ऐसी अटकलें थी कि ठाणे नगर निगम द्वारा बुलेट ट्रेन के लिये 3,849 वर्ग मीटर भूमि राष्ट्रीय तीव्र गति रेल कार्पोरेशन को नहीं देने के पीछे भी मेट्रो कार शेड को लेकर जारी खींचतान ही बड़ी रही है।
चीन ने मंगलवार को अपनी सबसे तेज दौड़ने वाली मैग्लेव ट्रेन की शुरुआत की। इस ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 600 किलोमीटर प्रति घंटे की है। आधिकारिक मीडिया के अनुसार यह जमीन पर दौड़ने वाला सबसे तेज वाहन है।
चीन ने तिब्बत के सुदूर हिमालयी क्षेत्र में पहली पूरी तरह बिजली से संचालित बुलेट ट्रेन का शुक्रवार को परिचालन शुरू किया जो प्रांतीय राजधानी लहासा और नियंगची को जोड़ेगी।
प्रस्तावित मुंबई-नागपुर तीव्र गति के रेल गलियारे के लिये सुदूर संवेदी प्रौद्योगिकी लाइट डिटेक्शन एंड रेंजिंग (लीडार) सर्वे शुक्रवार को शुरू हुआ।
तिब्बत में सीमावर्ती इलाकों तक बेहद कम समय में पहुंचने के लिए महत्वाकांक्षी हाई-स्पीड रेल कनेक्शन योजना चला रहा है, जिसका ज्यादातर फोक्स भारत से जुड़ी सीमा पर है। लहासा से जिस न्यिंगची (Nyingchi) शहर के लिए बुलेट ट्रेन चलाई जा रही है, उसकी दूरी अरुणाचल प्रदेश सीमा से 50 किमी से भी कम है।
पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बुलट ट्रेन को झटका लग सकता है। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने गुरुवार को कहा कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पीछे रह सकता है अगर महाराष्ट्र में अगले तीन महीने में जमीन का अधिग्रहण नहीं किया जाता है।
देश का सबसे महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट जमीन अधिग्रहण और राजनीति के पचड़ों में फंसता नजर आ रहा है।
देश के सबसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट...बुलेट ट्रेन को रोकने के लिए बहुत बड़ी कोशिश चल रही है..और इस वक़्त इस प्रोजेक्ट को लेकर महाराष्ट्र सरकार और केंद्र सरकार आमने-सामने नज़र आ रही हैं
न्यू इंडिया में नई रफ्तार से दौड़ती बुलेट ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है। लेकिन पीएम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की नजर टेढ़ी हो गई है। मुंबई में बांद्रा-कुर्ला कांपलेक्स यानी बीकेसी की जिस जमीन पर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का काम होना है, जहां जमीन के नीचे बुलेट ट्रेन टर्मिनल बनना है। उसी जमीन पर अब उद्धव सरकार की नजर है।
न्यू इंडिया में नई रफ्तार से दौड़ती बुलेट ट्रेन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है। लेकिन पीएम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की नजर टेढ़ी हो गई है।
भारत स्थित जापानी दूतावास ने भारत के लिए तैयार की गई ई5 सीरीज शिनकान्सेन (जापान के बुलेट ट्रेन) की तस्वीरें जारी की हैं।
कंपनी ने हालांकि ठेके की कीमत नहीं बताई, लेकिन उसके द्वारा बताए गए वर्गीकरण ‘मेगा कॉन्ट्रैक्ट’ के अनुसार यह ठेका 7,000 करोड़ रुपये से अधिक का है।
एनएचएसआरसीएल एलएंडटी को परियोजना के तहत 237 किलोमीटर के वापी से वडोदरा के वायाडक्ट निर्माण का ठेका पहले ही दे चुकी है। इसमें चार ऊपरगामी रेलवे स्टेशन वापी, बिलमोरा, सूरत और भरूच एवं सूरत में ट्रेन डिपो का निर्माण शामिल है।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन ने 24 सितंबर को अहमदाबाद-मुंबई बुलेट रेल परियोजना के लिए करीब 1.08 लाख करोड़ रुपए की बोलियों को खोला था।
सरकार ने बड़ी खबर देते हुए रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) ट्रेन का फर्स्ट लुक आज जारी कर दिया। यह भारत में 180 किमी प्रति घंटे की तेज रफ्तार से दौड़ेगी । RRTS ट्रेन में मेट्रो और बुलेट ट्रेन जैसी सुविधाओं से लैस होगी। इसका उत्पादन 2022 से शुरू होगा।
मैगलेव रेलगाड़ी प्रणाली में रेलगाड़ी पटरी पर दौड़ने की बजाये हवा में रहती है।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के समय पर पूरा होने में विलंब हो सकता है क्योंकि कोरोना वायरस महामारी के चलते भूमि अधिग्रहण के काम में देरी हुई है।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के समय पर पूरा होने में विलंब हो सकता है क्योंकि महामारी के चलते भूमि अधिग्रहण के काम में देरी हुई है।
पीयूष गोयल ने बताया कि रेलवे अभी तक कुल 449 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला चुकी है। देश में बुलेट ट्रेन कब चलेगी इस पर भी उन्होंने जवाब दिया।
सरकार बनाते ही उद्धव ठाकरे एक्शन में हैं। उद्धव ने सबसे पहले आरे कॉलोनी के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर को खारिज किया और अब नाणार रिफाइनरी के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ नरमी दिखाई है।
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