नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली एक बार फिर शर्मसार हुई है। दिलवालों के इस शहर में छेड़खानी का विरोध करने पर जबरन कुछ मनचलों ने मिलकर एक लड़की को तेजाब पिला दिया। घटना उस वक्त की है जब दसवीं क्लास में पढ़ने वाली लड़की स्कूल से लौट रही थी। रास्ते में 2 लड़कों ने उसे रोका और जब लड़की ने विरोध किया तो उसे जबरन तेज़ाब पिला दिया।
मामला कालकाजी का है। इस छात्रा को पिछले कई दिनों से लड़के छेड़ रहे थे। लड़की ने 25 दिन पहले इसकी शिकायत स्कूल के टीचर से की लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो लड़की ने स्कूल आना बंद कर दिया। डर के मारे लड़की ने घरवालों के सामने स्कूल छोड़ने की असल वजह भी नहीं बताई। 15 दिन बाद जब स्कूल से ये चेतावनी मिली की अब स्कूल नहीं आने पर नाम कट जाएगा तब किसी तरह हिम्मत जुटाकर ये स्कूल गई।
स्कूल की छुंट्टी के बाद जैसे ही वह स्कूल से निकली, पहले से गेट पर मौजूद मनचलों ने उसे घेर लिया। छात्रा ने विरोध किया तो एक मनचले ने जेब से तेजाब की बोतल निकालकर उसके मुंह में उड़ेल दी। छात्रा वहीं सड़क पर बेहोश होकर गिर पड़ी। जब पीड़िता की मां वहां पहुंची तो वह स्कूल में बेहोश पड़ी थी। मां उसे लेकर एक क्लीनिक में पहुंची जहां से सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया।
सफदरजंग अस्पताल के आईसीयू में भर्ती पीड़िता की स्थिति नाजुक बनी हुई है। डॉक्टरों के अनुसार तेजाब के जाने से उसके गले की नली पूरी तरह से जाम हो गई है। तेजाब से उसके अंदरूनी अंगों को कितना नुकसान पहुंचा है इसकी जांच की जा रही है। इलाज शुरू होने के बाद जब ये छात्रा होश में तो कुछ भी बोलने की हालत में नहीं थी। उसने एक कागज पर लिखकर अपनी आपबीती सुनाई तब सबको इस तेजाब कांड के बारे में पता चला।
पीड़िता का सफदरजंग अस्पताल में इलाज चल रहा है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। परिजनों का आरोप है कि स्कूल प्रशासन को पूरी जानकारी है। पुलिस कालेज प्रशासन और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की तलाश कर रही है।