Friday, May 23, 2025
Advertisement
  1. Hindi News
  2. पैसा
  3. बिज़नेस
  4. सरकार ने 'आधार' के इस तरह इस्तेमाल को दे दी मंजूरी, इन ऐप के जरिये सर्विस मिलना होगा आसान

सरकार ने 'आधार' के इस तरह इस्तेमाल को दे दी मंजूरी, इन ऐप के जरिये सर्विस मिलना होगा आसान

फेस ऑथेंटिकेशन को निजी संस्थाओं के ग्राहक-सामने वाले ऐप में भी एकीकृत किया जा सकता है, जो कभी भी कहीं भी ऑथेंटिकेशन को सक्षम करेगा।

Edited By: Sourabha Suman @sourabhasuman
Published : Feb 27, 2025 22:55 IST, Updated : Feb 27, 2025 22:55 IST
फेस ऑथेंटिकेशन को निजी संस्थाओं के ग्राहक-सामने वाले ऐप में भी एकीकृत किया जा सकता है।
Photo:FILE फेस ऑथेंटिकेशन को निजी संस्थाओं के ग्राहक-सामने वाले ऐप में भी एकीकृत किया जा सकता है।

सरकार ने गुरुवार को निजी संस्थाओं के मोबाइल ऐप में आधार-सक्षम फेस ऑथेंटिकेशन को इंटीग्रेट करने की परमिशन दे दी है। सरकार ने कहा कि इसका मकसद ऐप के जरिये ग्राहकों के लिए सेवाओं तक पहुंच को आसान बनाना है। पीटीआई की खबर के मुताबिक, एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह प्रक्रिया इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय यानी Meity द्वारा शुरू किए गए आधार सुशासन पोर्टल के जरिये आधार प्रमाणीकरण के लिए निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया के हिस्से के रूप में आसान होगी।

कभी भी कहीं भी ऑथेंटिकेशन को सक्षम करेगा

खबर के मुताबिक, पोर्टल एक संसाधन-समृद्ध गाइड के रूप में काम करेगा, और सर्टिफिकेशन चाहने वाली संस्थाओं के लिए विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया या SOP प्रदान करेगा कि कैसे आवेदन करें और आधार प्रमाणीकरण के लिए कैसे शामिल हों। बयान में कहा गया है कि फेस ऑथेंटिकेशन को निजी संस्थाओं के ग्राहक-सामने वाले ऐप में भी एकीकृत किया जा सकता है, जो कभी भी कहीं भी ऑथेंटिकेशन को सक्षम करेगा। मंत्रालय ने आधार ऑथेंटिकेशन रिक्वेस्ट के लिए अनुमोदन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए आधार सुशासन पोर्टल लॉन्च किया है, जो निजी संस्थाओं के लिए विशिष्ट आईडी सत्यापन तंत्र की पहुंच को बहाल करने वाले संशोधन के बाद है।

फैसले लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता होगी

आधिकारिक बयान के अनुसार, जनवरी 2025 के अंत में अधिसूचित संशोधन में परिकल्पित आधार प्रमाणीकरण के दायरे के विस्तार से जीवन को और अधिक आसान बनाने और अपनी पसंद की नई सेवाओं तक परेशानी मुक्त पहुंच की सुविधा मिलने की उम्मीद है। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म (swik.meity.gov.in) सुशासन (सामाजिक कल्याण, नवाचार, ज्ञान) संशोधन नियम, 2025 के लिए आधार प्रमाणीकरण के बाद प्रभावी हो जाता है, जिसे आधार (वित्तीय और अन्य सब्सिडी, लाभ और सेवाओं का लक्षित वितरण) अधिनियम, 2016 के तहत जनवरी 2025 के आखिर में अधिसूचित किया गया था। यह संशोधन फैसले लेने की प्रक्रिया में पारदर्शिता और समावेशिता को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए किया गया है।

आधार प्रमाणीकरण सेवा का लाभ मिल सकेगा

सरकार ने 31 जनवरी को आधार अधिनियम में एक संशोधन को अधिसूचित किया, ताकि निजी संस्थाओं को अपनी सेवाएं देने के लिए आधार सर्टिफिकेशन का इस्तेमाल करने की परमिशन मिल सके। बयान में कहा गया है कि संशोधन सरकारी और गैर-सरकारी दोनों संस्थाओं को इनोवेशन को सक्षम बनाने, ज्ञान के प्रसार, निवासियों के जीवन को आसान बनाने और उनके लिए सेवाओं तक बेहतर पहुंच को सक्षम करने जैसे संबंधित विशिष्ट उद्देश्यों के लिए सार्वजनिक हित में विभिन्न सेवाएं प्रदान करने के लिए आधार प्रमाणीकरण सेवा का लाभ उठाने में सक्षम बनाता है।

परेशानी मुक्त सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे

बयान में कहा गया है कि नया संशोधन आधार संख्या धारकों को आतिथ्य, स्वास्थ्य सेवा, क्रेडिट रेटिंग ब्यूरो, ई-कॉमर्स खिलाड़ियों, शैक्षणिक संस्थानों और एग्रीगेटर सेवा प्रदाताओं सहित कई क्षेत्रों से परेशानी मुक्त सेवाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाता है। बयान में कहा गया है कि सेवा प्रदाता भी कर्मचारियों की उपस्थिति, ग्राहक ऑनबोर्डिंग, ई-केवाईसी सत्यापन, परीक्षा रजिस्ट्रेशन आदि सहित कई चीजों के लिए इसे मददगार पाएंगे।

Latest Business News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Business News in Hindi के लिए क्लिक करें पैसा सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement