Thursday, March 28, 2024
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China Nuclear Reactor: टॉरपीडो के लिए चीन बना रहा 'डिस्पोजेबल' न्यूक्लियर रिएक्टर, दुश्मन के इलाके में लाएगा परमाणु सुनामी, जानिए खूबियां

टॉरपीडो डिस्पोजेबल परमाणु रिएक्टर से टकराने से पहले 200 घंटे तक 30 समुद्री मील (56 किमी / घंटा या 35 मील प्रति घंटे) से अधिक की गति से चल सकता है। इसके अलावा दुश्मन पर हमला करने से पहले यह खुद ही पानी में अपना परमाणु रिएक्टर छोड़ेगा और फिर उसपर वारहेड से निशाना लगाएगा।

Shilpa Written By: Shilpa
Updated on: July 31, 2022 16:12 IST
Disposable Nuclear Reactor- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Disposable Nuclear Reactor

Highlights

  • चीन बना रहा डिस्पोजेबल परमाणु रिएक्टर
  • पानी के भीतर हमला करने में सक्षम हथियार
  • पोसीडॉन पनडुब्बी का छोटा वर्जन बताया जा रहा

China Nuclear Reactor: अपने हथियारों का जखीरा बढ़ाने की दिशा में लगातार काम कर रहा चीन टॉरपीडो के लिए खास तरह के डिस्पोजेबल परमाणु रिएक्टर बना रहा है। इनका निर्माण दक्षिण चीन सागर में हो रहा है, जहां चीन का अमेरिका सहित तमाम देशों के साथ विवाद चल रहा है। रिएक्टर को लंबी दूरी के टॉरपीडो के साथ फिट किया जाएगा। इन टॉरपीडो की मदद से चीनी नौसेना समुद्र के भीतर परमाणु सुनामी लेकर आ सकती है। चीन के विदेश मंत्रालय के साथ काम करने वाली एक रिसर्च टीम ने छोटे और कम कीमत वाले ये परमाणु रिएक्टर दिखने में कैसे होंगे, उसका डिजाइन तैयार कर लिया है। इसकी मदद से चीनी शोधकर्ता रूसी पोसीडॉन मानव रहित पनडुब्बी का एक छोटा वर्जन बनाने की तैयारी में हैं। 

पोसीडॉन दुनिया का पहला पानी में काम करने वाला परमाणु शक्ति से लेस ड्रोन है। रूस का ये ड्रोन दुनिया की सबसे बड़ी पनडुब्बी बेलगोरोड में तैनात है। यह किसी भी देश के तट पर परमाणु सुनामी ला सकता है। चीनी शोधकर्ताओं की टीम का कहना है कि पोसीडॉन का बडे़ स्तर पर निर्माण नहीं हो सकता क्योंकि यह बहुत बड़े, महंगे और घातक हैं। ठीक इसी समय 'डिस्पोजेबल' परमाणु रिएक्टर को स्टैंडर्ड ट्यूब में फिट किया जा सकता है। इन टॉरपीडो को बड़े स्तर पर किसी भी पनडुब्बी या युद्धपोत से लॉन्च किया जा सकता है। 

खुद छोडे़गा परमाणु रिएक्टर

Disposable Nuclear Reactor

Image Source : INDIA TV
Disposable Nuclear Reactor

टॉरपीडो डिस्पोजेबल परमाणु रिएक्टर से टकराने से पहले 200 घंटे तक 30 समुद्री मील (56 किमी / घंटा या 35 मील प्रति घंटे) से अधिक की गति से चल सकता है। इसके अलावा दुश्मन पर हमला करने से पहले यह खुद ही पानी में अपना परमाणु रिएक्टर छोड़ेगा और फिर उसपर वारहेड से निशाना लगाएगा। चाइना इंस्टीट्यूट ऑफ एटॉमिक एनर्जी के मुख्य वैज्ञानिक गुओ जियान ने कहा कि उनके डिस्पोजेबल परमाणु रिएक्टर और रूस के पोसीडॉन में मूलभूत अंतर है। 

लचीले और कम कीमत वाले

चाइना शिप बिल्डिंग इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन के मानवरहित अंडरसीज सिस्टम के पीयर-रिव्यू जरनल में इस महीने प्रकाशित एक पेपर में जियान ने कहा कि यह अधिक लचीला और कम कीमत वाला है। मानवरहित और परमाणु शक्ति से संपन्न होने के चलते इनका इस्तेमाल पनडुब्बी के तौर पर भी किया जा सकता है। रूसी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पोसीडॉन दो मेगाटन के वारहेड के साथ हमला कर सकता है। इसका हमला किसी भी तटीय शहर में परमाणु सुनामी ला सकता है। पोसीडॉन का हमला हिरोशिमा पर हुए परमाणु हमले से 100 गुना अधिक शक्तिशाली माना जाता है। 

लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम

चीनी शोधकर्ताओं का कहना है कि पोसीडॉन जैसे हथियार दुनिया को खत्म करने वाला परमाणु युद्ध शुरू कर सकते हैं। इसी वजह से इस बात की कम ही संभावना है कि इस हथियार का कभी इस्तेमाल किया जाएगा। गुओ जियान ने कहा कि छोटे, अधिक गति वाले और लंबी दूरी तक मार करने में सक्षम अंडरवॉटर ड्रोन की मांग चीन में तेजी से बढ़ रही है। इनका इस्तेमाल परीक्षण, ट्रैकिंग, हमले और रणनीतिक हमलों में किया जा सकता है। वहीं डिस्पोजेबल परमाणु रिएक्टर इन मिशनों का समर्थन करने के लिए भारी मात्रा में ऊर्जा प्रदान कर सकते हैं। हालांकि अधिकतर रिएक्टर न केवल जटिल संरचना वाले बल्कि महंगे भी होते हैं।

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