ईटानगर: पूर्वोत्तर के राज्य अरुणाचल प्रदेश से एक शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सूबे में छोटी-छोटी बच्चियों से वेश्यावृत्ति कराने के इस केस में गिरफ्तार हुए 11 ग्राहको में सरकारी अधिकारी भी शामिल हैं। अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने अंतरराज्यीय वेश्यावृत्ति गिरोह में शामिल सरकारी अधिकारियों समेत 21 लोगों को पिछले कुछ दिनों में गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक सीनियर अफसर ने बुधवार को कहा कि इस मामले में सूबे की पुलिस ने 10 से 15 साल उम्र की 5 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया है।
पुलिस ने छापा मारकर लड़कियों को बचाया
पुलिस अधिकारी ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए सरकारी अधिकारियों में एक पुलिस उपाधीक्षक और स्वास्थ्य सेवाओं का उपनिदेशक शामिल है। ईटानगर के पुलिस अधीक्षक (SP) रोहित राजबीर सिंह ने कहा कि राजधानी में ब्यूटी पार्लर चलाने वाली दो बहनें पड़ोसी राज्य असम के धेमाजी से नाबालिग लड़कियों को तस्करी कर राज्य में ला रही थीं। उन्होंने कहा कि यहां पास में चिंपू में नाबालिग लड़कियों से जुड़ा एक वेश्यावृत्ति गिरोह सक्रिय होने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस टीम ने 4 मई को 2 बहनों के घर पर छापा मारा और 2 नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया।
मामले में 5 सरकारी अधिकारी भी हुए गिरफ्तार
एसपी ने कहा कि नाबालिग लड़कियों ने खुलासा किया कि उन्हें दो बहनें धेमाजी से ईटानगर लेकर आई थीं। इसके बाद धेमाजी से तस्करी करके लाई गई 2 और नाबालिग लड़कियों के बारे में पता चला जो एक महिला के चंगुल में थीं और बाद में उन्हें मुक्त करा लिया गया। पुलिस टीम को यह भी पता चला कि आरोपी एक और नाबालिग लड़की को तस्करी कर लाए हैं जिसके बाद एक होटल में छापेमारी की गई और लड़की को मुक्त करा लिया गया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि वेश्यावृत्ति रैकेट में शामिल कम से कम 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 5 सरकारी अधिकारियों सहित 11 ग्राहकों को भी गिरफ्त में लिया गया है।