दिल्ली विश्वविद्यालय के ‘नॉर्थ कैंपस’ में सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने विरोध मार्च निकाला। एबीवीपी के छात्र संगठन के एक नेता द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) के अध्यक्ष रौनक खत्री के कार्यालय पर गोबर पोत दिया गया। इसके कारण तनाव बढ़ गया। यह घटना पिछले हफ्ते कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अघोषित दौरे को लेकर उठे विवाद के बाद हुई है।
राहुल गांधी के आने से प्रशासन के कामकाज में हुई बाधा
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) समुदायों के विद्यार्थियों से बातचीत करने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय आए थे। विश्वविद्यालय के ‘प्रॉक्टर’ कार्यालय के अनुसार, राहुल का यह दौरा बिना पूर्व अनुमति के था और इससे छात्र प्रशासन के कामकाज में बाधा उत्पन्न हुई। कार्यालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा, 'राहुल गांधी ने ऐसा दूसरी बार किया है। बिना किसी सूचना और जानकारी के विश्वविद्यालय में आना हुआ।'
एबीवीपी ने निकाली ‘छात्र सम्मान यात्रा'
एबीवीपी की ‘छात्र सम्मान यात्रा’ किरोड़ीमल कॉलेज से शुरू हुई और डूसू कार्यालय में समाप्त हुई, जिसमें भाग लेने वाले कार्यकार्ताओं ने आरोप लगाया कि 22 मई को राहुल गांधी के दौरे से ‘अराजकता’ पैदा हुई और संस्थागत प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ। प्रदर्शनकारियों ने नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के सदस्यों पर कार्यक्रम के दौरान डूसू सचिव मित्रविंदा कर्णवाल के साथ दुर्व्यवहार करने का भी आरोप लगाया।
डूसू अध्यक्ष के ऑफिस में फेंका गया गोबर
विवाद ने उस समय और तूल पकड़ लिया, जब एबीवीपी नेता और पिछले साल डूसू चुनाव के लिए संगठन के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार ऋषभ चौधरी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह डूसू अध्यक्ष के नामपट्टिका और कार्यालय पर गोबर लगाते हुए दिखाई दिए। चौधरी वीडियो में कहते सुनाई दे रहे हैं, 'खत्री ने प्राचार्य के कार्यालय में गोबर पोता और प्रोफेसरों के साथ दुर्व्यवहार भी किया। आज मैं उनके कार्यालय में गोबर पोत रहा हूं।'
लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्रिंसिपल ने दीवारों पर पोता था गोबर
इससे पहले अप्रैल में एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्रिंसिपल को एक शोध पहल के तहत कक्षा की दीवारों पर गोबर लगाते हुए देखा गया था और उस घटना के जवाब में खत्री ने प्रिंसिपल के कार्यालय में गोबर कथित तौर पर गोबर पोता था।
22 मई को पहुंचे थे राहुल गांधी
डूसू अध्यक्ष ने एबीवीपी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर बयान जारी कर कहा, '22 मई को राहुल गांधी दिल्ली विश्वविद्यालय में एससी, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस छात्रों की समस्याएं सुनने आए थे। इसके तुरंत बाद ही परिषद और संघ ने विश्वविद्यालय में उनके खिलाफ दुष्प्रचार करना शुरू कर दिया।'
डूसू अध्यक्ष ने ABVP को दी चुनौती
खत्री ने एबीवीपी को सीधे चुनौती देते हुए कहा, 'अगर संघ वाकई दलितों, वंचितों और शोषितों की आवाज उठाने की इजाजत देता है तो आप भी आगे आएं और छात्रों के अधिकारों की बात करें। लेकिन मुझे यकीन है कि आपको यह इजाजत कभी नहीं मिलेगी। मुझे अब भी उम्मीद है कि आप दलित, शोषित और वंचित छात्रों के हित में कुछ सकारात्मक काम करेंगे।' (भाषा के इनपुट के साथ)