हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों को बिलिंग साइकिल और पेमेंट ड्यू डेट बदलने का विकल्प उपलब्ध कराने को कहा है। नए निर्देश के तहत नए और मौजूदा दोनों कार्डधारक बिलिंग चक्र की तारीख को एक से अधिक बार बदल सकते हैं।
आप क्रेडिट कार्ड से खरीदारी उतने की ही करें जितना आप वहन कर सकते हैं। साथ ही इस बात को लेकर गांठ बांध लें कि आप क्रेडिट कार्ड बिल तय डेडलाइन से पहले चुका देंगे।
Credit Card Overlimit: क्रेडिट कार्ड की लिमिट से ज्यादा आप खर्च कर सकते हैं। इसके बारे में हम इस आर्टिकल में आरबीआई के नियम के साथ विस्तार से बताने जा रहे हैं।
Credit Card Balance Transfer: क्रेडिट कार्ड बैलेंस ट्रांसफर एक तरीका है, जिसके तहत आप अपने बकाया बैलेंस को किसी दूसरे क्रेडिट कार्ड में ट्रांसफर कर सकते हैं। आइए जानते हैं इसके फायदे
त्योहारी सीजन में क्रेडिट कार्ड से खरीदारी करते समय आपको सावधानियां बरतनी चाहिए। शॉपिंग करने से पहले बजट तैयार कर लेना बेहतर रहता है। इससे आप फिजूलखर्ची पर लगाम लगा सकते हैं।
आज के समय में क्रेडिट कार्ड यूज करने वालों की संख्या रोज बढ़ रही है। अगर आप भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल खरीदारी, बुकिंग आदि में करते हैं तो क्या आप जानते हैं कि कैसे अधिकतम बचत कर सकते हैं। अगर नहीं तो हम आपको बता रहे हैं।
आकर्षक ऑफर के कारण कई बार लोग अपने बजट से ज्यादा खर्च कर देते हैं। इस वजह से जब क्रेडिट कार्ड का बिल आता है तो कुछ लोग पेमेंट नहीं कर पाते हैं और डिफॉल्ट कर जाते हैं।
क्रेडिट कार्ड जारीकर्ता इंटरनेशनल ट्रांजैक्शन करने पर फॉरेन करेंसी मार्क-अप फीस वसूलते हैं। यह 1.99% से 3.55% तक होता है।
एक से अधिक कार्ड होने से बिल भुगतान की तारीखें याद रखने में परेशानी होती है। इसके चलते बहुत सारे लोग समय पर बिल चुकाना भूल जाते हैं।
क्रेडिट कार्ड के बकाये बिल को ईएमआई में कंवर्ट करने पर आपको 18% से 49% सालाना की दर से ब्याज चुकाना होता है।
Credit Card से कई बार हम लोग अनाप शनाप खर्च कर डालते हैं, और जब बिल आता है तब हमारे होश उड़ते हैं। यदि आपके साथ भी ऐसा हुआ है तो ये तरीके अपना सकते हैं।
Credit Card: आज के समय में लगभग नौकरीपेशा व्यक्ति क्रेडिट कार्ड यूज करता है। देश या विदेश में ट्रेवल करते वक्त क्रेडिट कार्ड पर कंपनियां अक्सर छूट दे देती हैं, लेकिन अब सरकार उसपर अलग से टैक्स वसूलने की तैयारी कर रही है।
बैंकिंग एक्सपर्ट का कहना है कि बड़ी खरीदारी के बाद बिल का भुगतान मिनिमम ड्यू पेमेंट के बजाय ईएमआई में चुकाना सही है।
आपके पास क्रेडिट कार्ड के EMI ऑफर्स स्वीकार करने का विकल्प होगा। इसके अलावा आप एक निश्चित रकम भी चुका सकते हैं और बकाया बचे हुए बिल की अगले महीने के लिए किश्तें बनवा सकते हैं। हालांकि, ये दोनों ही विकल्प अच्छे नहीं हैं।
Diwali Offers: इस बार की दिवाली आपके लिए खुशियों की दिवाली होने जा रही है, क्योंकि आपको ढेर सारे ऑफर मिलने जा रहे हैं। इस त्योहार आप अपने सपनों की खरीददारी धूम-धाम से कर सकते हैं।
Credit Card EMI आपके वित्तीय बोझ को कम कर देती है, क्योंकि पूरी राशि का अग्रिम भुगतान करने के बजाय, आप कुछ महीनों के किश्तों में बकाया चुका सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड को लेकर कई तरह के सवाल हमारे जेहन में आते हैं। इनमें से एक बड़ा सवाल है इसकी फीस। क्या है फीस से बचा जा सकता है
Credit Card: आज के समय में आपकी इनकम भले ही निश्चित हो, लेकिन आपको पेमेंट (Payment) करने के ढेरों विकल्प मिल जाएंगे। अगर आप क्रेडिट कार्ड बिल के मिनिमम ड्यू पेमेंट के बारे में ये बातें नहीं जानते हैं तो इस खबर को पढ़ लें।
आप अपना कर्ज का बोझ कैसे कम कर सकते हैं? खासतौर पर ऐसे वक्त पर जबकि हो सकता है कि आप कोरोना काल में सैलरी में कटौती या नौकरी जाने जैसी दिक्कत का सामना कर रहे हों, यह कर्ज आपके लिए मुश्किल भरा साबित हो सकता है।
Credit Card: पिछले दो दशकों में भारत में क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का उपयोग लगातार बढ़ा है, हालांकि पिछले पांच वर्षों में एक बड़ा उछाल आया है।
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