इस्लामाबाद: तालिबान सरकार ने बुधवार को अफगानिस्तान में इंटरनेट पर राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध लगाए जाने की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि पुराने फाइबर ऑप्टिक केबल खराब हो गए हैं और उन्हें बदला जा रहा है। यह घोषणा संचार ब्लैकआउट पर तालिबान का पहला सार्वजनिक बयान है जिसके कारण बैंकिंग, वाणिज्य और विमानन क्षेत्र को बाधित हुए है।
'फैलाई जा रही है अफवाह'
पिछले महीने, कई प्रांतों ने अनैतिकता से निपटने के लिए तालिबान नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा के एक आदेश के कारण इंटरनेट बंद होने की पुष्टि की थी। तालिबान अधिकारियों ने पाकिस्तानी पत्रकारों के साथ एक चैट ग्रुप में तीन पंक्तियों के बयान में कहा, ‘‘यह अफवाह फैलाई जा रही है कि हमने इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया है।’’
नेटब्लॉक्स ने क्या कहा?
इससे पहले इंटरनेट के इस्तेमाल का समर्थन करने वाले संगठन ‘नेटब्लॉक्स’ ने बताया था कि अफगानिस्तान में ‘कनेक्टिविटी’ सामान्य स्तर के 14 प्रतिशत तक गिर गई है और देशभर में टेलीकॉम सेवाओं में व्यवधान देखा जा रहा है। मंगलवार को एसोसिएटेड प्रेस अपने काबुल ब्यूरो के साथ-साथ पूर्वी और दक्षिणी प्रांतों नंगरहार और हेलमंद में संवाददाताओं से संपर्क नहीं कर सका था।
लोग कर रहे हैं शिकायत
बीते कुछ हफ्तों से अफगानिस्तान के कई प्रांतों में इंटरनेट उपयोगकर्ता या तो धीमे इंटरनेट एक्सेस या कनेक्टिविटी ना होने की शिकायत कर रहे हैं। कई लोगों ने यह भी कहा कि उनकी बेटियों की ऑनलाइन अंग्रेजी कक्षाएं बाधित हुई हैं। एक महिला ने बताया कि इंटरनेट कटने के बाद वह अपनी ऑनलाइन क्लास नहीं कर पाई।
कई क्षेत्र हुए प्रभावित
इस बीच यहां यह भी बता दें कि, पूरे देश की बैंकिंग और अन्य ई-कॉमर्स सेवाओं पर भी असर पड़ा है। काबुल में कई लोगों ने बताया कि उनका फाइबर-ऑप्टिक इंटरनेट बंद कर दिया गया था। टोलो न्यूज की टेलीविजन और रेडियो नेटवर्क सर्विस पर भी असर पड़ा है। काबुल एयरपोर्ट से उड़ानें भी बाधित हुई हैं। (एपी)
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