नई दिल्ली। सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार में तेज गिरावट दर्ज हुई है। चीन की रियल एस्टेट कंपनी के कर्ज संकट की वजह से निवेशकों के बीच अनिश्चितता बढ़ गई है। फेडरल रिजर्व की बैठक को लेकर निवेशक पहले से ही सतर्क रुख अपना रहे हैं। सोमवार को भारतीय बाजारों में भी करीब 1 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी।
कैसे रहा अमेरिकी बाजारों में कारोबार
अमेरिकी बाजारों में सोमवार बीते कई महीनों में सबसे नुकसान का सत्र साबित हुआ। एसएंडपी और नैस्डेक में मई के बाद की सबसे तेज गिरावट दर्ज हुई। वहीं डाओ में जुलाई के बाद सबसे ज्यादा नुकसान देखने को मिला। मंगलवार के कारोबार में डाओजोंस 1.8 प्रतिशत यानि 614 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं एसएंडपी 500 में 1.7 प्रतिशत और नैस्डैक में 2.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई। कारोबार के दौरान बैंक और एनर्जी सेक्टर को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। गोल्डमैन सैक्स और जेपी मॉर्गन दिन में सबसे ज्यादा नुकसान दर्ज करने वाले स्टॉक रहे। अमेरिकी सरकार ने भी बयान दिया है कि वो चीन की कंपनी की आर्थिक स्थिति पर नजर रख रहे हैं, हालांकि सरकार ने ये भी कहा है कि कंपनी का अधिकांश कारोबार चीन में ही केन्द्रित है।
क्या है गिरावट की वजह
शेयर बाजार में गिरावट की मुख्य वजह चीन की रियल एस्टेट कंपनी evergrande का कर्ज संकट है। कंपनी को 300 अरब डॉलर के कर्ज को संभालने में मुश्किल आ रही है। कंपनी को गुरुवार को मार्च 2022 के बॉन्ड के लिये 8.3 करोड़ डॉलर के ब्याज का भुगतान करना है। वहीं 29 सितंबर को मार्च 2024 के बॉन्ड पर 4.75 करोड़ डॉलर के ब्याज का भुगतान करना है। अगर कंपनी इनपर ब्याज का भुगतान दी गई तारीख के एक महीने के अंदर नहीं करती तो वो बॉन्ड के लिये डिफॉल्ट घोषित हो जायेगी। इससे अर्थव्यवस्था को लेकर एक नई आशंका हावी हो सकती है।