मुंबई। ब्रिटेन के बैंक एचएसबीसी ने उसके वैश्विक परिचालन में भारत स्थित कार्यालयों से मदद करने वाले 150 कर्मचारियों को नौकरी से हटा दिया है। बैंक ने कहा कि उसने वैश्विक स्तर पर अपने परिचालन को नये सिरे से व्यवस्थित करने की प्रक्रिया के तहत यह कदम उठाया है। इससे पहले जर्मनी के डॉयचे बैंक ने भी वैश्विक परिचालन में भारत से मदद करने वाले कर्मचारियों की छंटनी शुरू की थी। कर्मचारियों की नौकरी जाने की ये घटनाएं ग्लोबल आर्थिक मंदी के तौर पर देखी जा रही हैं।
सूत्रों ने बताया कि वैश्विक स्तर पर एचएसबीसी के कर्मचारियों की संख्या 2.38 लाख है। वैश्विक परिचालन को नये सिरे से व्यवस्थित करने के उसके इस कदम से 150 से कम कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। बैंक सूत्रों के अनुसार, मुख्य रूप से पुणे और हैदराबाद में बैंक के मध्य प्रबंधन स्तर के कर्मचारियों को हटाया गया है। भारत में बैंक के बैक आफिस में कार्यरत कर्मचारियों की संख्या 15,000 है।
इस बारे में एचएसबीसी के प्रवक्ता ने कहा कि बैंक लगातार अपने श्रमबल की समीक्षा करता है जिससे उपभोक्ताओं और अन्य हितधारकों को बेहतर सेवाएं दी जा सकें। सूत्रों ने कहा कि कई कारणों से बैंक में नौकरियां प्रभावित हुई हैं। इनमें परियोजना, व्यक्तिगत प्रदर्शन के अलावा कर्मचारियों की संख्या अधिक होना भी है। एक मीडिया रिपोर्ट में गुरुवार को कहा गया है कि बैंक के इस कदम से 200 नौकरियां प्रभावित होंगी।