूप कृष्ण की प्रतिमा, भगवान के वस्त्र, केले के पत्ते, औषधि, पंचामृत, दीपक, नारियल, फूल, फल, मोर पंख, गाय बछड़े सहित, मुरली, माखन, मिसरी, खीरा
Aug 15, 202511:40 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर मथुरा-वृंदावन में होने वाले महत्वपूर्ण उत्सव
झूलन उत्सव
घाट
दही हांडी समारोह
रासलीला
Aug 15, 202511:12 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
बांके बिहारी मंदिर जन्माष्टमी (Banke Bihari Mandir Janmashtami)
जन्माष्टमी का त्योहार बांके बिहारी मंदिर में 16 अगस्त शनिवार को मनाया जाएगा। इस दिन मंदिर और उसके आसपास की जगहों को पुष्पों, पर्दों और दीपों से सजाया जाता है। रात 12 बजे गर्भगृह में बाल गोपाल का अभिषेक किया जाता है। इसके बाद भगवान को सुंदर वस्त्र पहनाए जाते हैं और उनका विभिन्न चीजों से उनका श्रृंगार किया जाता है।
Aug 15, 202510:26 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
Vrindavan Mein Janmashtami Kab Hai: वृंदावन में जन्माष्टमी कब है?
वृंदावन में जन्माष्टमी उत्सव 16 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन बांके बिहारी मंदिर में रात 12 बजे मंगला आरती होगी।
Aug 15, 20259:51 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
कृष्ण जन्माष्टमी के अनुष्ठान
इस दिन से जुड़े महत्वपूर्ण अनुष्ठानों की बात करें तो कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर भक्त उपवास करते हैं, कृष्ण जी की पूजा करते हैं और यह व्रत आधी रात को अर्थात 12:00 बजे कृष्ण जी के जन्म के साथ पूरा होता है। पूरे दिन भक्त भगवान के नाम का जाप करते हैं। बच्चे कृष्ण और उनकी गोपियों की वेश में रासलीला करते हैं। भक्त रात में भगवान की आरती करते हैं और उन्हें उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाते हैं।
Aug 15, 20259:30 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
जन्माष्टमी के व्रत में क्या-क्या खा सकते हैं?
साबूदाना
फल
जूस
दूध औ दही
पनीर
आलू
टमाटर
ड्राइ फ्रूट्स
Aug 15, 20258:37 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
गर्भवती महिलाएं कैसे रखें जन्माष्टमी का व्रत
वैसे तो गर्भवती महिलाओं को कोई भी व्रत रखने से बचना चाहिए लेकिन अगर आप फिर भी ये व्रत रखना चाहती हैं तो कुछ बातों का विशेष ध्यान रखें। एक तो व्रत के दौरान बिल्कुल भी भूखे न रहें कुछ न कुछ फलाहारी भोजन लेती रहें। जूस और नारियल पानी जरूर लें।
Aug 15, 20257:55 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
जन्माष्टमी पर कहां स्थापित करें लड्डू गोपाल की प्रतिमा और झूला
कृष्ण जन्माष्टमी के पुण्य अवसर पर आपको भगवान कृष्ण की प्रतिमा और झूला उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करना चाहिए। वास्तु के अनुसार, दक्षिण-पूर्व दिशा ईश्वर का स्थान है। इस दिशा में भगवान कृष्ण की प्रतिमा या तस्वीर और झूला रखने से आपके घर में सकारात्मकता आती है। आपको झूला इस तरह से लगना चाहिए कि झूले में बैठे कृष्ण भगवान का मुख पूर्व या फिर उत्तर दिशा की ओर हो।
Aug 15, 20257:23 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
