Saturday, April 27, 2024
Advertisement

पाकिस्तान का काल बन गया तालिबान,आतंकवादी कर रहे आतंकी देश पर हमला

Pakistan Vs TTP: आतंकवाद की फैक्ट्री चला रहा पाकिस्तान अब आतंकवादियों से ही परेशान हो चुका है। तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) नामक आतंकी संगठन ने पाकिस्तानी सरकार को घुटनों पर ला लिया है। पाकिस्तान के विभिन्न इलाकों में टीटीपी लगातार पुलिस और सरकार की चुनौती दे रहा है।

Dharmendra Kumar Mishra Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Updated on: December 25, 2022 23:19 IST
आसिम मुनीर, पाकिस्तानी सेना प्रमुख- India TV Hindi
Image Source : AP आसिम मुनीर, पाकिस्तानी सेना प्रमुख

Pakistan Vs TTP: आतंकवाद की फैक्ट्री चला रहा पाकिस्तान अब आतंकवादियों से ही परेशान हो चुका है। तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) नामक आतंकी संगठन ने पाकिस्तानी सरकार को घुटनों पर ला लिया है। पाकिस्तान के विभिन्न इलाकों में टीटीपी लगातार पुलिस और सरकार की चुनौती दे रहा है। पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में टीटीपी आतंकी हमले कर रहा है। पाकिस्तान पुलिस और सेना के जवानों को टीटीपी मौत के घाट उतार रहा है। इससे प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की हालत खस्ता हो गई है। अब टीटीपी से निजात पाने के लिए सरकार सैन्य कार्रवाई का विकल्प तैयार कर रही है।

पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में आई तेजी के बीच देश का नागरिक और सैन्य नेतृत्व प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) को लेकर एक प्रमुख नीतिगत समीक्षा कर रहा है। टीटीपी प्रायोजित हमलों में आई बढ़ोतरी ने संबंधित अधिकारियों को पिछली सरकार द्वारा अपनाई गई रणनीति पर फिर से विचार करने के लिए मजबूर किया है। आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि बंद कमरे में बातचीत चल रही है और अगले कुछ हफ्तों में बड़े फैसले होने की उम्मीद है। चर्चा के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की एक बैठक बुलाई जा सकती है और टीटीपी से नए खतरे के खिलाफ महत्वपूर्ण उपाय किए जा सकते हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, खैबर-पख्तूनख्वा के कुछ क्षेत्रों में, विशेष रूप से आदिवासी जिलों में स्थिति इस हद तक बिगड़ गई है कि एक बड़े सैन्य हमले से इंकार नहीं किया जा सक

पाकिस्तान सरकार की टीटीपी के साथ बातचीत ठप

अधिकारियों ने स्वीकार किया कि टीटीपी के साथ बात करने की नीति उलटी पड़ गई है और आतंकवादी संगठन ने वार्ता को फिर से संगठित करने के लिए इस्तेमाल किया था। एक अन्य अधिकारी ने कहा, यह एक बड़ी गलती थी और इसे सुधारा जाना चाहिए। अफगानिस्तान में तालिबान के अधिग्रहण के बाद से पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में 51 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। शुक्रवार को इस्लामाबाद में आत्मघाती हमला कई वर्षों के बाद टीटीपी द्वारा उत्पन्न नए खतरे को उजागर करने वाला पहला हमला था।

टीटीपी पर सैनिक हमले की योजना
आतंक को पनाह देने वाला पाकिस्तान अब आतंकवादियों से ही परेशान है। लिहाजा वह टीटीपी पर सैनिक हमले का प्लान बना रहा है। वाशिंगटन के यूएस इंस्टीट्यूट ऑफ पीस से जुड़े आतंकवाद विरोधी विशेषज्ञ डॉक्टर असफंद यार मीर ने कहाकि संकेत मिल रहे हैं और स्थिति ऐसी है कि पाकिस्तान टीटीपी के खिलाफ सैन्य हमला शुरू कर सकता है। मीर ने कहा, सैन्य आक्रमण के अलावा, पाकिस्तान टीटीपी के खिलाफ सीमा पार संचालन के विकल्प पर भी विचार कर सकता है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि पाकिस्तान को उम्मीद थी कि अफगान तालिबान की वापसी से टीटीपी के खतरे को खत्म करने में मदद मिलेगी। लेकिन उन उम्मीदों के विपरीत, टीटीपी प्रायोजित हमलों में बढ़ोतरी हुई है।

 

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Asia News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement