नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा घोषित 21 दिनों के लॉकडाउन में प्रवासी मजदूरों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला नागपुर का है जहां मध्य प्रदेश के मजदूरों को उनके घर छो़ड़ने के एवज में पैसे वसूले गए। लॉकडाउन के बाद रोजी-रोटी की समस्य़ा खड़ी होने पर इन मजदूरों ने अपने घर वापस लौटना उचित समझा और ये वापसी के लिए निकल पड़े।
इन मजदूरों ने आरोप लगाया कि ट्रक चालक ने पहले तो उनसे फ्री में छोड़ने की बात कही लेकिन बीच रास्ते में ट्रक को रोक दिया और प्रति शख्स से 100 रुपये की मांग की। मजदूरों का कहना है कि ये ट्रकवाले एक-एक ट्रक में 80 लोगों को ले जा रहे हैं। जिनके पास पैसा नहीं है उन्हें बीच रास्ते में छोड़ देते हैं।
इसी प्रवासी मजदूरों के समूह में से एक मजदूर ने बताया, 'उन्होंने कहा कि वे हमें मध्य प्रदेश के लखनादौन तक बिना पैसे के पहुंचाएंगे। लेकिन उन्होंने अपने ट्रक को बीच रास्ते में रोक दिया और हमसे प्रति व्यक्त 100 रुपये देने को कहा। वे एक ट्रक में लगभग 80 लोगों को ले जा रहे हैं। हमारे पास पैसे नहीं हैं इसलिए हम यहां फंसे हुए हैं।'
इनपुट-एएऩआई