छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चाम्पा जिले में प्रभु श्रीराम ने वनवास का समय बिताया है। जांजगीर-चांपा जिले की धार्मिक नगरी शिवरीनारायण को गुप्त प्रयाग कहा जाता है।
Ayodhya Ram Mandir Inaugaration: भगवान राम की नगरी अयोध्या में रामलला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेने के लिए देश-विदेश से कई दिग्गज पहुंचे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में हिस्सा लिया और रामलला को साष्टांग दण्डवत किया।
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूरी दुनिया राम रंग में रंगी नजर आ रही है। अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में विशाल श्रीराम कार रैली निकाली गई है। रविवार को हुई इस कार रैली में एक हजार से ज्यादा कारें भगवा ध्वज के साथ शामिल हुईं। लोग जय सियाराम के जयकारे लगाए।
नेमाराम प्रजापति की साइकिल के सामने एक बोर्ड पर लिखा है कि उनकी अहमदाबाद-अयोध्या यात्रा पिछले साल दो दिसंबर को शुरू हुई और वह इस दौरान राजस्थान के पवित्र स्थलों पर भी गए।
आज और कल अयोध्या में रामलला के दर्शन नहीं होंगे, अब 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद ही दर्शन किए जा सकेंगे। अब बस इंतजार है 22 जनवरी का जब विशेष मुहूर्त मेंरामलला के इस दिव्य विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी।
अयोध्या में भव्य राम मंदिर को लेकर जबरदस्त उत्साह है। आज भी राम मंदिर में आज तरह-तरह के अनुष्ठान हो रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन पूरे देश में जगह-जगह भव्य कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इसी कड़ी में एनडीए की वायनाड में भी भव्य जश्न की योजना है।
22 जनवरी से पहले अयोध्या नगरी सज धज कर तैयार है तो देशभर में उत्सव के रंग देखने को मिल रहे हैं। रामलला के विग्रह का नए मंदिर के गर्भगृह में प्राण प्रतिष्ठा होने वाला है उससे पहले दिल्ली के पुराने किले में रामलीला का मंचन शुरू हो चुका है।
मोहित कर देने वाला रामलला का विग्रह अपने स्थान पर विराजमान हो चुका है। अब अनुष्ठान के पूर्ण होते ही रामलला सारे संसार को दर्शन देने लगेंगे। अब उन पलों का इंतजार है जब प्राण प्रतिष्ठा होगी और विग्रह के चेहरे से पट्टी हटने के साथ सारा संसार मानो राम के दिव्य रूप से प्रकाशित हो जाएगा।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हर जगह उत्सुकता है, उमंग है इसको लेकर करनाल के रहने वाले संजीव ने भी सोचा कि कुछ अलग किया जाए। उनके सामने भगवान श्री राम की एक छवि आई जिसको उन्होंने मोर पंख पर उतारा।
अयोध्या में होने जा रहे रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर पूरे देश में हर्षोल्लास का माहौल है। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर पर स्मारक डाक टिकट और दुनिया भर में भगवान राम पर जारी टिकटों की एक पुस्तक जारी की।
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामलला के विग्रह का मंदिर में प्रवेश हो चुका है। आज भगवान राम लला सिंहासन पर विराजमान होंगे। आज भगवान का जलाधिवास व गंधाधिवास होगा। इसके साथ ही आज करीब 20 प्रकार के पूजन होंगे।
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जब रामलला के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव को पूर्ण कराने के लिए मुख्य आचार्य पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित काशी से अयोध्या जाने के लिए अपनी गाड़ी में बैठे तो स्थानीय ब्राह्मण ने शंखनाद कर इसकी शुरुआत की। वहीं, बड़ी संख्या में महिलाओं ने 'राम के गुणगान गाओ' भजन के साथ उन्हें विदाई दी।
कैलाश खेर का राम भक्तों के हृदयों में फिर से उमंग का संचार करने और अयोध्या के भव्य राम मंदिर के प्रति उत्साह जगाने वाला एक मनमोहन गीत 'राम का धाम' आज रिलीज हुआ है। इसमें कारसेवा और पुनर्निर्माण से लेकर राम मंदिर बनने तक की पूरी कहानी है।
आज से भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान की शुरुआत होने जा रही है। आचार्य प्रायश्चित्त और कर्मकूटि पूजन की विधि कराएंगे। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम भक्तों के लिए एक और खुशखबरी आ गई है। उनके गर्भगृह के स्वर्ण द्वार की तस्वीर सामने आ गई है।
खास बात यह है कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में स्थानीय राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को छोड़ कर अन्य निमंत्रित नहीं हैं। केंद्र या किसी प्रदेश के मंत्री को मंत्री होने के नाते नहीं बुलाया गया है।
सनातन परम्परा और हिंदू धर्म के प्रचार-प्रसार में आदि शंकराचार्य की अहम भूमिका मानी जाती है। इसी को ध्यान में रखकर देश के चारों कोनों में चार शंकराचार्य मठ स्थापित किए गए हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में न जाने को लेकर जब विवाद बढ़ा तो श्रृंगेरी शारदा पीठ और द्वारकाशारदा पीठ की तरफ से बयान सामने आया है।
सचिन पायलट ने कहा कि हम सभी भगवान राम में विश्वास करते हैं और विश्वास करते रहेंगे। साथ ही उन्होंने भाजपा मंत्रियों की अंदरूनी कलह पर भी चुटकी ली। पायलट ने कहा कि हम बाहर से जो देख रहे हैं वह यह है कि भाजपा से जुड़े उन लोगों के साथ न्याय नहीं किया गया जो पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करते हैं।
कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा आयोजन को बीजेपी और आरएसएस का प्रोग्राम बताकर न्योता ठुकरा दिया है। जबकि सच ये है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मोहन भागवत में से कोई भी कार्यक्रम के मुख्य यजमान नहीं हैं। वहीं, कांग्रेस हाईकमान ने अयोध्या का न्योता ठुकराया तो बीजेपी को मौका मिल गया।
छत्तीसगढ़ के लोगों को अयोध्या धाम घूमाने का बीजेपी सरकार ने फैसला किया है। आज हुई कैबिनेट की मीटिंग में श्री रामलला दर्शन योजना शुरू करने का फैसला लिया गया है।
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