
Xiaomi ने अपने कई स्मार्टफोन के लिए सॉफ्टवेयर सपोर्ट बंद करने का फैसला किया है। चीनी कंपनी के इस फैसले का असर शाओमी, रेडमी और पोको स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले करोड़ों मोबाइल यूजर्स पर पड़ेगा। कंपनी ने इन स्मार्टफोन को एंड-ऑफ-सपोर्ट (EOS) की लिस्ट में शामिल कर लिया है। हालांकि, यूजर्स को इन स्मार्टफोन से कॉल और मैसेज भेजने या फिर इंटरनेट यूज करने में कोई दिक्कत नहीं होगी, लेकिन सॉफ्टवेयर सपोर्ट बंद होने के बाद ये फोन हैकर्स के निशाने पर रहेंगे।
सॉफ्टवेयर अपडेट क्यों है जरूरी?
किसी भी स्मार्टफोन या फिर लैपटॉप आदि के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट काफी महत्वपूर्ण होता है। सॉफ्टवेयर अपडेट मिलने से डिवाइस के हैक होने का खतरा कम रहता है। हैकर्स लगातार नए तरीकों से यूजर्स के फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस पर अटैक करने की कोशिश करते हैं।
EOS लिस्ट में आने वाले इन डिवाइस में कंपनी द्वारा रिलीज किए जाने वाले लेटेस्ट सॉफ्टवेयर और सिक्योरिटी अपडेट नहीं मिलेंगे। ऐसे में यूजर्स का डिवाइस हैकर्स के निशाने पर रहेगा। उन स्मार्टफोन को हैक करके स्कैमर्स यूजर्स की निजी जानकारियां चुरा सकते हैं और उनके साथ फ्रॉड कर सकते हैं।
ये स्मार्टफोन हुए बेकार
Xiaomi ने अपनी EOS लिस्ट में नीचे दिए गए स्मार्टफोन जोड़े हैं...
- Redmi Note 11
- Redmi Note 11 5G
- Redmi Note 11 SE
- Redmi Note 11S
- Redmi Note 11S 5G
- Redmi 10C
- Redmi 10 2022
- POCO X4 Pro 5G
- POCO M4 Pro
एंड ऑफ सपोर्ट लिस्ट में शामिल शाओमी, रेडमी और पोको के इन स्मार्टफोन में यूजर्स को अब कोई MIUI या HyperOS अपडेट नहीं मिलेगा। यूजर्स इन स्मार्टफोन को अपग्रेड कर सकते हैं और नए लॉन्च हुए डिवाइस में शिफ्ट हो सकते हैं। हालांकि, इस लिस्ट में कई स्मार्टफोन ऐसे भी हैं, जो भारत में लॉन्च नहीं हुए हैं।
क्या करें यूजर्स?
Xiaomi, Redmi और Poco ने पिछले साल मिड और बजट रेंज में कई स्मार्टफोन लॉन्च किए हैं। यूजर्स अपने पुराने हो चुके स्मार्टफोन को ई-कॉमर्स वेबसाइट पर चल रहे सेल में एक्सचेंज करा लेना चाहिए और नए डिवाइस में शिफ्ट होना चाहिए। यूजर्स को कई और प्लेटफॉर्म पर भी अपने पुराने स्मार्टफोन बेच सकते हैं।
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