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Explainer: आरोपी के सरकारी गवाह बनते ही बिगड़ा 'खेल' और फंस गए केजरीवाल, ऐसे पहुंची ED की जांच की आंच

दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी स्कैम में अब तक जो 16 बड़ी गिरफ्तारियां हुई हैं उनमें सबसे बड़ा नाम अरविंद केजरीवाल का ही है। केजरीवाल के अलावा मनीष सिसोदिया एक साल से जेल में हैं। वहीं आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी जेल में हैं और 15 मार्च को तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के. कविता भी गिरफ्तार हो चुकी हैं।

Edited By: Khushbu Rawal @khushburawal2
Published : Mar 22, 2024 11:33 IST, Updated : Mar 22, 2024 12:02 IST
arvind kejriwal- India TV Hindi
Image Source : PTI अरविंद केजरीवाल

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी सुप्रीम कोर्ट पहुंची है। आम आदमी पार्टी के वकील इस जुगत में लगे हैं कि इस मामले में आज ही सुनवाई हो क्योंकि कल यानि 23 मार्च से 31 मार्च तक होली की छुट्टी की वजह से सुप्रीम कोर्ट बंद रहेगा ऐसे में केजरीवाल को राहत मिलने की उम्मीद कम रह जाएगी। आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल अभी ED के लॉकअप में बंद हैं। उन्हें कल रात 9 बजे ED की टीम ने CM आवास से गिरफ्तार किया है और आज दोपहर 2 बजे केजरीवाल को राउज़ एवेन्यू स्थित ईडी की कोर्ट में पेश किया जाएगा। उधर, आम आदमी पार्टी इस लड़ाई को अब सड़क पर लड़ने के मूड में है। आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं जिसे देखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ITO मेट्रो स्टेशन को भी बंद कर दिया गया है।

सरकारी गवाह बन गए तीन आरोपी

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन हस्तांतरित करने के लिए हवाला ऑपरेटरों के इस्तेमाल के खुलासे के बाद गुरुवार रात केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। केजरीवाल से पहले आप, भारत राष्ट्र समिति (BRS) और वाईएसआर कांग्रेस के भी कई नेता गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनके अलावा, कई शराब कंपनियों के अधिकारी, सरकारी अधिकारी और अन्य लोग भी जांच एजेंसियों के निशाने पर रहे हैं। इनमें से कुछ आरोपी ऐसे भी रहे हैं जिनके सरकारी गवाह बन जाने से जांच एजेंसियों को बल मिला है। कहा जाता है कि इन आरोपियों के सरकारी गवाह बनने के बाद ही CBI और ED के अधिकारी हाई प्रोफाइल लोगों को गिरफ्तार कर पाईं।

शराब घोटाले में ऐसे आया केजरीवाल का नाम

वित्तीय जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, आबकारी नीति में गड़बड़ी करके जो पैसे लिए गए उनका इस्तेमाल चुनावों, बैठकों और होटलों पर खर्च किया गया। ईडी के अनुसार, केजरीवाल ने अपनी AAP के अन्य शीर्ष नेताओं के साथ दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति के संबंध में 100 करोड़ रुपये की रिश्‍वत ली और यह पैसा कई बिचौलियों के जरिए ट्रांसफर किया गया। इस प्रक्रिया में बीआरएस एमएलसी के. कविता और 'साउथ ग्रुप' के सदस्यों को शामिल किया गया।

ED ने सबूत जुटाने के बाद की गिरफ्तारी

केजरीवाल ने ईडी के 9 समन की अनदेखी की थी, जिस कारण अदालत में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CRPC) के तहत उनके खिलाफ दो मामले दायर किए गए थे। ईडी ने सबूत जुटाने के बाद गिरफ्तारी की। 16 मार्च को ईडी ने कविता की हिरासत की मांग करते हुए उन्‍हें पिछले दिनों हैदराबाद से गिरफ्तार किया था। वह बीआरएस सुप्रीमो और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री की बेटी हैं। ईडी ने घोटाले में "प्रमुख साजिशकर्ता और लाभार्थी" के रूप में उसकी कथित संलिप्तता का खुलासा किया। जांच एजेंसी ने हिरासत में लेने के लिए दायर अपनी याचिका में आरोप लगाया था कि 'साउथ ग्रुप' के अन्य सदस्यों - सरथ रेड्डी, राघव मगुंटा और मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के साथ कविता ने सीएम केजरीवाल और उनके डिप्टी सहित आप के शीर्ष नेताओं के साथ मिलकर साजिश रची थी। तत्‍कालीन आबकारी मंत्री व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने उन्हें 100 करोड़ रुपये की रिश्‍वत दी।

अदालत के समक्ष ईडी के आवेदन में कहा गया, "आप के नेताओं को दी गई रिश्‍वत के बदले में उन्हें नीति निर्माण तक पहुंच प्राप्त थी और उनके लिए एक अनुकूल स्थिति सुनिश्चित करने के लिए प्रावधानों की पेशकश की गई थी।"

इंडो स्पिरिट्स को हुआ सबसे ज्यादा लाभ

ईडी ने यह भी आरोप लगाया कि कविता को अपने डमी अरुण पिल्लई के जरिए पेरनोड रिकार्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के इस फर्म और वितरण व्यवसाय में पर्याप्त निवेश किए बिना इंडो स्पिरिट्स की साझेदारी में हिस्सेदारी मिली, जो देश के सबसे बड़े निर्माताओं में से एक है और इस तरह दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति 2021-22 की अवधि में इंडो स्पिरिट्स को सबसे अधिक लाभदायक एल1 बनाया और मुनाफे की आड़ में अपराध की आय कमाई।

सरथ रेड्डी, राघव मगुंटा और मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी बने सरकारी गवाह

इसके अलावा, नीति में थोक व्यापारी का लाभ मार्जिन बढ़ाकर 12 फीसदी कर दिया गया, ताकि इस मार्जिन में इसका एक हिस्सा रिश्‍वत के रूप में वापस लिया जा सके। ऐसा अवैध धन का निरंतर प्रवाह बनाने के लिए किया गया था। आवेदन में दावा किया गया है कि एएपी ने थोक विक्रेताओं से रिश्‍वत के रूप में और साउथ ग्रुप को भुगतान की गई रिश्‍वत की वसूली करने और इस पूरी साजिश से मुनाफा कमाने के लिए कहा गया। सरथ रेड्डी, राघव मगुंटा और मगुंटा श्रीनिवासुलु रेड्डी इस मामले में सरकारी गवाह बन गए थे।

ईडी ने दावा किया कि पीएमएलए की धारा 50 के तहत दर्ज श्रीनिवासुलु रेड्डी के 14 जुलाई, 2023 के बयान और धारा 164 के तहत दर्ज किए गए 17 जुलाई, 2023 के उनके बयान के अनुसार, कविता और अन्य ने आप के शीर्ष नेताओं को रिश्‍वत दी।

शराब घोटाले में 16 बड़ी गिरफ्तारियां

दिल्ली की एक्साइज पॉलिसी स्कैम में अब तक जो 16 बड़ी गिरफ्तारियां हुई हैं उनमें सबसे बड़ा नाम अरविंद केजरीवाल का ही है। केजरीवाल के अलावा मनीष सिसोदिया एक साल से जेल में हैं। वहीं आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी जेल में हैं और 15 मार्च को तेलंगाना के पूर्व सीएम केसीआर की बेटी के. कविता भी गिरफ्तार हो चुकी हैं।

इन बड़े नामों के अलावा 12 और लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है जिनमें-

  1. AAP कम्युनिकेशन विंग के हेड विजय नायर
  2. साउथ ग्रुप के सदस्य राघव मगुंता
  3. साउथ ग्रुप के सदस्य अभिषेक बोनपल्ली
  4. अकाली दल के पूर्व एमएलए के बेटे गौतम मल्होत्रा
  5. इंडोस्पिरिट के मालिक समीर महेंद्रू
  6. Vaddi रिटेल के मालिक अमित अरोड़ा
  7. अरविंदो ग्रुप के प्रमोटर पी शरद रेड्डी
  8. के कविता के पूर्व सीए बुचीबाबू
  9. रिकॉर्ड इंडिया के रिजनल हेड बिनॉय बाबू
  10. चौरियेट प्रोडक्शन के डायरेक्टर राजेश जोशी
  11. रेस्टोरेंट चेन के मालिक दिनेश अरोड़ा
  12. और कारोबारी अरूण पिल्लई शामिल हैं

क्या है शराब घोटाला?

17 नवंबर 2021 को दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने नई शराब नीति लागू की थी इसके तहत, शराब कारोबार से सरकार बाहर आ गई और पूरी शराब दुकानें निजी हाथों में दे दी गईं। दिल्ली सरकार ने अपनी नई शराब नीति को माफिया राज खत्म करने के लिए जरूरी बताया था। साथ ही सरकार के रेवेन्यू में बढ़ोतरी का तर्क दिया गया था। लेकिन शुरू से दिल्ली सरकार की नई शराब नीति विवादों में रही और  जिसे 28 जुलाई 2022 को दिल्ली सरकार ने रद्द कर दिया। लेकिन कथित शराब घोटाले का खुलासा 8 जुलाई 2022 को दिल्ली के तत्कालीन मुख्य सचिव नरेश कुमार की उस रिपोर्ट से हुआ था जिसमें उन्होंने मनीष सिसोदिया समेत आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे जिसके बाद दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की।

17 अगस्त 2022 को केस सीबीआई को हैंडओवर किया गया। वहीं मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए ईडी ने भी केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी जिसमें अब ताबड़तोड़ एक्शन जारी है और के कविता के बाद केजरीवाल की गिरफ्तारी हुई है।

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