बैंक एफडी में रिटर्न की गारंटी होती है और मूल राशि सुरक्षित रहती है। हालांकि कॉर्पोरेट एफडी आमतौर पर बढ़े हुए जोखिम के कारण बैंक एफडी की तुलना में अधिक ब्याज दरें प्रदान करते हैं।
पोस्ट ऑफिस की टाइम डिपॉजिट स्कीम एक बेस्ट योजना है। इस स्कीम में आप निवेश कर बैंकों के एफडी के मुकाबले ज्यादा ब्याज पा सकते हैं।
बैंक एफडी और कॉरपोरेट एफडी दूसरा अंतर सुरक्षा होती है। बैंक एफडी में 5 लाख रुपये तक का इंश्योरेंस दिया जाता है। अगर बैंक डूब जाता है तो एफडी कराने वाले निवेशक को पैसा दिया जाता है।
आरबीआई द्वारा रेपो रेट घटाने के बाद बैंकों ने एफडी पर ब्याज घटाई है। इससे एफडी पर अब पहले के मुकबाले कम रिटर्न मिलेगा।
अगले पल होने वाली अनहोनी के बारे में कोई नहीं जानता। भगवान न करें, अगर आपके साथ कोई अनहोनी हो जाए और आप इस दुनिया में रहें तो आपके परिवार का क्या होगा? यही वजह है कि बैंक अकाउंट, एफडी, म्यूचुअल फंड्स, स्टॉक्स जैसे तमाम ऐसेट क्लास के लिए नॉमिनी बनाना बहुत जरूरी है।
पब्लिक सेक्टर का सबसे बड़ा बैंक- SBI अपने ग्राहकों को अमृत वृष्टि एफडी स्कीम पर सामान्य ग्राहकों को 7.25 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 7.75 प्रतिशत का ब्याज दे रहा है।
Bank FD और RD में निवेश करने पर इनकम टैक्स की धारा 80TTB के तहत अधिकतम 50,000रुपये की छूट मिलती है।
पंजाब नेशनल बैंक और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सहित कई बैंकों ने इस महीने एफडी में ब्याज दरों में बदलाव कर दिए हैं।
Year Ender 2023: ये वर्ष एफडी निवेशकों के नाम रहा। 2023 में एफडी ब्याज दरों में बड़ा उछाल देखने को मिला है। इसकी वजह आरबीआई का रेपो रेट बढ़ाना है।
High Interest Rate on Bank FD: इंडियन बैंक और आईडीबीआई बैंक की अधिक ब्याज देने वाली एफडी में निवेश करने की अंतिम तारीख 31अक्टूबर है। स्पेशल एफडी पर बैंक की ओर से 8 प्रतिशत तक का ब्याज दिया जा रहा है।
बैंक सीनियर सिटीजन (senior citizens FD scheme) को सामान्य लोगों के मुकाबले 0.50 प्रतिशत ज्यादा ब्याज ऑफर करते हैं। इनके लिए यह स्कीम पहले के मुकाबले और भी ज्यादा रिटर्न देगा।
लंबी अवधि के लिए एफडी में निवेश करने वाले निवेशकों को अपनी जमा राशि को निवेश करने के सही समय को लेकर सबसे बड़ी दुविधा का सामना करना पड़ता है। यदि वे इसे अभी बुक करते हैं और ब्याज दरें और बढ़ जाती हैं, तो उन्हें अतिरिक्त ब्याज दर का नुकसान हो सकता है।
आरबीआई द्वारा रेपो रेट बढ़ाने के बाद अधिकांश बैंक एफडी पर 7 फीसदी से लेकर 9 फीसदी तक का ब्याज दे रहे हैं। इसके चलते इन दिनों बहुत सारे लोग एफडी में निवेश कर रहे हैं। अगर आप भी एफडी में निवेश कराने जा रहे हैं तो पहले रिसर्च कर ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
फाइनेंशियल एक्सपर्ट का कहना है कि निवेशकों को अलग-अलग टाइम फ्रेम के अनुसार निवेश करना चाहिए। इससे शानदार रिटर्न भी मिलता है और पैसे की किल्लत भी नहीं होती है।
आज हम आपको बैंक एफडी और टाइम डिपॉजिट अकाउंट स्कीम्स से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को बतलाने वाले हैं, जिसके बाद आप सही जगह निवेश कर पायेंगे।
अक्सर हम FD में पैसा लगाने के लिए ब्याज दरें ही देखते हैं। लेकिन हमें टैक्स पर भी ध्यान देना चाहिए। सीमा से अधिक एफडी पर ब्याज मिलने पर आपको टैक्स भी देना होता है, जो कि आपका रिटर्न घटा सकता है
Higher Return: पैसों को अलग-अलग स्कीम में निवेश कर इसे बढ़ाना ही एक बेहतर निवेदक की पहचान है। नए लोगों के लिए निवेश कर इसके जरिए प्रॉफिट कमा पाना काफी मुश्किल होता है। बैंक FD और म्यूचुअल फंड में से किसमें निवेश बेहतर है?
हम ऐसे बैंकों की जानकारी दे रहे हैं जो अभी भी 7 दिन से लेकर 10 साल तक की एफडी पर 7 प्रतिशत से अधिक की ब्याज दर पेश कर रहे हैं।
अगर आप दो से तीन साल के फिक्स्ड डिपॉजिट कराने की सोच रहें हैं तो प्राइवेट बैंक ही बेहतर होगा। दो से तीन साल के एफडी पर फिलहाल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में ब्याज दर 6-7 फीसदी है।
Bank FD Return: सरकार की कोशिश जनता के हर वर्ग को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनाने की होती है। केंद्र सरकार हमेशा अपने इस प्रयास को जनता के आखिरी हिस्से तक पहुंचाने का काम करती है। छोटे निवेशक को कम पैसे लगाकर अच्छा रिटर्न देने के लिए सरकार कुछ स्कीम लाई है। आइए जानते हैं।
लेटेस्ट न्यूज़