मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज पीएनबी के 11,400 करोड़ रुपए घोटाला मामले में नीरव मोदी और उनके ग्रुप के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 523 करोड़ रुपए मूल्य की संपत्तियों को जब्त किया है, इसमें एक पेंटहाउस और फार्महाउस भी शामिल है। अचल संपत्ति को कुर्क करने की यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने कहा कि उसने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत संपत्ति को जब्त करने का प्रोविजनल आदेश जारी किया है। ईडी ने बताया कि मुंबई के वर्ली में समुद्र महल अपार्टमेंट में तीन फ्लैट को मिलाकर बनाया गया 81.16 करोड़ रुपए कीमत वाला एक पेंटहाउस और 15.45 करोड़ रुपए का एक फ्लैट भी कुर्क किया गया है।
नीरव मोदी और उनकी कंपनियों के नियंत्रण वाली 21 अचल संपत्तियों, जिनका बाजार मूल्य 523.72 करोड़ रुपए है, को जब्त किया गया है। इनमें 6 रिहायशी संपत्ति, 10 ऑफिस, पुणे में दो फ्लैट, एक सोलर पावर प्लांट, अलीबाग में एक फार्म हाउस और अहमदनगर जिले के कर्जट में 135 एकड़ जमीन शालिम हैं।
इससे पहले ईडी ने इससे पहले रत्न, हीरे, आभूषण, शेयर, बैंक जमा और महंगी कारों को जब्त किया था। ईडी की इस ताजी कार्रवाई के बाद इस मामले में अब तक कुल 6,393 करोड़ रुपए मूल्य की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं। ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि जब्त की गई सभी संपत्तियों का अलग-अलग मूल्यांकन किया जाएगा।
ईडी ने नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी और मोदी के मामा एवं गीतांजलि जेम्स के प्रवर्तक मेहुल चोकसरी को 26 फरवरी को सवालों के जवाब देने के लिए उपस्थित होने का नोटिस दिया है।