गुवाहाटी. असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने भाजपा विधायक दल की बैठक से पहले राज्यपाल जगदीश मुखी को रविवार को अपना इस्तीफा सौंपा। विधायक दल की बैठक में राज्य का अगला मुख्यमंत्री चुने जाने की संभावना है। राजभवन के सूत्रों के यह जानकारी दी। परंपरा के अनुसार राज्यपाल ने अगली सरकार के गठन तक सोनोवाल से पद पर बने रहने को कहा।
असम के नए मुख्यमंत्री को लेकर लगाई जा रही अटकलों के बीच, राज्य में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं सोनोवाल और हिमंत बिस्व सरमा ने पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में शनिवार को मुलाकात की थी। एक के बाद एक की गई कई बैठकों के बाद सरमा ने संवाददाताओं से कहा था कि भाजपा के विधायक दल की बैठक गुवाहाटी में रविवार को होने की संभावना है और अगली सरकार से संबंधित सारे सवालों के वहां जवाब दिये जाएंगे।
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने असम में अगली सरकार के नेतृत्व को लेकर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को सोनोवाल एवं स्वास्थ्य मंत्री सरमा को दिल्ली बुलाया था। नड्डा के निवास पर असम के दोनों नेताओं, पार्टी अध्यक्ष, शाह और भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष के बीच तीन दौर की बैठकें हुई। ये बैठकें चार घंटे से अधिक समय तक चलीं। असम के सोनोवाल-कछारी आदिवासी समुदाय से संबंध रखने वाले सोनोवाल और उत्तर पूर्व लोकतांत्रिक गठबंधन के संयोजक सरमा मुख्यमंत्री पद के मजबूत दावेदार हैं।
भाजपा ने असम में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद के अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की थी। उसने 2016 विधानसभा चुनाव में सोनोवाल को इस पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया था और चुनाव जीता था। इसी के साथ पूर्वोत्तर में भगवा दल की पहली सरकार गठित हुई थी। इस बार,पार्टी कहती रही कि वह चुनाव के बाद फैसला करेगी कि असम का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा। भाजपा ने 126 सदस्यीय असम विधानसभा में 60 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि उसकी गठबंधन सहयोगी असम गण परिषद से नौ और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल ने छह सीटें जीतीं।