नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बुधवार को 23 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए सात मंत्रियों समेत आठ सेवानिवृत्त सदस्यों को फिर से नामांकित किया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली को उत्तर प्रदेश से जबकि पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान और सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत को मध्य प्रदेश से नामांकित किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा को फिर से हिमाचल प्रदेश से नामांकित किया गया है और कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद एक बार फिर से बिहार से चुनाव मैदान में हैं। कृषि राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला और केमिकल व उर्वरक राज्य मंत्री मनसुखभाई मांडविया फिर से गुजरात से चुनाव लड़ेंगे। इन सात मंत्रियों के अलावा, भाजपा ने अपने मुख्य सचिव भूपेंद्र यादव को राजस्थान से फिर से नामांकित किया है। मोदी मंत्रिमंडल के आठ मंत्री राज्यसभा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का नाम बुधवार को भाजपा द्वारा जारी की गई पहली उम्मीदवार सूची में शामिल नहीं है। उनके अपने गृह राज्य महाराष्ट्र से दोबारा से राज्यसभा में वापसी करने की संभावना है। वह उच्च सदन की मध्य प्रदेश सीट से सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
उच्च सदन में गुजरात का प्रतिनिधित्व करने वाले जेटली उत्तर प्रदेश से दोबारा सदन में प्रवेश करेंगे क्योंकि पार्टी ने रूपाला और मांडविया को राज्य से दोबारा से नामांकित करने का फैसला किया है।
गुजरात विधानसभा में आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा केवल दो सदस्यों को राज्यसभा में भेज सकती है। इसलिए पार्टी ने जेटली को उत्तर प्रदेश से नामांकित किया है।
बिहार से भाजपा दो सेवानिवृत्त सदस्यों प्रधान और प्रसाद में से एक को अपने दम पर भेज सकती है। इसलिए उसने प्रसाद को बिहार से दोबारा नामांकित किया और प्रधान को मध्य प्रदेश स्थानांतरित कर दिया।