कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को दावा किया कि गुलबर्गा संसदीय क्षेत्र से 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी हार ‘चुनावी धोखाधड़ी’ कारण हुई थी। खरगे को अपने राजनीतिक जीवन में 2019 को छोड़कर कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा। उन्होंने यहां कांग्रेस की ‘वोट अधिकार रैली’ में दावा किया कि वह चुनावी धांधली का शिकार हुए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैंने अपने जीवन में 12 से ज़्यादा चुनाव जीते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में मैं अपने जीवन में पहली बार चुनावी धोखाधड़ी के कारण हार गया था।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2019 के संसदीय चुनाव में गुलबर्गा लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले पांचों विधानसभा क्षेत्रों में से प्रत्येक में 20,000 तक वोट ‘फर्जी मतदान’ के जरिए हासिल किए गए।
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर लगाया आरोप
बता दें कि गुरुवार को कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाया था। राहुल ने लोकसभा चुनाव का हवाला दिया और कर्नाटक में लोकसभा की एक सीट के एक असैंबली सेगमेंट की वोटर लिस्ट दिखा कर इल्जाम लगाया कि चुनाव आयोग वोटर लिस्ट में गड़बड़ी करके इलेक्शन रिजल्ट्स को प्रभावित कर रहा है और बीजेपी को जिताने में मदद कर रहा है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि ये सारी गड़बड़ी चुनाव आयोग ने बीजेपी को जिताने के लिए की है।
वोट अधिकार रैली में क्या बोले राहुल गांधी?
राहुल गांधी ने आज 'वोट अधिकार रैली' में कहा, "हमने भारत के संविधान की रक्षा की है। अंबेडकर जी, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल की आवाज भारत के संविधान में गूंजती है। बसवना, नारायण गुरु और फुले जी की आवाज भी इसमें गूंजती है। हमारे भारत का संविधान हर व्यक्ति को वोट देने का अधिकार देता है। महाराष्ट्र में, INDIA गठबंधन लोकसभा चुनाव जीतता है लेकिन 4 महीने बाद भाजपा राज्य में विधानसभा चुनाव जीत जाती है। यह चौंकाने वाला था। हमने पाया कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में एक करोड़ नए मतदाताओं ने मतदान किया।"
(इनपुट-भाषा)