कोलकाता: बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए. के. अब्दुल मोमेन ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि उनके देश की सीमा में प्रवेश करने के कारण पिछले महीने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश द्वारा गिरफ्तार किए गए भारतीय मछुआरे प्रणब मंडल को रिहा कब किया जाएगा। प्रणब मंडल मुर्शिदाबाद जिले में जालांगी के उन 3 मछुआरों में शामिल हैं जिन्होंने पद्मा नदी में बांग्लादेश के क्षेत्र में प्रवेश किया था और जिन्हें 17 अक्टूबर को बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) कर्मियों ने पकड़ लिया था।
इस घटना के बाद दोनों देशों के सीमा बलों के बीच एक फ्लैग मीटिंग हुई थी। इस दौरान बीजीबी कर्मियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी जिसमें सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक जवान की मौत हो गई थी और एक अन्य घायल हो गया था। मोमेन ने कोलकाता में ‘बांग्लादेश पुस्तक मेला’ के इतर कहा, ‘हमने ‘हिल्सा’ मछलियों को 22 दिनों के दौरान उनके प्रजनन के सीजन में नहीं पकड़ने का कानून बनाया है। हमारे प्रतिबंध के बावजूद भारतीय मछुआरे (प्रणब मंडल) ने अन्य के साथ मिलकर हमारे जल क्षेत्र में प्रवेश किया। उसे पकड़ लिया गया और अन्य 2 बच निकले।’
मोमेन ने कहा, ‘मंडल को राजनयिक प्रक्रियाओं के बाद रिहा किया जाएगा, लेकिन मुझे यह जानकारी नहीं है कि उसे रिहा कब किया जाएगा।’ एक अन्य घटना के बारे में यह पूछे जाने पर कि बीएसएफ जवान की मौत से क्या भारत एवं बांग्लादेश के द्विपक्षीय संबंधों पर असर होगा, मोमेन ने कहा कि दोनों देशों के बीच ‘ऐतिहासिक संबंध’ हैं और किसी ‘एक घटना’ से ये प्रभावित नहीं होंगे।