Thursday, April 25, 2024
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सूर्य कर रहा है धनिष्टा नक्षत्र में प्रवेश, प, र, त सहित इस अक्षर से शुरू होने वाले नाम के लोग रहें सावधान

आज रात 12 बजकर 58 मिनट पर सूर्यदेव धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। सूर्य के धनिष्ठा नक्षत्र में इस गोचर से विभिन्न नक्षत्र और नामाक्षर वाले लोगों पर क्या प्रभाव होगा। जानें इस बारे में आचार्य इंदु प्रकाश से।

India TV Lifestyle Desk Written by: India TV Lifestyle Desk
Updated on: February 06, 2020 6:50 IST
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आज माघ शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि और गुरुवार का दिन है। द्वादशी तिथि आज रात 8 बजकर 24 मिनट तक रहेगी। उसके बाद त्रियोदशी तिथि लग जाएगी। आज रात 12 बजकर 58 मिनट पर सूर्यदेव धनिष्ठा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 19 फरवरी को, बुधवार पूरा दिन पूरी रात पार कर अगली भोर 5 बजकर 30 मिनट तक, यानी लगभग चौदह दिनों तक सूर्यदेव यहीं पर रहेंगे।  सूर्यदेव के धनिष्ठा नक्षत्र में इस प्रवेश से विभिन्न 27 नक्षत्रों और नामाक्षर वाले लोगों पर भी विभिन्न तरह से असर होगा। अतः सूर्य के धनिष्ठा नक्षत्र में इस गोचर से विभिन्न नक्षत्र और नामाक्षर वाले लोगों पर क्या प्रभाव होगा, साथ ही उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये और अशुभ फलों से बचने के लिये आपको क्या उपाय करने चाहिए। जानें इस बारे में आचार्य इंदु प्रकाश से। 

वहीं आज रात 1 बजकर 21 मिनट तक आर्द्रा नक्षत्र रहेगा। आर्द्रा का अर्थ होता है- नमी। इसका प्रतीक चिन्ह आंसू की बूंद को माना जाता है। आर्द्रा नक्षत्र में जन्मे लोग बड़े ही कर्तव्यनिष्ठ, मेहनत करने वाले, सौंपे गए काम को पूरी ज़िम्मेदारी से निभाने वाले और जिज्ञासु होते हैं। साथ ही आज विष्कुम्भ योग और स्थिर योग है। विष्कुम्भ योग आज रात 1 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। वहीं स्थिर योग आज रात 8 बजकर 24 मिनट से शुरू होकर रात 1 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। आपको बता दूं कि गुरुवार, शनिवार को अगर चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, त्रयोदशी या चतुर्दशी तिथि के साथ ही कृतिका, आर्द्रा, आश्लेषा, उत्तराफाल्गुनी, स्वाती, ज्येष्ठा, उत्तराषाढ़ा, शतभिषा या रेवती नक्षत्र का संयोग बन रहा हो तो स्थिर योग बनता है। अतः आज स्थिर योग है। ये योग रोग आदि से छुटकारा पाने के लिये बड़ा ही शुभ होता है। इस योग के दौरान किसी भी तरह के रोग आदि से छुटकारा पाने के लिये किये गये उपाय बड़े ही कारगर साबित होते हैं। इसके अलावा इस योग के दौरान किये गये कार्य भी स्थिर होते हैं।

धनिष्ठा, शतभिषा और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र 

जिन लोगों का जन्म धनिष्ठा, शतभिषा या पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर ग, स या द हो, उन लोगों को 19 फरवरी तक यात्राओं से बेहद फायदा होगा। आप जितना चीजों का त्याग करेंगे उतनी ही ज्यादा संपदा प्राप्त होगी। आपको आध्यात्मिक सफलता मिलेगी। साथ ही अगर आप गृह निर्माण के बारे में सोच रहे हैं, यानी नया घर बनवाना चाह रहे हैं, तो आपके लिए बेहद शुभ होगा। घर में हमेशा रौनक रहेगी। इस बीच अगर आपको कोई फंगल इन्फेक्शन है तो उसका इलाज तुरंत करवाए वरना रोग बढ़ सकता है। सूर्य के इस गोचर की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिये  19 फरवरी तक किसी से बिजली का समान मुफ़्त में या गिफ्ट में ना लीजिए।

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 उत्तराभाद्रपद, रेवती, अश्विनी और भरणी नक्षत्र 
जिन लोगों का जन्म उत्तराभाद्रपद, रेवती, अश्विनी या भरणी नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम द, थ, च या ल अक्षर से शुरू होता हो, 19 फरवरी तक आपका सामाजिक सर्कल बढ़ेगा। इस बीच शाकाहारी भोजन आपके लिए फायदेमंद रहेगा। आपके काम की गति बढ़ेगी। सूर्य के इस गोचर की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिये  आपको मन्दिर में यथाशक्ति मूली का दान करना चाहिए। इससे आपके काम और जीवन की गति बेहतर बनी रहेगी। दूसरों का काम बिगाड़ने से आपको बचना चाहिए वरना इससे आपके शुभ फल काम हो जाएंगे।

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कृतिका, रोहिणी, मृगशिरा नक्षत्र
जिन लोगों का जन्म कृतिका, रोहिणी, मृगशिरा में हुआ हो या जिनके नाम का पहला अक्षर अ, ई, उ, ए, व, हो, उन लोगों के जीवन में 19 फरवरी तक के लिये स्टेबिलिटी बनी रहेगी। आप इस दौरान जो भी काम करेंगे या जो उपलब्धियां हासिल करेंगे, वो भी 19 फरवरी तक के लिये स्थिर रहेगी। इस दौरान आप जिस भी रोगी से मिलेंगे वह स्वास्थ्य हो जाएगा। अतः 19 फरवरी
तक शुभ फल पाने के लिये - सूर्य को जल देना चाहिए और बड़े भाई को नमस्कार करना चाहिए। ऐसा करने से आपको जीवन में शुभ फलों की प्राप्ति होगी। साथ ही अगर आप अपने बहन के ससुराल वालों को हानि नहीं पहुंचाएंगे तो आपको बहुत शुभ फल प्राप्त होंगे।

आर्द्रा,पुनर्वसु नक्षत्र 
जिन लोगों का जन्म आर्द्रा अथवा पुनर्वसु नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर क, छ , या घ हो, उन लोगों के ऊपर देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद बना रहेगा। आपके ऊपर धन की वर्षा होगी। आपके सामने धन कमाने के लिये कुछ नए सोर्स भी जनरेट हो सकते हैं। अतः 19 फरवरी तक अपने ऊपर धन की वर्षा के लिये और मां लक्ष्मी की कृपा बनाये रखने के लिये– गाय की सेवा करें और रसोई में कुल्ला न करें।

पुष्य या आश्लेषा नक्षत्र 
जिन लोगों का जन्म पुष्य या आश्लेषा नक्षत्र में हुआ हो या जिनका नाम ह या उ से शुरू होता हो उनके एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर उजागर होने का खतरा है बेहद सावधानी बरतें । टैक्स से संबंधित कोई मामला भी उठ सकता है। वो भी धार्मिक कार्यों से शांत होगा। भजन पूजन, प्रायश्चित विधान करना चाहिए।

मघा और पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र 
जिन लोगों का जन्म मघा और पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर म या ट हो, उन लोगों को 19 फरवरी तक लाभ के बहुत सारे मौके मिलेंगे। आपको बस इन मौकों का फायदा उठाने की देर है। अतः 19 फरवरी तक जीवन में लाभ के मौके पाने के लिये बहन से झगड़ा ना करें और इस बीच किसी तरह का ऋण ना लें।

उत्तरफाल्गुनी और हस्त नक्षत्र 
जिन लोगों का जन्म उत्तरफाल्गुनी और हस्त नक्षत्र में हुआ हो या जिनके नाम का पहला अक्षर प या ठ से होता हो , इस बीच आपके घर का भाग्य जागेगा। आपके पुत्र को यश लाभ होगा। अगर आपकी उम्र 42 से 47 वर्ष के बीच है तो इस समय किस्मत जागेगी। आपका रुतबा बढ़ेगा। 19 फरवरी तक शुभ फलों की प्राप्ति के लिए मन से ईर्ष्या को निकाल दें आगामी चौदह दिनों तक एक भी झूठ ना बोलें। 

चित्रा, स्वाति और विशाखा नक्षत्र
जिन लोगों का जन्म चित्रा, स्वाति और विशाखा नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम प, र या त अक्षर से शुरू होता हो, उनके घर के मुखिया को 19 फरवरी तक अपने ऊपर थोड़ा ध्यान बनाकर रखना चाहिए। आपको इस दौरान कुछ नए आविष्कार से फायदा होगा। आपकी संतान के करोड़पति बनने का रास्ता खुलेगा। साथ ही कुआ या हैंडपंप लगवाना लगवाना शुभ रहेगा। 19 फरवरी तक जीवन में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिये किसी प्रग्याचक्षु को आदर सहित भोजन खिलाएं। और शरीर पर सोना धारण करें ऐसा करने से घर के मुखिया परेशानियों से बचे रहेंगे।.

अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल या पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र 
जिन लोगों का जन्म अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल या पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में हुआ हो और जिनके नाम का पहला अक्षर न, य, भ, ध या फ हो, उन लोगों को 19 फरवरी तक आर्थिक रूप से मजबूती लगातार बढ़ेगी। कोई नया स्रोत अचानक प्रकट होकर आपकी पूंजी को बढ़ा देगा। अतः 19 फरवरी तक पैसों के मामले में किसी भी तरह की अशुभ स्थिति से बचने के लिये और शुभ स्थिति सुनिश्चित करने के लिये अत्यंत वृद्धा स्त्री का आशीर्वाद लेना चाहिए और नारियल मंदिर में चढ़ाना चाहिए। ऐसा करने से आपको आर्थिक रूप से किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

उत्तराषाढ़ा या श्रवण नक्षत्र
जिन लोगों का जन्म उत्तराषाढ़ा या श्रवण नक्षत्र में हुआ हो और जिनका नाम ज या ख अक्षर से शुरू होता हो, उन लोगों को 19 फरवरी तक अपनी सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत है। इस दौरान आपका स्वास्थ्य थोड़ा गड़बड़ा सकता है। आपको किसी तरह का डर भी सता सकता है। अतः 19 फरवरी तक किसी भी तरह के भय या डर से बचने के लिये और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाये रखने के लिये - आपको सूर्यदेव को जल चढ़ाना चाहिए और घर की पश्चिम दीवार पर रौशनी कम रखनी चाहिए।

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