नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने कैब सर्विस प्रोवाइडर रैपिडो के साथ पार्टनरशिप की है। नोएडा एयरपोर्ट ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए और उन्हें बेहतर ट्रांसपोर्टेशन प्रदान करने के लिए ये पार्टनरशिप की है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और रैपिडो के बीच हुए इस समझौते के तहत, यात्रियों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट कैम्पस में रैपिडो की खास पिक-अप लोकेशन रहेंगे, जहां से यात्री अपनी राइड ले सकेंगे। इसके अलावा, यहां यात्रियों की मदद के लिए कर्मचारी और स्पष्ट दिशा-निर्देश संकेतक भी रहेंगे। इससे यात्रियों को एयरपोर्ट के अराइवल गेट से रैपिडो पिक-अप पॉइंट तक आसानी से पहुंचने में मदद मिलेगी।
पूरे दिल्ली-एनसीआर से डायरेक्ट कनेक्ट होगा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा, ''रैपिडो के साथ हमारी पार्टनरशिप हमें ऐप-बेस्ड मॉबिलिटी ऑप्शन प्रदान करने में सक्षम बनाती है जो सभी के लिए सुविधाजनक और आसान हैं। यात्रियों को सुविधाजनक, तकनीक-सक्षम सेवाओं का लाभ मिलेगा जो एयरपोर्ट के पारिस्थितिकी तंत्र में अच्छी तरह से एकीकृत हैं।'' बताते चलें कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को पूरे दिल्ली-एनसीआर से डायरेक्ट कनेक्ट करने के लिए अलग-अलग ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर काफी काम किया जा रहा है।
एयरपोर्ट का 80 प्रतिशत काम हो चुका है पूरा
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले के जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट इस साल नवंबर तक सेवाएं शुरू कर सकता है। एयरपोर्ट का 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और बाकी के बचे हुए कामों को तेजी से पूरा किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि करीब 3296 एकड़ में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट होगा। इस एयरपोर्ट के शुरू होने से न सिर्फ नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और आसपास के लोगों को फायदा होगा, बल्कि नोएडा से सटे दिल्ली और फरीदाबाद के इलाकों में रहने वाले लोगों को भी इसका पूरा फायदा मिलेगा।



































