दक्षिण अफ्रीका के हरफनमौला खिलाड़ी एंडिले फेहलुकवायो का मानना है कि COVID-19 के कारण मजबूरी में मिले ब्रेक से उन्हें अपने शरीर पर काम करने का पूरा मौका दिया है जो उन्हें अपने करियर को लम्बा खींचने में मदद करेगा। कोरोनो वायरस महामारी के चलते क्रिकेट कैलेंडर काफी प्रभावित हुआ है।
कोरोना के चलते दक्षिण अफ्रीका को मार्च के मध्य में भारत दौरे से वापस स्वदेश लौटना पड़ा था। तभी से अफ्रीकी टीम ने क्रिकेट के मैदान पर पैर नहीं रखा है। फेहलुकवायो ने 'स्पोर्ट 24' को बताया, "मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा बेहतर और मजबूत बनने की कोशिश करना है।"
उन्होंने कहा, "अगर मैं 10 प्रतिशत या 5 प्रतिशत बेहतर महसूस करता हूं, तो यह मेरे करियर को लम्बा खींचने में मदद करेगा। यह लॉकडाउन मेरे लिए अपनी फिटनेस पर और क्रिकेट के इतर चीजों पर काम करने का सबसे सही मौका है।"
24 वर्षीय फेहलुकवायो ने जनवरी 2018 से अफ्रीकी टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है। उन्हें केवल 4 टेस्ट मैच के बाद ड्वेन प्रीटोरियस से रिप्लेस कर दिया गया था। हालांकि, रेड बॉल क्रिकेट के शौकीन फेहलुकवाओ को अभी भी टेस्ट टीम में वापसी की उम्मीद है।
फेहलुकवायो ने कहा, "मैं मुख्य रूप से व्हाइट-बॉल क्रिकेट खेलता हूं और टी20 विश्व कप भी करीब आ रहा है, इसलिए मुझे व्हाइट-बॉल क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन करने पर अपना ध्यान केंद्रित करना है।"
उन्होंने कहा, "टेस्ट टीम निश्चित रूप से एक ऐसी जगह है जहां मैं रहना चाहता हूं। मैं खुद को चुनौती देना चाहता हूं, मैं उस स्थान पर लंबे समय तक बने रहना चाहता हूं, जब तक टीम को मेरी जरूरत है। मैं प्रतिस्पर्धा करना चाहता हूं।"
फेहलुकवायो ने बताया, "मैं टेस्ट में प्रभाव बनाना चाहता हूं। यह खेलने के लिए सबसे बड़ी और कठिन जगह है। यदि आप टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं, तो यह किसी भी क्रिकेटर के लिए असली खेल है। मैंने अभी तक 4 टेस्ट मैच खेले हैं। यदि मैं 100 टेस्ट खेल पाता हूं तो यह मेरे लिए अच्छा होगा।"