
हर किसी के जीवन में मां की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। कई बॉलीवुड अभिनेत्रियों ने मां के किरदार को पर्दे पर उतारा है। कुछ अभिनेत्रियों ने एक नहीं बल्कि कई फिल्मों में मां की भूमिका निभाई है। आज मदर्स डे 2025 के मौके पर आइए जानते हैं उन अभिनेत्रियों के बारे में जिन्होंने अपने करियर में सबसे ज्यादा मां का किरदार निभाया है। इतना ही नहीं इन एक्ट्रेसेज को लोग नेशनल मम्मी तक कहने लगे। यहां देखें इनकी पूरी लिस्ट
निरूपा रॉय
'मेरे पास मां है', अमिताभ बच्चन-शशि कपूर की फिल्म 'दीवार' का यह डायलॉग जिस मां के लिए बोला गया था, वह कोई और नहीं बल्कि अभिनेत्री निरूपा रॉय हैं। हिंदी फिल्मों में माताओं की बात हो और निरूपा रॉय का जिक्र न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। उन्होंने दीवार, दो बीघा जमीन, अमर अकबर एंथोनी, सुहाग, मुकद्दर का सिकंदर और मर्द जैसी कई यादगार फिल्मों में मां की भूमिका निभाई है। अपने करियर में रॉय ने अमिताभ बच्चन और शशि कपूर से लेकर धर्मेंद्र और देव आनंद तक कई सितारों की माँ की भूमिका निभाई है। कहा जाता है कि निरूपा रॉय ने अपने करियर में लगभग 200 फिल्मों में मां की भूमिका निभाई है। इसीलिए उन्हें बॉलीवुड की मां कहा जाता है।
दुर्गा खोटे
ऐतिहासिक फिल्म 'मुगल-ए-आजम' में दिलीप कुमार का सलीम की मां का किरदार तो आपको याद ही होगा। यह किरदार अभिनेत्री दुर्गा खोटे ने निभाया था। अपने लगभग पांच दशक के करियर में दुर्गा खोटे ने ज्यादातर फिल्मों में मां की भूमिका निभाई है। उन्होंने दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर की मां की भूमिका निभाई है। उन्होंने 'नमक हराम', 'गोपी', 'इंसानियत', 'कर्ज', 'दौलत के दुश्मन' और 'मुगल-ए-आजम' जैसी फिल्मों में मां का किरदार निभाया है।
ललिता पवार
मां के अनेक रूप होते हैं। कभी वह स्नेह से भरी होती है, तो कभी सख्त। ललिता पवार बॉलीवुड में एक अलग तरह की मां के रूप में ज्यादा मशहूर हुईं। अपने सात दशक लंबे करियर में 700 से अधिक फिल्मों में काम करने के बाद, ललिता पवार ने एक क्रूर सास और मां की भूमिकाओं से प्रसिद्धि प्राप्त की। उन्होंने 'अनारकली', 'परवरिश', 'अनाड़ी', 'जिस देश में गंगा बहती है' और 'दुश्मन' जैसी कई फिल्मों में यादगार मां की भूमिकाएं निभाई हैं।
राखी
उन्होंने 1980 के दशक के अंत, 1990 के दशक के आरंभ और 2000 के दशक के आरंभ में लोकप्रिय फिल्मों में एक बुजुर्ग मां या सिद्धांतों वाली महिला के रूप में सशक्त किरदार निभाए, जिनमें राम लखन (1989), अनाड़ी (1993), खलनायक (1993), बाजीगर (1993), करण अर्जुन (1995), बॉर्डर (1997), सोल्जर (1998) और एक रिश्ता: द बॉन्ड ऑफ लव (2001) शामिल हैं।
दीना पाठक
दीना पाठक ने बॉलीवुड में कई यादगार माँ की भूमिकाएँ निभाई हैं। वह बॉलीवुड में अपनी माँ और चाची की भूमिकाओं के लिए जानी जाती हैं। अपने करियर में 120 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुकीं दीना पाठक ने 'गोलमाल', 'खूबसूरत', 'भवानी भवई', 'मिर्च मसाला', 'तमस', 'इजाजत', 'बॉलीवुड/हॉलीवुड' और 'पिंजर' जैसी कई फिल्मों में यादगार मां के किरदार निभाए हैं।