देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 17 हजार करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। एलआईसी घरेलू शेयर बाजार में सबसे बड़ा संस्थागत निवेशक है। उसने यह खरीदारी ऐसे समय पर की जब शेयर बाजार में तेजी माहौल था और बड़ी संख्या में खुदरा निवेशक और घरेलू संस्थागत निवेशक बाजार में निवेश कर रहे थे। वैसे एलआईसी बाजार चढ़े या गिरे, बाजार में निवेश करना जारी रखती है।
किसने कितना किया निवेश
अप्रैल-जून की अवधि में म्यूचुअल फंडों ने 1.1 लाख करोड़ रुपये, बीमा कंपनियों ने 5,035 करोड़ रुपये और बैंकों ने 628 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीदारी की। खुदरा निवेशकों ने 39,278 करोड़ रुपये की खरीदारी की है। हालांकि, विदेशी निवेशकों ने तिमाही के दौरान 8,495 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। इससे पहले एलआईसी ने जनवरी-मार्च तिमाही में 44,500 करोड़ रुपये और अक्टूबर-दिसंबर (2023) तिमाही में 6,260 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे थे।
11 नये शेयरों को शामिल किया
जानकारी के अनुसार, एलआईसी की ओर से जून तिमाही में अपने पोर्टफोलियो में 11 नये शेयरों को शामिल किया और पहले से मौजूद 89 शेयरों में हिस्सेदारी बढ़ाई। जून तिमाही के आखिर में एलआईसी के पोर्टफोलियो में 321 शेयर थे। संयुक्त रूप से इनकी वैल्यू 15.71 लाख करोड़ रुपये थी। मार्च तिमाही के आखिर में एलआईसी के पोर्टफोलियो में 333 कंपनियां थीं, जिनकी वैल्यू करीब 14.29 लाख करोड़ रुपये थी।
इन शेयरों में बढ़ाई अपनी हिस्सेदारी
आंकड़ों के मुताबिक, एलआईसी ने इन्फोसिस, एलटीआई मांइडट्री, एल एंड टी, एशियन पेंट्स, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक और ऑयल इंडिया जैसे शेयरों में हिस्सेदारी बढ़ाई है। वहीं, टाटा पावर, सीमेंस, हिंडालको, भारती एयरटेल, हीरोमोटोकॉर्प और एचडीएफसी एएमसी जैसे शेयरों में हिस्सेदारी घटाई है। वहीं, आरईसी, डालमिया भारत, पूनावाला फिनकॉर्प, इंडिया टूरिज्म डेवलपमेंट और टेक्समैको रेल एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड के साथ अन्य कंपनियों को पोर्टफोलियो में पहली बार जोड़ा है।
इनपुट: आईएएनएस