मंत्रालय का स्पष्ट तौर पर मानना है कि सुचारू रूप से चल रही मौजूदा व्यवस्था में किसी तरह के बदलाव का मेट्रो परिचालन पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। एक अधिकारी ने बताया कि भविष्य में अन्य शहरों में भी ऐसी मांग उठने की संभावना को देखते हुए सरकार चाहती है इसे लागू करने वाली व्यवस्था इतनी पुख्ता और टिकाऊ हो जिसे एकरूपता के साथ सभी जगह लागू किया जा सके।
मेट्रो में 5 किलोमीटर से ऊपर के किराए में अब पहले के मुकाबले 10 रुपए ज्यादा चुकाने पड़ेंगे, अधिकतम किराया 50 रुपए से बढ़ाकर 60 रुपए कर दिया गया है
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