
बिहार की राजधानी पटना में गुरुवार को महागठबंधन की एक अहम बैठक हुई, जो करीब तीन घंटे तक चली। इस बैठक में तेजस्वी यादव को को-आर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष के तौर पर चुना गया। हालांकि, मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा, इसे लेकर कांग्रेस की ओर से कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई। कांग्रेस के बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने लीडरशिप के संबंध में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए कहा कि महागठबंधन में यूनिटी है, क्लैरिटी है, एनडीए में कंफ्यूजन है। हरियाणा के मुख्यमंत्री कुछ बोलते हैं, प्रधानमंत्री कुछ बोलते हैं, इंडिया गठबंधन में कोई कंफ्यूजन नहीं है, जहां कंफ्यूजन है वहां का सवाल उठाएं।
जब अल्लावरु से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा बताए जाने के संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने इसका जवाब नहीं दिया। तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "थोड़ा इंतजार का मजा लीजिए। हम सब एक हैं, जो भी बात होगी साथ करेंगे।" पशुपति पारस को कहा कि इसके बारे में आप लोगों को बताया जाएगा।
बैठक में किन मुद्दों पर हुई चर्चा?
बैठक में आरजेडी, कांग्रेस, वीआईपी के साथ-साथ वामपंथी दलों- सीपीएम, सीपीआई और माले के नेताओं ने भाग लिया। बैठक में राज्य से लेकर प्रखंड स्तर पर को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनाने का ऐलान किया गया। ये कमेटियां समय-समय पर आपस में बैठक करेंगी और अपने एजेंडे को एकजुटता से आगे बढ़ाएंगी। बैठक के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने गरीब, नौजवान, महिलाओं, युवाओं के मुद्दों पर बात की। पलायन पर चर्चा की। बिहार के लोगों में बहुत गुस्सा है। 20 साल से यहां 'खटारा' सरकार है। केंद्र की ही रिपोर्ट बताती है कि बिहार में सबसे ज्यादा गरीबी है।
"बिहार में कानून नाम की कोई चीज नहीं"
उन्होंने गोपालगंज में एक लड़की के किडनैप कर गैंगरेप की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सीएम के गृह जिले नालंदा में दुष्कर्म के बाद पीड़िता के पैरों में कीलें ठोंकी गईं। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस को भगाया जा रहा है और अपराधी बेलगाम हैं। बिहार में कानून नाम की कोई चीज नहीं है। लॉ एंड ऑर्डर का क्रिमिनल डिस-ऑर्डर हो चुका है। इसके दोषी सिर्फ सीएम नीतीश नहीं हैं। उन्हें क्या कहें वो तो अचेत अवस्था में हैं, लेकिन नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह बार-बार बिहार आते हैं, उनको जवाब देना चाहिए। अमित शाह के पास गृह मंत्रालय है। ये लोग मुद्दों पर बात नहीं करते।
"प्रधानमंत्री ने बिहार को क्या दिया?"
तेजस्वी यादव ने कहा कि पीएम मोदी 11 साल से प्रधानमंत्री हैं, इन्होंने बिहार को क्या दिया? केवल ठगने का काम किया है। लोगों ने भरोसा करके सबसे ज्यादा सांसद दिए। दर्जनभर मंत्री यहां से हैं, मंत्री अपनी एक उपलब्धि बता दें। 20 साल से डबल इंजन की सरकार का नेतृत्व मोदी-नीतीश कर रहे हैं। इनका एक काम बताएं। प्रति व्यक्ति आय में बिहार सबसे पीछे है। किसानों की आय में सबसे पीछे है। निवेश में सबसे पीछे है। इन लोगों ने कोई काम नहीं किया।
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