
संयुक्त राष्ट्र के जलवायु प्रमुख साइमन स्टील ने भारत को एक ‘सौर महाशक्ति’ कहा है। उन्होंने भारत से एक महत्वाकांक्षी जलवायु योजना विकसित करने का आग्रह किया है, जो पूरी इकोनॉमी में फैली हुई हो। उन्होंने कहा है कि ग्लोबल क्लीन एनर्जी सेक्टर में उछाल का फायदा उठाने से भारत की आर्थिक उन्नति को गति मिलेगी। एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने भारत आए स्टील ने जलवायु परिवर्तन को कम करने के लिए भारत के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जहां कुछ सरकारें केवल बातें करती हैं, वहीं ‘भारत काम करता है।’ उन्होंने कहा, “भारत पहले से ही एक सौर महाशक्ति है, 100 गीगावाट से अधिक सौर ऊर्जा स्थापित करने वाले केवल चार देशों में से एक है। देशभर के गांवों में 2018 तक बिजली पहुंचा देने के साथ ही एनर्जी की पहुंच बढ़ रही है।”
अब अगला कदम उठाने का समय
स्टील ने कहा, “अब अगला कदम उठाने का समय है, जिससे भारत के 1.4 अरब लोगों तथा अर्थव्यवस्था को और भी बड़े लाभ प्राप्त होंगे। भारत पहले से ही इस दिशा में दृढ़ता से आगे बढ़ रहा है, लेकिन ग्लोबल क्लीन एनर्जी बूम को और भी मजबूती से अपनाने से भारत की आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।” स्टील ने कहा कि भारत के पास एक ऐसा अवसर है, जो केवल कुछ ही देशों के पास है। यह है रिन्यूएबल एनर्जी कैपेसिटी के सैकड़ों गीगावाट को तैनात करने की महत्वाकांक्षी योजनाओं को साकार करना, हरित औद्योगिकीकरण की एक नई लहर का नेतृत्व करना, महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों का विकास, विस्तार और निर्यात करना।’
भारत के पास है अवसर
उन्होंने कहा कि विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जलवायु योजनाओं का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है। संयुक्त राष्ट्र जलवायु प्रमुख ने कहा कि भारत के नेताओं के पास समग्र अर्थव्यवस्था में औद्योगिक रणनीतियों को गहरा करने का एक दुर्लभ अवसर है, जो तेजी से विकासशील दक्षिण एशियाई राष्ट्र को क्लीन एनर्जी और इंडस्ट्री में एक प्रमुख शक्ति बना देगा।