मासिक जन्माष्टमी और कृष्ण जन्माष्टमी में अंतर
भाद्रपद महीने में आने वाली कृष्ण जन्माष्टमी के बारे में तो हर कोई जानता है लेकिन मासिक जन्माष्टमी के बारे में सभी लोग नहीं जानते।हिंदू कैलेंडर के अनुसार, प्रत्येक महीने में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। इस दिन कई भक्त व्रत रखते हैं और लड्डू गोपाल की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। वहीं जब ये जन्माष्टमी भाद्रपद महीने में आती है तो ये श्रीकृष्ण जन्माष्टमी और कृष्ण जयंती कहलाती है। इस वाली ही जन्माष्टमी को सार्वजनिक रूप से बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
Aug 15, 20256:43 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
Janmashtami Puja Vidhi: जन्माष्टमी पूजन विधि
जन्माष्टमी के पूरे दिन श्रीकृष्ण का नामस्मरण करते रहें- “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय”।
पूजा स्थल पर एक चौकी पर पीला या सफेद कपड़ा बिछाएं और उस पर लड्डू गोपाल की मूर्ति या चित्र रखें।
उन्हें झूले में विराजमान करें लेकिन झूला नहीं है तो उन्हें सुंदर आसन पर रखें।
दीप प्रज्वलित करें और श्री कृष्ण का ध्यान करें।
भगवान की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराएं। स्नान के बाद साफ कपड़ा पहनाएं, श्रृंगार करें और बांसुरी-मोर पंख आदि अर्पित करें।
इसके बाद भगवान को माखन-मिश्री, फल व मिठाई का भोग लगाएं।
तुलसी पत्र अर्पित करें।
भोग लगाने के बाद श्रीकृष्ण की आरती करें।
108 बार “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
जन्माष्टमी व्रत के दिन अन्न ग्रहण नहीं किया जाता है। इस दिन व्रती फलाहार ले सकते हैं। कई लोग जन्माष्टमी का व्रत सूर्योदय से लेकर रात 12 बजे तक रखते हैं तो वहीं कई भक्त अगली सुबह सूर्योदय तक ये व्रत रहते हैं। जन्माष्टमी की मुख्य पूजा रात 12 बजे की जाती है।
Aug 14, 20256:52 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
भगवान कृष्ण के 16 गुण क्या हैं?
भगवान कृष्ण 16 गुणों या कलाओं से पूर्ण थे। उनके ये 16 गुण हैं करुणा, क्षमा, धैर्य, न्याय, वैराग्य, निष्पक्षता, आध्यात्मिक शक्तियां, अजेयता, उदारता, सौंदर्य, नृत्य, गायन, सत्य और ईमानदारी।
Aug 14, 20256:30 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए सबसे चमत्कारी मंत्र
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र सबसे शुभ है। इस मंत्र का निरंतर जप करने से भक्तों को मानसिक और आत्मिक शक्ति प्राप्त होती है। साथ ही घर परिवार में सुख-समृद्धि का निवास बना रहता है।
Aug 14, 20256:08 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
जन्माष्टमी के दिन पूजा स्थल पर रखें ये चीज घर में आएगी समृद्धि
वास्तु शास्त्र के अनुसार, जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर आपको कदंब के पेड़ की एक टहनी लाकर अपने घर के पूजा स्थल पर रख देनी चाहिए। माना जाता है कि इससे घर का वास्तु सुधरता है और सुख-समृद्धि आपको प्राप्त होती है।
Aug 14, 20255:29 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
जन्माष्टमी के दिन खीरा क्यों काटते हैं?
