टीम इंडिया के पूर्व कप्तान व विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी के बाद उनका अगला उत्तराधिकारी रिषभ पंत को माना जा रहा है। जिसके लिए टीम मैनेजमेंट ने उन्हें काफी बैक भी किया है। जबकि पंत के अलावा अन्य विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन और ईशान किशन भी टीम इंडिया में बतौर विकेटकीपर जगह बनाने के लिए प्रयासरत रहते हैं। हालांकि संजू को बीच में एक से दो मौके मिले भी लेकिन वो अपना स्थान पक्का करने में कामयाब नहीं रहे। इस तरह संजू को कम मौके दिए जाने पर उनके कोच ने बड़ा बयान दिया है।
संजू के बचपन के कोच बीजू जॉर्ज ने पंत को ज्यादा मौके और संजू को कम मौके दिए जाने पर ना सिर्फ नाराजगी जताई बल्कि इसका कारण भी बताया। टाइम्स ऑफ़ इंडिया से बात करते हुए कोच जॉर्ज ने कहा, "यदि आप मुझसे एक ऐसे व्यक्ति के रूप में पूछते हैं जो संजू का करीबी है, तो मैं कहूंगा कि उसे और मौके मिलने चाहिए, लेकिन अगर आप भारतीय टीम के नज़रिए से देखें - तो वे रिषभ पंत को इतने मौके क्यों दे रहे हैं?"
इसके जवाब में उन्होंने कहा, "सबसे पहले वह(पंत) बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जाहिर है। दूसरा, भारतीय टीम की रणनीति। उनके दिमाग में विश्व कप हो सकता है, जहां वे एक ऐसी टीम के खिलाफ आ सकते हैं, जिसे क्वालिटी लेफ्ट-आर्म स्पिनर या लेग स्पिनर, या लेफ्ट-आर्म फास्ट बॉलर मिल जाए और उस समय पंत उपयोगी होंगे। ये मेरा विचार है। यह निर्णय लेने के लिए टीम, कप्तान और कोच पर निर्भर है। मुख्य चयनकर्ता को यह तय करना चाहिए कि विरोधी टीम के खिलाफ सबसे उपयुक्त कौन है - पंत या संजू? मुझे नहीं लगता कि किसी के साथ यह जानबूझकर किया जा रहा है।"
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गौरतलब है कि संजू सैमसन को साल 2015 में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ डेब्यू करने का मौका मिला। जिस टीम का धोनी हिस्सा नहीं थे। उस समय संजू को नंबर 7 बल्लेबाजी करने का मौका मिला और उन्होंने 24 गेंदों में 19 रन बनाए और टीम मैच भी हार गई थी। इस तरह उसके बाद संजू को टीम से बाहर कर दिया गया। जिसके बाद घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में धमाल मचाकर संजू ने फिर वापसी की। हलांकि अभी तक उनकी टीम इंडिया में जगह पक्की नहीं है। जबकि रिषभ पंत अभी भी विकेटकीपर की पसंद के रूप में टीम से जुड़े हुए हैं।