
पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां एक गर्ल्स हॉस्टल में पिज्जा मंगाने पर चार छात्राओं को एक महीने के लिए हॉस्टल से सस्पेंड कर दिया गया। इसके लिए बाकायदा एक नोटिस भी जारी की गई और छात्राओं से जवाब मांगा गया। जवाब देने के लिए छात्राओं को टाइम भी दिया गया। हालांकि कोई जवाब नहीं दे पाने के बाद चार छात्राओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है। वहीं अब ये मामला सामने आने के बाद से लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है।
6 फरवरी को जारी किया गया था नोटिस
दरअसल, पूरी घटना महाराष्ट्र के पुणे की है। यहां सोशल वेलफेयर हॉस्टल से चार छात्राओं को केवल इस वजह से एक महीने के लिए निकाल दिया गया, क्योंकि उन्होंने ऑनलाइन पिज्जा ऑर्डर किया था। ये पूरी घटना पुणे के मोशी स्थित सोशल वेलफेयर हॉस्टल की बताई जा रही है। मोशी स्थित सोशल वेलफेयर हॉस्टल को सोशल जस्टिस डिपार्टमेंट द्वारा संचालित किया जाता है। बताया जा रहा है कि हॉस्टल की वार्डन मीनाक्षी नरहरे को सूचना मिली थी कि छात्राओं के एक कमरे में ऑनलाइन पिज्जा ऑर्डर किया गया था, जिसके लिए बाकायदा 6 फरवरी को एक नोटिस जारी किया गया था।
कमरे में मिला था पिज्जा का खाली डिब्बा
पिज्जा मंगाने को लेकर जारी किए गए नोटिस में लिखा था, "रूम नंबर 218 में 30 जनवरी 2024 को पिज्जा ऑर्डर करने के संदर्भ में"। आगे नोटिस में लिखा गया कि जांच के दौरान पता चला कि कमरे में डोमिनोज के खाली डब्बे पड़े हुए थे। जिसका मतलब है कि बाहर से लाकर सामान खाया गया और ऐसा करना अनुशासन के विरुद्ध है। कमरे में मौजूद चारों लड़कियों से पूछताछ हुई, लेकिन सभी ने इस बात से इनकार कर दिया है। अगर आप लोगों ने दो दिनों के भीतर यह नहीं बताया कि बाहर से पिज्जा लेकर कौन आया तो 8 तारीख को चारों को एक महीने के लिए हॉस्टल से सस्पेंड कर दिया जाएगा। वहीं अब नोटिस जारी किए जाने के बाद हॉस्टल प्रशासन की तरफ से यह कार्रवाई की गई है।
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