परमाणु ऊर्जा से जुड़े 'SHANTI बिल' को लोकसभा और राज्यसभा दोनों में पारित कर दिया गया है। विपक्ष इस बिल का विरोध कर रहा है तो वहीं, पीएम मोदी ने इस बिल के पास होने को परिवर्तनकारी क्षण करार दिया है।
Shanti Bill को सरकार ने सदन में पेश किया जिसके बाद विपक्ष ने खूब बवाल किया। दरअसल Nuclear Sector में Private Companies की एंट्री वाले इस बिल को लेकर विपक्ष ने देश की सुरक्षा के प्रति चिंता जताई। इस खास रिपोर्ट में देखिए क्या है ये बिल, क्यों देश के लिए है ये खास?
लोकसभा में पेश SHANTI बिल 2025 भारत की न्यूक्लियर नीति में ऐतिहासिक सुधार है। इससे सरकारी एकाधिकार खत्म होगा, निजी कंपनियों की एंट्री संभव होगी, और लायबिलिटी नियम आसान होंगे।
भारत की ऊर्जा नीति में एक ऐतिहासिक मोड़ आ गया है। दशकों तक पूरी तरह सरकारी नियंत्रण में रहे परमाणु ऊर्जा क्षेत्र के दरवाजे अब निजी कंपनियों के लिए भी खुलने जा रहे हैं। केंद्र सरकार ने SHANTI बिल को मंजूरी देकर न्यूक्लियर सेक्टर में बड़े सुधार का संकेत दिया है।
फ्रांस के न्यूक्लियर सबमरीन बेस पर अवैध ड्रोन की उड़ानों ने पूरे देश में खलबली मचा दी है। फ्रांस को शक है कि यह रूस की करतूत हो सकती है। इस घटना के बाद फ्रांस में सैन्य ठिकानों और कई अहम हवाई अड्डों पर अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
तमिलनाडु के कुडनकुलम प्लांट को न्यूक्लियर फ्यूल की पहली खेप रूस से मिल गई है। कार्गो फ्लाइट से ये खेप भारत पहुंची है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन भी भारत आए हुए हैं।
चीन दुनिया का पहला तैरता हुआ कृत्रिम द्वीप बनाने जा रहा है। यह द्वीप परमाणु हमले भी झेलने में सक्षम होगा।
ईरान ने संयुक्त राष्ट्र की परमाणु ऊर्जा निगरानी संस्था को उसके साथ समझौते रद्द करने की खुली धमकी दी है। ईरान ने यह बयान अमेरिका और यूएन के एक प्रस्ताव के बाद दिया है।
इजरायल और अमेरिका के हमले में ईरान के परमाणु केंद्र को बड़ा नुकसान पहुंचा था। इस वजह से ईरान अब दोबारा परमाणु संवर्धन नहीं कर पा रहा है।
दुनिया में सबसे बड़े परमाणु धारक देश रूस और अमेरिका हैं। इसके बाद तीसरा नंबर चीन का आता है। दुनिया का सबसे खतरनाक और बड़ा परमाणु बम रूस के पास है।
रूस और चीन से तनावों के बीच अमेरिका ने गुप्त परमाणु परीक्षण कर लिया है। यह दावा रूस की न्यूज एजेंसी आरटी.कॉम द्वारा किया गया है। न्यूक्लियर टेस्ट से जुड़ा इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इस सूचना ने दुनिया में हड़कंप मचा दिया है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बेहद डरावना दावा करके सबको हैरान कर दिया है। उनका कहना है कि रूस ने राष्ट्रपति पुतिन के निर्देशों पर परमाणु परीक्षण को लेकर काम शुरू कर चुका है।
भारत और इजरायल पाकिस्तान के गुप्त परमाणु ठिकानों पर संयुक्त हमले की योजना बना चुके थे। हमले को अंजाम दिया ही जाने वाला था, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बाद में मना कर दिया। यह खुलासा अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआई के पूर्व अफसर रिचर्ड बार्लो ने किया है।
पाकिस्तान की गुप्त परमाणु गतिविधियों को लेकर हाल में आए ट्रंप के बयान पर भारत का पहला रिएक्शन सामने आया है। भारत ने इसे पाकिस्तान का पुराना इतिहास बताया है।
अमेरिका और रूस की न्यूक्लियर आक्रामकता से वैश्विक शांति संधियां कमजोर होंगी। भारत जैसे तटस्थ देशों के लिए यह चुनौती है, क्योंकि रूस प्रमुख रक्षा साझेदार है। यदि वाकई परमाणु परीक्षण होते हैं, तो इन हथियारों की नई होड़ में चीन, उत्तर कोरिया और ईरान भी शामिल हो सकते हैं। कैरेबियन में टकराव से तेल कीमतें चढ़ सकती हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के परमाणु परीक्षण वाले बयानों के बाद अब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने भी अपने अधिकारियों को न्यूक्लियर टेस्ट का आदेश देकर खलबली मचा दी है।
न्यूक्लियर बम और हाइड्रोजन बम में कौन ज्यादा खतरनाक है, इस सवाल का जवाब जानकर हैरानी होगी। जानें क्या है हाइड्रोजन बम क्या है, कैसे बनता है और कितना पावरफुल होता है? जानें इस एक्सप्लेनर में...
भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बुरी तरह घबराया हुआ है। लिहाजा पाकिस्तान ने अब परमाणु तैयारियों को तेज कर दिया है। पाकिस्तान सिंध प्रांत में गुप्त परमाणु सुरंगें बना रहा है। यह खुलासा एक पत्र के माध्यम से हुआ है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक इंटरव्यू के दौरान बड़ा खुलासा किया है। ट्रंप ने उन देशों के नाम बताए हैं जो सक्रिय रूप से परमाणु हथियारों का परीक्षण कर रहे हैं। ट्रंप ने पाकिस्तान का भी जिक्र किया है।
दुनिया के विभिन्न देशों के बीच चल रहे युद्ध और संघर्षों के बीच परमाणु हथियारों की होड़ लगने लगी है। इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने परमाणु परीक्षण करने के ऐलान ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा दिया है।
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