
असम के शिवसागर जिले में कच्चे तेल के कुएं से हो रहा गैस का रिसाव रुकने का नाम नहीं ले रहा है। तमाम कोशिशों के बाद भी अभी तक इस कुएं से गैस का रिसाव नहीं रुक पाया है। जिसके बाद अब इस कच्चे तेल के कुएं को बंद करने का फैसला किया गया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) शिवसागर जिले में कच्चे तेल के कुएं को स्थायी रूप से बंद करेगी। इस कुएं से पिछले नौ दिनों से लगातार गैस का रिसाव हो रहा है।
प्लान ए और बी फेल होने के बाद लागू किया जाएगा प्लान सी
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओएनजीसी ने गैस के रिसाव को रोकने के लिए पहले ही दो आपात उपाय किए हैं लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। उन्होंने कहा, ‘‘ आमतौर पर ओएनजीसी और ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) इस तरह के रिसाव को रोकने के लिए चार आपात उपाय अपनाते हैं। ओएनजीसी ने पहले ही प्लान A और B को लागू कर दिया है, लेकिन उन्हें इन दोनों ही प्लान से कोई सफलता नहीं मिली।’’सीएम ने कहा कि पावर सेक्टर की प्रमुख कंपनी अब प्लान C लागू करेगी, जिसके तहत पूरे कुएं को स्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा।
कब शुरू होगा कुएं को बंद करने का काम
शिवसागर जिले में कच्चे तेल के कुएं को बंद करने के लिए आज शाम तक अमेरिकी एक्सपर्ट यहां पहुंच जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ कुएं को बंद करने का काम कल से शुरू होगा और अमेरिकी एक्सपर्ट के परामर्श से ये काम किया जाएगा। उम्मीद है कि अगले चार या पांच दिन में ये काम पूरा हो जाएगा।’’ हिमंत विश्व शर्मा ने कहा कि बहुत कोशिश और सटीकता के साथ कई तरीकों की खोज करने के बाद, ओएनजीसी अब रिसाव को रोकने के लिए ज्यादा व्यावहारिक और सुरक्षित रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है।
12 जून को हुआ था विस्फोट
उन्होंने कहा, ‘‘जमीनी स्तर की तैयारियां लगभग 50 प्रतिशत पहले ही पूरी हो चुकी हैं। हमारी प्राथमिकता रिसाव को रोकना और आसपास रहने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।’’ ये विस्फोट 12 जून को भटियापार के बारीचुक स्थित ओएनजीसी के रुद्रसागर तेल क्षेत्र के रिग नंबर एसकेपी 135 के कुआं नंबर आरडीएस 147ए में हुआ था। पब्लिक सेक्टर की ‘महारत्न’ कंपनी की ओर से एक प्राइवेट फर्म एसके पेट्रो सर्विसेज कुएं का संचालन कर रही थी।