Sunday, April 28, 2024
Advertisement

केमिस्ट्री के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा, क्वांटम डॉट्स की खोज करने वाले तीन वैज्ञानिकों को मिला यह अवार्ड

मौंगी जी. बावेंडी, लुईस ई. ब्रूस और एलेक्सी आई. एकिमोव को 'क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए' वर्ष 2023 का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया है। इससे पहले कल मंगलवार को फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार दिया गया था।

Deepak Vyas Written By: Deepak Vyas @deepakvyas9826
Updated on: October 04, 2023 18:14 IST
क्वांटम डॉट्स की खोज करने वाले तीन वैज्ञानिकों को मिला यह अवार्ड- India TV Hindi
Image Source : SOCIAL MEDIA क्वांटम डॉट्स की खोज करने वाले तीन वैज्ञानिकों को मिला यह अवार्ड

Nobel Prize in Chemistry: केमिस्ट्री के नोबेल पुरस्कारों का ऐलान हो गया है। इसके तहत केमिस्ट्री में नोबेल पुरस्कार 2023 मौंगी जी. बावेंडी, लुईस ई. ब्रूस और एलेक्सी आई. एकिमोव को 'क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए' प्रदान किया गया। आज क्वांटम डॉट्स नैनोटेक्नोलॉजी के टूलबॉक्स का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। रसायन विज्ञान में 2023 का नोबेल पुरस्कार विजेता सभी नैनोवर्ल्ड की खोज में अग्रणी रहे हैं। नैनो टेक्नोलॉजी के ये सबसे छोटे घटक अब टेलीविजन और एलईडी लैंप से अपनी रोशनी फैलाते हैं, और कई अन्य चीजों के अलावा ट्यूमर सेल्स को हटाते समय सर्जनों का मार्गदर्शन भी कर सकते हैं।

नैनोटेक्नोलॉजी में क्वांटम डॉट्स की बहुत अहमियत

केमिस्ट्री का अध्ययन करने वाला प्रत्येक व्यक्ति यह सीखता है कि किसी तत्व के गुण इस बात से नियंत्रित होते हैं कि उसमें कितने इलेक्ट्रॉन हैं। हालांकि, जब पदार्थ नैनो-डायमेंशन में सिकुड़ जाता है तो क्वांटम फेनोमेना पैदा होता हैं। ये पदार्थ के आकार से नियंत्रित होते हैं। रसायन विज्ञान 2023 में नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने इतने छोटे कण बनाने में सफलता हासिल की है कि उनके गुण क्वांटम घटना से निर्धारित होते हैं। कण, जिन्हें क्वांटम डॉट्स कहा जाता है, अब नैनोटेक्नोलॉजी में बहुत महत्व रखते हैं।

रसायन विज्ञान के लिए नोबेल समिति के अध्यक्ष जोहान एक्विस्ट ने कहा कि क्वांटम डॉट्स में कई आकर्षक और असामान्य गुण हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि उनके आकार के आधार पर उनके अलग-अलग रंग होते हैं। 1980 के दशक की शुरुआत में एलेक्सी एकिमोव रंगीन कांच में आकार-निर्भर क्वांटम प्रभाव बनाने में सफल रहे। यह रंग कॉपर क्लोराइड के नैनोकणों से आया और एकिमोव ने प्रदर्शित किया कि कण का आकार क्वांटम प्रभावों के माध्यम से कांच के रंग को प्रभावित करता है। 

जानिए तीनों वैज्ञानिकों के बारे में

माउंगी गैब्री बावेंडी

माउंगी का पूरा नाम माउंगी गैब्री बावेंडी है। उनका जन्म 1961 में फ्रांस की राजधानी पेरिस में हुआ था।वे इस समय मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी में प्रोफेसर हैं। उनके पिता भी प्रसिद्ध गणितज्ञ थे।

लुईस ई. ब्रुस

1943 में जन्मे लुई ई. ब्रूस  कोलंबिया विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान के एस एल मिशेल प्रोफेसर हैं। वह क्वांटम डॉट्स के नाम से जाने जाने वाले कोलाइडल सेमी-कंडक्टर नैनोक्रिस्टल के खोजकर्ता हैं। 2023 में उन्हें रसायन विज्ञान में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1996 में ब्रूस ने बेल लैब्स छोड़ दी और कोलंबिया विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान विभाग में संकाय में शामिल हो गए। उन्हें 1998 में अमेरिकन एकेडमी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज का फेलो चुना गया था। 

एलेक्सी एकिमोव

1945 में पूर्व सोवियत संघ में जन्मे एलेक्सी एकिमोव को भी केमिस्ट्री के क्षेत्र में अपने शोध के लिए नोबेल पुरस्कार मिला है। जिन्होंने वाविलोव स्टेट ऑप्टिकल इंस्टीट्यूट में काम करते हुए क्वांटम डॉट्स के नाम से जाने जाने वाले सेमीकंडक्टर नैनोक्रिस्टल की खोज की। 1967 में, उन्होंने भौतिकी संकाय से ग्रेजुएशन ​की उपाधि प्राप्त की।

गौरतलब है कि फिजिक्स के क्षेत्र में सम्मान संयुक्त रूप से पियरे एगोस्टिनी, फेरेंक क्रूज और ऐनी एल'हुइलियर को दिया गया। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के मुताबिक, तीनों ने पदार्थ में इलेक्ट्रॉन गतिशीलता के अध्ययन के लिए प्रयोगात्मक तरीकों को अपनाया था। इससे प्रकाश के एटोसेकंड पल्स उत्पन्न होते हैं। 

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Europe News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement