बैंक में काउंटर पर बैठी महिला को उषा शुक्ला के हावभाव पर शक हुआ। उसने अपने सीनियर को जानकारी दी। सीनियर ने पुलिस को कॉल किया क्योंकि उषा इस क़दर ठगों की बातों के जाल में फंसी हुई थीं कि किसी को कुछ बताने को तैयार नहीं थी।
लखनऊ में PNB बैंक मैनेजर सूझबूझ से बुजुर्ग महिला साइबर ठगी से बच गई. महिला जब डेढ़ करोड़ रुपए दूसरे खतों में ट्रांसफर करवाने पहुंची तो मैनेजर को शक हो गया. जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई तो पता चला महिला पांच दिन से डिजिटल अरेस्ट थी.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में साइबर ठगों ने डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर एक बुजुर्ग महिला से डेढ़ करोड़ रुपये ठगने की कोशिश की। बैंक अधिकारियों की सतर्कता से समय रहते पुलिस को सूचना दी गई और महिला ठगी का शिकार होने से बच गई।
फ्लेक्स एक UPI-बेस्ड, डिजिटल को-ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड है जो पूरी तरह से Google Pay ऐप में उपलब्ध है। जानिए इससे आपको क्या-क्या फायदे मिलने वाले हैं।
डिजिटल अरेस्ट स्कैम में फंसकर बेंगलुरु की एक महिला ने करोड़ों रुपये गंवा दिए। महिला को एक नंबर से कॉल आया और फिर उससे जालसाजों ने महीनों तक पैसे ऐंठे।
बड़ी टेक कंपनियों गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन ने पिछले दो महीने में भारत में अरबों के निवेश की घोषणा की है। आखिर ये कंपनियां भारत में एआई पर क्यों इतना बड़ा दांव लगा रही हैं?
भारत में डिजिटल गोल्ड की चमक इस बार नवंबर में अचानक फीकी पड़ गई। जहां साल 2025 में हर महीने डिजिटल गोल्ड की खरीद लगातार बढ़ रही थी, वहीं SEBI की एक चेतावनी ने पूरा गेम बदल दिया।
देशभर में हो रहे डिजिटल अरेस्ट से जुड़े मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को सौंपी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अन्य स्कैम से अलग CBI सबसे पहले डिजिटल अरेस्ट स्कैम के मामलों की जांच करेगी।
सेबी ने इस महीने की शुरुआत में निवेशकों को डिजिटल और ई-गोल्ड उत्पादों में निवेश से सावधान रहने की सलाह दी थी। इसमें कहा था कि ये उत्पाद सेबी के नियामकीय ढांचे से बाहर हैं, और इनमें निवेश करने से काफी जोखिम बढ़ जाते हैं।
पीड़ित महिला ने 187 लेनदेने के माध्यम से 32 करोड़ रुपये डिजिटल अरेस्ट करने वाले आरोपियों के खाते में ट्रांसफर कर दी। अंत में महिला की मानसिक संतुलन बिगड़ गया और वह बीमार हो गई।
अगर किसी व्यक्ति का मोबाइल नंबर लीक होकर स्पैम या अनधिकृत कॉल आती है, तो वह शिकायत करके जांच की मांग कर सकता है। नए नियम यह पता लगाने में मदद करेंगे कि किसी का डेटा किस संस्था ने बिना अनुमति लीक किया और दोषियों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
भारत के 21 राज्यों में करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले अंतर्राष्ट्रीय गिरोह को नागपुर पुलिस ने धर दबोचा है। इस मामले में 23 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। आरोपियों के तार चीन और कंबोडिया से जुड़े हुए थे।
महाराष्ट्र साइबर पुलिस ने ₹58 करोड़ के डिजिटल अरेस्ट के एक मामले में बड़ा खुलासा किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ठगी में मनी ट्रेल तीन देशों तक पहुंची है। महाराष्ट्र साइबर पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पैसा हांगकांग, चीन और इंडोनेशिया के खातों में ट्रांसफर हुआ था।
अब भारत सरकार की तरफ से स्कैम के डर को कम करने के लिए टेलीकॉम विभाग ने बड़ा कदम उठाया है और आम लोगों को फ्रॉड से बचाने के लिए एक सुविधा दी है।
सेबी ने कहा कि ऐसे डिजिटल गोल्ड प्रोडक्ट सेबी-रेगुलेटेड गोल्ड प्रोडक्ट्स से अलग हैं, क्योंकि इन्हें न तो सिक्यॉरिटी के रूप में नोटिफाई किया गया है और न ही कमोडिटी डेरिवेटिव के रूप में रेगुलेट किया गया है।
NPCI ने लोगों को डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की है और बताया है कि इस तरह के कॉल या मैसेज आने पर क्या करना चाहिए? अगर, आपके पास भी इस तरह के कॉल्स आते हैं तो आप NPCI की इस एडवाइजरी को जरूर फॉलो करें।
फेस्टिव सीजन की रौनक ने न केवल बाजारों को रोशन किया है बल्कि डिजिटल पेमेंट्स के आंकड़ों में भी बंपर उछाल ला दिया है। NPCI के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर महीने में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) के जरिए औसतन हर दिन 94,000 करोड़ रुपये के लेनदेन हुए।
दिवाली के मौके पर कहीं आपके साथ भी बड़ा फ्रॉड न हो जाए। साइबर अपराधी के नए तरीके वाले डिजिटल अरेस्ट से बचें। हाल में एक बुजुर्ग को डिजिटली बंधक बनाकर अपराधियों ने 64 लाख रुपये की ठगी कर ली है।
फिक्की-डेलॉयट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 73 प्रतिशत लोग अब किसी भी चीज की जानकारी सबसे पहले ऑनलाइन ही लेते हैं, यहां तक की आभूषण के लिए भी।
आरोपियों ने खुद को ईडी और सीबीआई का अधिकारी बताया था। इसके बाद बिजनेसमैन और उसकी पत्नी को डिजिटल अरेस्ट कर 58 करोड़ रुपये ठग लिए। ठगी की वारदात व्हाट्सएप वीडियो कॉल के जरिए हुई।
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