Friday, May 03, 2024
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साधारण नहीं बड़े दिमाग वाले हैं ये आतंकी! तीनों के पास बीटेक की डिग्री, ISI के समर्थन से कर रहे थे बड़ी प्लानिंग

एनआईए ने तीन आतंकियों को सोमवार को गिरफ्तार किया। ये तीनों कोई साधारण आतंकी नहीं हैं बल्कि काफी पढ़े लिखे हैं। तीनों के पास बीटेक की डिग्री है। इनमें से एक तो जामिया मिलिया इस्लामिया से पीएचडी कर रहा है।

Niraj Kumar Edited By: Niraj Kumar @nirajkavikumar1
Updated on: October 03, 2023 8:51 IST
एनाईए- India TV Hindi
Image Source : फाइल एनाईए

नई दिल्ली : आतंक के खिलाफ अभियान में  देश की सुरक्षा की सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। एनआईए ने एक ऐसे टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है जो आईएसआई की मदद से चल रहा था। इस मॉड्यूल के तीन आतंकियों को एनआईए ने सोमवार को गिरफ्तार किया। तीनों आतंकवादियों के पास बीटेक की डिग्री है। इनमें से एक आतंकवादी जामिया मिलिया इस्लामिया से पीएचडी कर रहा है। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों में से एक ने IED बनाई थी और बाद में दिल्ली, राजस्थान और उत्तराखंड के हलद्वानी में कई जगहों पर उसका टेस्ट भी किया था। आरोपियों की पहचान मोहम्मद शाहनवाज आलम उर्फ अब्दुल्ला उर्फ मोहम्मद इब्राहिम उर्फ प्रिंस (31), मोहम्मद रिजवान अशरफ (28) और मोहम्मद अरशद वारसी (29) के रूप में हुई है। तीनों आतंकी टेरर मॉड्यूल तैयार कर एक बड़ी प्लानिंग पर काम कर रहे थे।

कई अहम जगहों की रेकी की

एनआईए के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में से एक शाहनवाज ने आईईडी लगाने और टारगेट किलिंग के लिए मुंबई, सूरत, वडोदरा, गांधीनगर और अहमदाबाद में भीड़-भाड़ वाली जगहों मजार/दरगाह, वीआईपी लोगों, राजनीतिक नेताओं के रूट आदि की रेकी भी की थी। पुलिस के मुताबिक झारखंड के हजारीबाग में जन्मे शाहनवाज ने राजस्थान को कोटा में इंजीनियरिंग की कोचिंग की। 2016 में एनआईटी विश्वेश्वरैया, नागपुर से माइनिंग में बीटेक की डिग्री ली थी। शाहनवाज प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए नवंबर 2016 में दिल्ली आया और अबुल फजल एन्क्लेव में रहने लगा। पुलिस ने बताया कि वह अपने कॉलेज के दिनों से ही आईएसआईएस की विचारधारा से प्रभावित था।  इसके बाद उसने आईएसआईएस विचारधारा को मानने वाले विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट और चैनलों को फॉलो करना शुरू कर दिया।

शाहीन बाग में शहनवाज और रिजवान की हुई मुलाकात

शाहनवाज की मुलाकात 2016 में शाहीन बाग की शाहीन मस्जिद में रिजवान अली नामक व्यक्ति से हुई थी। समय बीतने के साथ-साथ दोनों अच्छे दोस्त बन गए क्योंकि अली का झुकाव भी आईएसआईएस विचारधारा की ओर था। शाहनवाज और अली 'हिजरत' के लिए जाना चाहते थे और हिजरत के लिए धन जुटाने के लिए दोनों अपराध में शामिल हो गए। शाहनवाज को 2019 में डकैती और चोरी के कई मामलों में हजारीबाग में गिरफ्तार किया गया था और आठ से नौ महीने तक वह जेल में रहा था।

आईएसआईएस के विदेशी हैंडलर के संपर्क में थे 

बाद में शहनवाज ने आईएसआई के एक विदेश स्थित हैंडलर से बातचीत शुरू कर दी। इसी बीच अली ने भी उसी हैंडलर से संपर्क स्थापित किया। पुलिस ने कहा कि दोनों ने पश्चिमी घाट में अपने रहने के लिए उपयुक्त ठिकाने खोजने और वहां एक बेस तैयार करने के लिए लवासा, महाबलेश्वर, गोवा, हुबली, उडुपी, केरल, वलसाड वन्यजीव अभयारण्य, नल्लामाला पर्वत श्रृंखला और चंदौली का दौरा किया। विशेष पुलिस आयुक्त (विशेष शाखा) एचजीएस धालीवाल ने कहा “शाहनवाज ने आईईडी लगाने और टारगेट किलिंग के लिए मुंबई, सूरत, वडोदरा, गांधीनगर और अहमदाबाद में भीड़-भाड़ वाली जगहों, मजार/दरगाह, प्रसिद्ध राजनीतिक नेताओं के रूट आदि की रेकी की। उसने आईईडी टेस्ट की जगह का पता लगाने के लिए पश्चिम राजस्थान के मैप का भी विश्लेषण किया।

शाहनवाज ने अलीगढ़ में बसंती पटेल से शादी की

मार्च 2021 में शाहनवाज ने यूपी के अलीगढ़ में बसंती पटेल उर्फ खदीजा मरियम (धर्म परिवर्तन) से शादी की। पुलिस ने कहा कि अलीगढ़ से लौटने के बाद, उन्होंने दिल्ली में कुछ आईईडी बनाने का फैसला किया। 2022 में शाहनवाज और अली की मुलाकात पुणे में इमरान और यूनुस साकी से हुई। अधिकारियों ने बताया कि 18 जुलाई को पुलिस गश्त के दौरान शाहनवाज, इमरान और यूनुस को पुणे पुलिस ने बाइक चोरी करते समय पकड़ लिया था, लेकिन शाहनवाज वहां से भागने में सफल रहा।

राजधानी दिल्ली में ब्लास्ट की साजिश

अधिकारियों ने बताया कि दिसंबर 2022 से विदेश स्थित हैंडलर के निर्देश पर शाहनवाज और अली ने अपने अन्य सहयोगियों के साथ दिल्ली एनसीआर में विस्फोट करने की अपनी साजिश को आगे बढ़ाने के लिए आईईडी तैयार करने के लिए दिल्ली में सामान इकट्ठा करना शुरू कर दिया था।

मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक है वारिस

दूसरा आरोपी वारसी झारखंड का मूल निवासी है। वारसी ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) से पढ़ाई की और 2016 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। इसके बाद, वह 2016 में दिल्ली चला गया और जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) में पढ़ाई की।  2018 में मार्केटिंग और ऑपरेशंस में एमबीए पूरा किया। वर्तमान में, वह इस्लामिक सिद्धांतों में पीएचडी कर रहा था। पुलिस ने कहा कि उसने जामिया नगर के एक संस्थान में भौतिकी शिक्षक के रूप में भी काम किया और विज्ञान और गणित का घरेलू ट्यूशन भी दिया।तीसरे आरोपी अशरफ का जन्म सऊदी अरब के जेद्दा में हुआ था। उसने 2017 में गाजियाबाद के एक कॉलेज से इन्फॉरमेंशन एंड टेक्नोलॉजी में बीटेक पूरा किया। ये सभी दिल्ली में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश में शामिल था। (PTI)

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