नई दिल्ली: भारत ने संयुक्त राष्ट्र पाकिस्तान के ख़िलाफ़ वैश्विक राय बनाने की तैयारी कर ली है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आज संयुक्त राष्ट्र में भाषण देंगी और 21 सितंबर को यहां नवाज़ शरीफ़ के भाषण का करारा जवाब दे सकती हैं। ख़बरें हैं कि उड़ी हमले के बाद आज प्रधानमंत्री मोदी सिंधू नदी समझौते पर बैठक बुलाकर इसकी समीक्षा भी कर सकते हैं।
न्यूयॉर्क में आज फिर संयुक्त राष्ट्र की जनरल असंबेली की बैठक है जिसमें सुषमा स्वराज का भाषण कुछ ही देर में होने वाला है। ये सुषमा स्वराज का संरा में पहला भाषण होगा। इसके पहले इस पोडियम से मोदी, मनमोहन सिंह, ओबामा, पुतिन बोल चुके हैं। उनके भाषण को 193 देश सुनेंगे। ग़ौरतलब है कि उड़ी में 18 सितंबर को हुए पाकिस्तान ने निंदा तक नहीं की है और प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ ने तो यहां तक कह डाला कि ये हमला कुछ महीनों से कश्मीर में चल रही अशांति का नतीजा है। इस हमले में 18 जवान शहीद हुए थे।
समझा जाता है कि अपने भाषण में सुषमा स्वराज आतंकवाद पर न केवल पाकिस्तान की क़लई खोलेंगी बल्कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई का भारतीय फॉर्मूला भी पेश करेंगी। ये फ़ॉर्मूला विज़न डॉक्यूमेंट के रुप में होगा। 21 सितंबर को नवाज़ शरीफ़ ने इसी हॉल से दुनिया के सामने आतंक पर भाषण दिया था और बुरहान वाऩी को कश्मीर का युवा नेता बताकर उसे हीरो बताया था। सुषमा स्वराज बुरहान वानी की असली तस्वीर पेश कर सकती हैं।
हैरान करने वाली बात ये है कि शरीफ़ ने अपने भाषण में उड़ी हमले का ज़िक्र तक नहीं किया था। सुषमा इस पर भी पाकिस्तान को आड़े हाथ ले सकती हैं और उड़ी तथा पठानकोट हमले में पाकिस्तान के हाथ होने के सबूत पेश कर सकती हैं। शरीफ़ दुनिया के सामने रोना रोक चुके हैं कि पाकिस्तान आतंक से पीड़ित है। सुषमा दुनिया को बताएंगी कि पाकिस्तान आतंक से पीढ़ित नहीं बल्कि आतंक को हवा देने वाला देश है।