मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से सफर करना अब पहले से और भी ज्यादा आसान होने जा रहा है। एयरपोर्ट ने डिजीयात्रा और गैर-डिजीयात्रा यात्रियों दोनों के लिए यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अपने अत्याधुनिक डिजिटल गेटवे कार्यक्रम का एक महत्वपूर्ण विस्तार किया है। इसने टर्मिनल एंट्री पॉइंट (ई-गेट) को 24 से बढ़ाकर 68 कर दिया है, जो देश में कर्बसाइड/लैंडसाइड पर ई-गेट की सबसे अधिक संख्या है।
टर्मिनल्स की बढ़ जाएगी क्षमता
खबर के मुताबिक, इस विस्तार से हवाई अड्डे की प्रोसेसिंग क्षमता बढ़कर टर्मिनल 2 (T2) पर प्रति घंटे 7,440 यात्री और T1 पर 2,160 हो जाएगी, जो वर्तमान क्षमता से तीन गुना अधिक है। डिजिटल गेटवे की शुरुआत के साथ कर्बसाइड पर प्रतीक्षा समय एक मिनट से भी कम हो गया है। सीएसएमआईए के प्रवक्ता ने कहा कि हम CSMIA में अपने डिजिटल गेटवे प्लेटफ़ॉर्म पर अपनी डिजीयात्रा सुविधा के महत्वपूर्ण विस्तार की घोषणा करते हुए उत्साहित हैं।
सुरक्षित और निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करने की पहल
प्रवक्ता ने कहा कि यह पहल अग्रणी तकनीकी प्रगति के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाती है जो यात्री अनुभव को बेहतर बनाती है। ई-गेट्स की संख्या बढ़ाकर और उन्नत बायोमेट्रिक सिस्टम को एकीकृत करके, हम अपने सभी यात्रियों के लिए तेज, सुरक्षित और निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सीएसएमआईए का डिजिटल गेटवे टेक्नोलॉजी, प्रोसेस एक्सीलेंस, बड़े डेटा एनालिटिक्स और डिजाइन सोच के लाभों को एक शानदार यात्री अनुभव प्रदान करने के लिए जोड़ता है।
टी2 और टी 1 पर बढ़ी सुविधा
यहां, टर्मिनल एंट्री पॉइंट्स की संख्या अब 24 से बढ़कर 68 हो गई है, जो बिना किसी बड़े सिविल कार्य की जरूरत के सिर्फ एडवांस टेक्नोलॉजी के माध्यम से हासिल की गई है। टी2 पर डिजिटल गेटवे अब 28 समर्पित डिजीयात्रा ई-गेट्स के साथ-साथ 28 समर्पित गैर-डिजीयात्रा ई-गेट्स प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, टर्मिनल 1 (टी1) में 6 समर्पित डिजीयात्रा ई-गेट्स और 6 गैर-डिजीयात्रा ई-गेट्स हैं, जो हवाई अड्डे की समग्र क्षमता और यात्री अनुभव को और बढ़ाते हैं।