श्रीलंका क्रिकेट ने अपने देश में क्रिकेट को विकसित करने के मकसद से 6 नए क्रिकेट स्टेडियम बनाने का फैसला किया है। ये स्टेडियम उन जगहों पर बनाए जाएं गे, जहां आस-पास कोई स्टेडियम नहीं हैं। श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) अध्यक्ष शम्मी सिल्वा द्वारा शुरू की गई ये परियोजना जमीनी स्तर पर खेल को विकसित करने के लिए एक बड़ा कदम है और कार्यकारी समिति ने भी इस पर मुहर लगा दी है।
जानकारी के मुताबिक, रत्नापुरा (मोनारविला), बादुल्ला (नगर मैदान), जाफना (मल्लकम मैदान) पोलोन्नारुवा (राष्ट्रीय स्टेडियम), अम्बालागोड़ा (नगरपालिका मैदान) और हेटिपोला में नई सुविधाओं का निर्माण ग्रामीण इलाकों में क्रिकेट में सुधार के रूप में किया जाएगा ताकि देश के इन इलाकों से भी इंटरनेशनल स्तर के क्रिकेटर मिल सके।
अम्बालागोड़ा, पोलोन्नारुवा और हेटिपोला के मैदान अगले तीन महीनों के भीतर पूरे हो जाएंगे जबकि एसएलसी को अगले तीन वर्षों के भीतर अन्य तीन परियोजनाओं के पूरा होनी की उम्मीद है।
श्रीलंका क्रिकेट पोलोन्नारुवा, रत्नापुरा और जाफना के प्रत्येक मैदान में दस सेंटर विकेट और प्रशिक्षण के लिए विकेट जोड़ेगा। आवश्यक मानकों को ध्यान में रखते हुए टर्फ विकेट को भी रखा जाएगा।
गौरतलब है कि श्रीलंका क्रिकेट टीम पिछले कुछ सालों से वर्ल्ड क्लास क्रिकेटरों की कमी से जूझ रही है जिसके पीछे क्रिकेट स्टेडियमों की कमी एक बड़ी वजह है। श्रीलंका में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की कुछ ही जगहों पर होता है और यही वजह है कि श्रीलंका आइसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी से चूक जाता है।