जन्माष्टमी पर खीरा काटना भगवान कृष्ण के जन्म का प्रतीक है। आधी रात को, जब भगवान कृष्ण का जन्म होता है, तब खीरा काटकर, उसके बीज निकालकर, उसे नाभि छेदन (नाल काटना) की प्रतीकात्मक क्रिया के रूप में मनाया जाता है,खीरे का डंठल गर्भनाल का प्रतीक माना जाता है, और इसे काटकर, भगवान कृष्ण को माता देवकी के गर्भ से अलग करने की रस्म निभाई जाती है।
Aug 14, 20255:00 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
जन्माष्टमी पर राधा रानी के इन 28 नामों का करें जप प्रसन्न होंगे श्रीकृष्ण
राधा रानी के 28 नाम:-
ॐ श्रीराधायै नम:
ॐ राधिकायै नम:
ॐ जीवायै नम:
ॐ जीवानन्दप्रदायिन्यै नम:
ॐ नन्दनन्दनपत्न्यै नम:
ॐ वृषभानुसुतायै नम:
ॐ शिवायै नम:
ॐ गणाध्यक्षायै नम:
ॐ गवाध्यक्षायै नम:
ॐ जगन्नाथप्रियायै नम:
ॐ किशोर्यै नम:
ॐ कमलायै नम:
ॐ कृष्णवल्लभायै नम:
ॐ कृष्णसंयुतायै नम:
ॐ वृन्दावनेश्वर्यै नम:
ॐ कृष्णप्रियायै नम:
ॐ मदनमोहिन्यै नम:
ॐ श्रीमत्यै कृष्णकान्तायै नम:
ॐ कृष्णानन्दप्रदायिन्यै नम:
ॐ यशस्विन्यै नम:
ॐ यशोगम्यायै नम:
ॐ यशोदानन्दवल्लभायै नम:
ॐ दामोदरप्रियायै नम:
ॐ गोकुलानन्दकर्त्र्यै नम:
ॐ गोकुलानन्ददायिन्यै नम:
ॐ गतिप्रदायै नम:
ॐ गीतगम्यायै नम:
ॐ गमनागमनप्रियायै नम:
Aug 14, 20254:31 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
भगवान कृष्ण की आठ पटरानियां कौन थीं?
भगवान कृष्ण की आठ पटरानियां थीं जिन्हें अष्टभार्या भी कहा जाता है। इनका नाम रुक्मिणी, सत्यभामा, जाम्बवती, कालिंदी, मित्रवृन्दा (या मित्राविंदा), नाग्नजिति (या सात्या), भद्रा और लक्ष्मणा था।
Aug 14, 20253:29 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
Krishna bhajan: कृष्ण भजन
श्याम तेरी बंसी, पुकारे राधा नाम
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम ||
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम ||
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम ||
सांवरे की बंसी को बजने से काम
सांवरे की बंसी को बजने से काम ||
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||
ओ जमुना की लहरे बंसीबट की छैय्या,
किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैय्या |
जमुना की लहरे बंसीबट की छैय्या,
किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैय्या ||
श्याम का दिवाना तो सारा बृजधाम
श्याम का दिवाना तो सारा बृजधाम ||
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम,
सांवरे की बंसी को बजने से काम,
सांवरे की बंसी को बजने से काम
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम,
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||
ओ कौन जाने बांसुरिया किसको बुलाये
जिसके मन भाए ये उसी के गुण गाये ||
कौन जाने बांसुरिया किसको बुलाये,
जिसके मन भाए वो उसी के गुण गाये |
कौन नहीं कौन नहीं बंसी की धुन का गुलाम,
राधा का भी श्याम हो तो मीरा का भी श्याम ||
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम,
श्याम तेरी बंसी कन्हैया तेरी बंसी पुकारे राधा नाम |
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम,
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||
Aug 14, 20251:52 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
Radha Krishna Photo: राधा कृष्ण फोटो
जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर देखें राधा-कृष्ण की खूबसूरत फोटो
Image Source : CANVA
Radha Krishna Photo
Aug 14, 20251:03 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए जन्माष्टमी पर करें ये उपाय
रात 12 बजे श्री कृष्ण के सामने दीपक जलाकर ॐ क्लीं कृष्णाय गोविंदाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें। मान्यता है ऐसा करने से शीघ्र विवाह और योग्य जीवनसाथी का योग बनता है।
Aug 14, 202512:33 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
Janmashtami Cake: कृष्ण जन्माष्टमी पर केक काटना चाहिए या नहीं?
