विदेशी बाजारों में सोना नुकसान के साथ 1,960 डॉलर प्रति औंस रह गया जबकि चांदी भी गिरावट के साथ 23.09 डॉलर प्रति औंस रही।
सोने की कीमत में आज एक बार फिर बदलाव देखने को मिला। विदेशी संकेतों के चलते सराफा बाजार में सोने के दाम 63600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए
विदेशी बाजारों में सोना गिरावट के साथ 1,957 डॉलर प्रति औंस रह गया जबकि चांदी भी नुकसान के साथ 23.32 डॉलर प्रति औंस रह गई।
2000 Rupee Notes Gold Rate: भारत में अधिकांश परिवारों के पास सोने के गहने हैं। सोना को लोग संकट का साथी मानते हैं। बता दें कि बाजार में हर रोज सोने की कीमतों में बदलाव होता रहता है।
विदेशी बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,967 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था, जबकि चांदी की कीमत 23.88 डॉलर प्रति औंस थी।
रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट श्रीराम अय्यर ने कहा कि बुधवार को कॉमेक्स सोने की कीमतों में डॉलर की मजबूती के कारण कमजोरी देखी गई।
पिछले कारोबारी सत्र में सोना 61,280 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 175 रुपये घटकर 74,075 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई।
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के मुताबिक, गोल्ड ईटीएफ से मार्च में 266 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई थी।
विदेशी बाजार में सोना और चांदी तेजी के साथ क्रमश: 2,023 डॉलर प्रति औंस और 24.26 डॉलर प्रति औंस पर चल रहे थे।
Foriegn Reserve of India: पाकिस्तान की तुलना में भारत के पास काफी अधिक विदेशी मुद्रा भंडार है। आइए जानते हैं कि आंकड़े क्या कहते हैं? फिलहाल पाकिस्तान में आर्थिक स्थिति काफी खराब है।
वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बृहस्पतिवार को सोने का भाव 330 रुपये के नुकसान के साथ 61,370 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया।
पिछले कारोबारी सत्र में सोना 61,850 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था। हालांकि, चांदी की कीमत 120 रुपये की तेजी के साथ 77,800 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
विदेशी बाजार में सोना बढ़त के साथ 2,024 डॉलर प्रति औंस और चांदी गिरावट के साथ 25.45 डॉलर प्रति औंस पर चल रही थी।
India is called 'Golden Bird': भारत में सोने की भंडार में बढ़ोतरी के साथ इससे मिलने वाले रिटर्न में भी उछाल देखा गया है। आइए जानते हैं कि हमने इस बात का जिक्र क्यों किया है कि भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था?
हालांकि, बीते वित्त वर्ष में चांदी का आयात 6.12 प्रतिशत बढ़कर 5.29 अरब डॉलर पर पहुंच गया। सोने के आयात में भारी गिरावट के बावजूद देश के व्यापार घाटे को कम करने में मदद नहीं मिली है।
विदेशी बाजारों में सोना तेजी के साथ 2,039.50 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि चांदी बढ़कर 25.50 डॉलर प्रति औंस पहुंच गयी।
शाह ने कहा, कीमती धातुओं की कीमतों में तेजी मुख्य रूप से यूएस-फेड के फैसले के चलते हुई। साथ ही ऋण सीमा, और धीमी आर्थिक वृद्धि के बारे में चिंताओं के कारण डॉलर और सोने/चांदी की कीमतों पर असर पड़ा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोना और चांदी दोनों तेजी के साथ क्रमश: 2,015 डॉलर प्रति औंस और 25.34 डॉलर प्रति औंस पर चल रहे थे।
भारत में, शादी विवाह के मौसम की मांग के कारण कीमतें अब तक के उच्चतम स्तर पर कारोबार कर रही हैं। सोना एक सुरक्षित ठिकाना माना जाता है और अक्सर अनिश्चितता और मंदी, अर्थव्यवस्था में मंदी के समय में निवेश को आकर्षित करता है।
चांदी की कीमत 730 रुपये के उछाल के साथ 75,700 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
लेटेस्ट न्यूज़