प्रेमानंद जी महाराज से जब किसी व्यक्ति ने पूछा कि क्या जन्माष्टमी पर केक काटना सही है या गलत तो इस पर महाराज जी ने कहा कि देखों सभी को वैष्णव पद्धति का तो ज्ञान है नहीं। आजकल अपवित्रता ही अपवित्रता बढ़ रही है जहां तक हो सके वहां तक पवित्रता का ध्यान रखो। ये जो बेकरी में चीजें बनती हैं किसी-किसी में अंडा आदि चीजें भी पड़ते होंगे। अब जिन लोगों को पद्धति नहीं मालूम है वो मनमानी करते हैं। हम यही कहते हैं कि बाहरी जो सेवा है उसका फल है कि आंतरिक चिंतन जुड़ जाए इससे ही हमारा कल्याण हो जाएगा। जो अभक्ष पदार्थ हैं उन्हें भोग में नहीं चढ़ाना चाहिए। आगे महाराज जी कहते हैं कि पवित्रता से बस एक रोटी बना लो उसमें घी लगाकर और थोड़ा भूरा रखकर लड्डू गोपाल को खिला दो उसमें भी भगवान बहुत राजी हो जाएंगे।
Aug 14, 202511:58 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
Janmashtami Vrat 2025: जन्माष्टमी व्रत के फायदे
शास्त्रों में जन्माष्टमी के व्रत को व्रतराज कहा गया है। जो भक्त सच्ची श्रद्धा के साथ इस व्रत का पालन करते हैं उन्हें महापुण्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा संतान प्राप्ति, वंश वृद्धि और पितृ दोष से मुक्ति के लिए जन्माष्टमी का व्रत एक वरदान है।
Aug 14, 202511:27 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
जन्माष्टमी के व्रत में क्या खा सकते हैं?
जन्माष्टमी के व्रत में फलाहार ग्रहण कर सकते हैं जैसे दूध, दही, फल, साबूदाना इत्यादि चीजें भोजन स्वरूप ले सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि अन्न ग्रहण नहीं करना है।
Aug 14, 202511:00 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
Janmashtami Ka Vrat Kab Hai: जन्माष्टमी का व्रत कब है?
इस साल जन्माष्टमी का व्रत 16 अगस्त को रखा जाएगा और व्रत का पारण 17 अगस्त की सुबह 05:51 बजे के बाद किया जाएगा।
Aug 14, 202510:34 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे। हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।
Aug 14, 20259:41 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं (Achyutam Keshavam Krishna Damodaram)
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
कौन कहता हे भगवान आते नहीं,
तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
कौन कहता है भगवान खाते नहीं,
बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
कौन कहता है भगवान सोते नहीं,
माँ यशोदा के जैसे सुलाते नहीं ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
कौन कहता है भगवान नाचते नहीं,
गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
नाम जपते चलो काम करते चलो,
हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
याद आएगी उनको कभी ना कभी,
कृष्ण दर्शन तो देंगे कभी ना कभी ।
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।
Aug 14, 20258:53 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
Janmashtami Bhog: जन्माष्टमी पर भगवान कृष्ण को क्या भोग लगाएं?
माखन और मिश्री
खीर
मालपुआ
पंजीरी
दही और मक्खन
Aug 14, 20258:06 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
Janmashtami Bhajan: श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी (Shri Krishna Govind Hare Murari Lyrics)
सच्चिदानंद रूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे,
तापत्रय विनाशाय श्री कृष्णाय वयं नम: ॥
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
हे नाथ नारायण...॥
पितु मात स्वामी, सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
हे नाथ नारायण...॥
॥ श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी...॥
बंदी गृह के, तुम अवतारी
कही जन्मे, कही पले मुरारी
किसी के जाये, किसी के कहाये
है अद्भुद, हर बात तिहारी ॥
है अद्भुद, हर बात तिहारी ॥
गोकुल में चमके, मथुरा के तारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
पितु मात स्वामी, सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
अधर पे बंशी, ह्रदय में राधे
बट गए दोनों में, आधे आधे
हे राधा नागर, हे भक्त वत्सल
सदैव भक्तों के, काम साधे ॥
सदैव भक्तों के, काम साधे ॥
वही गए वही, गए वही गए
जहाँ गए पुकारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा॥
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
पितु मात स्वामी सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
गीता में उपदेश सुनाया
धर्म युद्ध को धर्म बताया
कर्म तू कर मत रख फल की इच्छा
यह सन्देश तुम्ही से पाया
अमर है गीता के बोल सारे
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
पितु मात स्वामी सखा हमारे,
हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥
त्वमेव माता च पिता त्वमेव
त्वमेव बंधू सखा त्वमेव
त्वमेव विद्या द्रविणं त्वमेव
त्वमेव सर्वं मम देव देवा
॥ श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी...॥
राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा ॥
राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा ॥
हरी बोल, हरी बोल,
हरी बोल, हरी बोल ॥
राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा
राधे कृष्णा राधे कृष्णा
राधे राधे कृष्णा कृष्णा ॥
Aug 14, 20257:23 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
Janmashtami 2025: जन्माष्टमी कैसे मनाते हैं?
उपवास: भक्त इस दिन व्रत रखते हैं, जो निर्जला (बिना पानी) या फलाहारी (फल और दूध से बने पदार्थ खाकर) हो सकता है। व्रत रात 12 बजे भगवान कृष्ण के जन्म के समय तक रखा जाता है। पूजा: घरों और मंदिरों में श्रीकृष्ण की मूर्ति या चित्र को सजाया जाता है। बाल गोपाल की मूर्ति को झूले में बिठाकर विशेष पूजा की जाती है। मंत्र और भजन: भक्त "हरे कृष्ण हरे राम" मंत्र, श्रीमद्भागवत गीता के श्लोक, और कृष्ण भक्ति भजनों का गायन करते हैं। रात 12 बजे भगवान के जन्म के समय आरती की जाती है। अभिषेक: मंदिरों में कृष्ण मूर्ति का दूध, दही, शहद, घी और जल से अभिषेक किया जाता है।
Aug 14, 20256:31 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
Janmashtami Kitne Tarikh Ki Hai: जन्माष्टमी कितने तारीख की है
इस साल जन्माष्टमी का त्योहार 16 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन की पूजा का शुभ मुहूर्त रात 12 बजकर 4 मिनट से लेकर 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगा।
Aug 13, 20256:53 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
भगवान कृष्ण का अभिषेक करते समय किस मंत्र का जप करना चाहिए?
जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण का अभिषेक करते वक्त आपको नीचे दिए गए मंत्र का जप करना चाहिए।
मंत्र- ॐ देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते, देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः।
Aug 13, 20256:42 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
जन्माष्टमी के दिन आपको तामसिक भोजन जैसे मांस, मदिरा और लहसुन-प्याज का सेवन नहीं करना चाहिए। इस नियम का पालन उन लोगों को भी करना चाहिए जिनका व्रत नहीं। इसके साथ ही आलस्य को इस दिन खुद पर हावी न होने दें, व्रत है तो दिन के वक्त न सोएं। इस दिन किसी भी तरह से किसी व्यक्ति को दुख न पहुंचाएं। क्रोध, किसी की चुगली, अपशब्दों का इस्तेमाल करने से भी इस दिन आपको बचना चाहिए।
Aug 13, 20255:57 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
जन्माष्टमी पर बनेंगे ये शुभ योग, पूजन से होगा लाभ
कृष्ण जन्माष्टमी पर साल 2025 में वृद्धि, ध्रुव, गजलक्ष्मी और बुधादित्य नामक शुभ योग रहेंगे। इन शुभ योगों के बनने से इस दिन पूजन करने से शुभ फलों की प्राप्ति भक्तों को होगी। इस दिन की गई पूजा न केवल भगवान कृष्ण का आशीर्वाद आपको दिलाएगी बल्कि कुंडली में मौजूद शुक्र, गुरु, सूर्य भी आपको शुभ फल प्रदान करेंगे।
Aug 13, 20255:01 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
जन्माष्टमी पर गौ सेवा करने से बरसता है श्रीकृष्ण का आशीर्वाद
भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए जन्माष्टमी के पावन अवसर पर गौ सेवा करना बहुत शुभ माना जाता है। भगवान कृष्ण को गाय अतिप्रिय है ऐसे में अगर आप जन्माष्टमी पर गाय के सेवा करें, गाय को चारा, रोटी, अन्न आदि खिलाएं तो श्रीकृष्ण का आशीर्वाद आप पर बरसता है। इस दिन आप किसी गौशाला में जाकर दान भी कर सकते हैं।
Aug 13, 20253:47 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
जन्माष्टमी के दिन तुलसी के पत्ते तोड़ सकते हैं?
तुलसी का संबंध भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी से है। वहीं भगवान कृष्ण भी विष्णु भगवान के ही अवतार हैं। इसलिए जिस प्रकार एकादशी तिथि को तुलसी को नहीं तोड़ा जाता, उसी तरह श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन भी तुलसी तोड़ने से बचना चाहिए। हालांकि भगवान कृष्ण को तुलसी का भोग लगाने के लिए आपको एक दिन पहले ही तुलसी के पत्ते तोड़ देने चाहिए।
Aug 13, 20253:18 PM (IST)Posted by Naveen Khantwal
भगवान कृष्ण के जन्म को 2025 में कितने साल हो जाएंगे?
भगवान कृष्ण का जन्म द्वापर युग में हुआ था। ज्योतिषीय गणना के अनुसार इस साल भगवान कृष्ण का 5252 वां जन्मदिवस मनाया जाएगा। आपको बता दें कि साल 2025 में 16 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी का पावन त्योहार मनाया जाएगा।
Aug 13, 20252:52 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
इस कारण 16 अगस्त को मनाई जाएगी कृष्ण जन्माष्टमी
भाद्रपद कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 16 तारीख को सूर्योदय के समय स्थित रहेगी इसलिए जन्माष्टमी का त्योहार 16 अगस्त को ही मनाया जाएगा।
Aug 13, 20252:16 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर धन वृद्धि के लिए करें ये उपाय
जन्माष्टमी की रात श्री कृष्ण को सफेद मिष्ठान्न का भोग लगाएं और भोग के बाद उस प्रसाद को तिजोरी या धन स्थान में रखें। ऐसा करने से घर में लक्ष्मी स्थिर होती है और आय में वृद्धि होती है।
Aug 13, 20251:35 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
जन्माष्टमी भोग लिस्ट (Janmashtami Bhog List)
जन्माष्टमी के पावन अवसर पर भगवान कृष्ण को उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाना चाहिए। इस दिन आप अगर श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री, दूध-दही, मिठाई और फल का भोग लगाते हैं तो इससे आप उनकी विशेष कृपा प्राप्त कर सकेंगे।
Aug 13, 202512:45 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
Janmashtami Puja Samagri: जन्माष्टमी पूजा सामग्री लिस्ट
Aug 13, 202512:11 PM (IST)Posted by Laveena Sharma
Krishna Janmashtami 2025 Date: जन्माष्टमी पर बन रहा दुर्लभ योग
इस साल जन्माष्टमी के दिन कई दुर्लभ ग्रह योगों और सुभ संयोगों का निर्माण हो रहा है। ऐसी मान्यता है कि जब भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी दुर्लभ योगों में आती है तो ये विशेष रूप से फलदायी साबित होती है। बता दें इस साल श्रीकृष्ण जयंती पर यानी 16 अगस्त 2025 को वृद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और ज्वालामुखी योग का महासंयोग बन रहा है। ये योग तीन राशि वालों को कई चमत्कारी परिणाम देगा। इस योग से वृषभ, कर्क और सिंह राशि वालों को लाभ मिलेगा।
Aug 13, 202511:50 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
Janmashtami Mantra: जन्माष्टमी पर इस मंत्र का करें जाप
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का जाप बेहद शुभ फलदायी माना जाता है। यह श्री कृष्ण का सर्वश्रेष्ठ और सर्वसिद्ध बीज मंत्र है। कहते हैं इस मंत्र के जाप से मन की शुद्धि, आत्मिक शांति और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा होती है।
Aug 13, 202511:37 AM (IST)Posted by Laveena Sharma
Krishna Janmashtami 2025: कृष्ण जन्माष्टमी के दिन क्या-क्या करते हैं?
कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है। इस दिन लोग उपवास रखते हैं और रात में श्रीकृष्ण की विधि पूजा करते हैं।
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