अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर दिन-रात काम चल रहा है। गुजरात के वडोदरा जिले में विश्वामित्री नदी पर पुल का निर्माण पूरा कर लिया गया है।
रेल मंत्री ने कहा कि गूगल मैप ऐप मुंबई और अहमदाबाद के बीच यात्रा का समय 9 घंटे दिखाता है, लेकिन बुलेट ट्रेन से लोग ये दूरी सिर्फ 2 घंटे और 7 मिनट में पूरा कर सकेंगे।
गुजरात में यह बुलेट ट्रेन स्टेशन स्थानीय आम के बागों से प्रेरित डिजाइन में तैयार किया जा रहा है। फिलहाल स्टेशन पर आर्किटेक्चरल फिनिशिंग और MEP (मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल और प्लंबिंग) से संबंधित कार्य प्रगति पर हैं।
भावनगर टर्मिनस पर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट को लेकर जानकारी देते हुए मंत्री ने कहा कि मुंबई और अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार से चलेगी।
E10 बुलेट ट्रेन, E5 की तुलना में सुविधा, सुरक्षा और टेक्नोलॉजी के मामले में बड़ा सुधार है, जो यात्रियों को शानदार अनुभव देने वाली आधुनिक सुविधाएं हैं।
पटरियां बिछाने, ओवरहेड इलेक्ट्रिकल वायरिंग, स्टेशनों और पुलों का काम तेजी से चल रहा है। महाराष्ट्र में भी निर्माण कार्य ने गति पकड़ी है। साथ ही संचालन और कंट्रोल सिस्टम की खरीद की प्रक्रिया भी सुचारू रूप से चल रही है।
इस ग्रुप में दिनेशचंद्र आर. अग्रवाल इंफ्राकॉन प्राइवेट लिमिटेड के अलावा, सीमेंस लिमिटेड और सीमेंस मोबिलिटी जीएमबीएच भी शामिल हैं।
नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) भारत के पहले हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर के निर्माण का काम कर रहा है। 508 किलोमीटर तक फैली इस परियोजना पर 1.2 अरब डॉलर से ज्यादा खर्च होने की उम्मीद है।
भारत ने अपने पहले बुलेट ट्रेन रूट के लिए E5 ट्रेनों को चलाने की योजना बनाई थी, जिसकी टॉप स्पीड 320 किमी प्रति घंटा है।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन वायडक्ट पर लगाए जा रहे शोर अवरोधक उन्नत शिंकानसेन तकनीक पर आधारित हैं। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन वायडक्ट पर लगाए जा रहे नॉयज ब्लॉकर एडवांस शिंकानसेन टेक्नोलॉजी पर आधारित हैं।
बीईएमएल ने कहा कि ये प्रोजेक्ट भारत की हाई-स्पीड रेल के लिए मील का पत्थर साबित होगी, जिसमें 280 किलोमीटर प्रति घंटे की टेस्टिंग स्पीड के साथ पहली स्वदेशी रूप से डिजाइन की गई मेड इन इंडिया ट्रेन सेट शामिल हैं।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए बताया है कि स्टेशनों के निर्माण में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है और समुद्री सुरंग पर काम शुरू हो गया है। इसी सुरंग से ट्रेन ठाणे से मुंबई पहुंचेगी।
यदि जमीन अधिग्रहण में और देर होती है तब ऐसी स्थिति में रेल मंत्रालय ने गुजरात के वापी तक ही बुलेट ट्रेन को पहले चरण में चलाने की योजना बनाई है।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन ने 24 सितंबर को अहमदाबाद-मुंबई बुलेट रेल परियोजना के लिए करीब 1.08 लाख करोड़ रुपए की बोलियों को खोला था।
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का किराया करीब 3000 रुपए होगा। नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) के एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
मुंबई से अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर लंबी बुलेट ट्रेन परियोजना का काम देख रहे एनएचएसआरसीएल द्वारा शनिवार को मैंग्रोव पेड़ों की कटाई के संबंध में बयान आने के कुछ घंटे बाद पीएमओ ने मामले में ग्रीन एक्टिविस्ट्स की अर्जी पर्यावरण विभाग के पास भेजी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की समय सीमा पार कर चुकी है। अब तक आवश्यक 1,380 हेक्टेयर भूमि में से सिर्फ 39 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की समय सीमा पार कर चुकी है। अब तक आवश्यक 1,380 हेक्टेयर भूमि में से सिर्फ 39 प्रतिशत भूमि का अधिग्रहण किया गया है।
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआरसीएल) ने आज बताया कि अहमदाबाद-मुंबई बुलेट रेल परियोजना के मल्टी-मॉडल साबरमती टर्मिनल के निर्माण के लिए 16 घरेलू कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है।
मुंबई और अहमदाबाद के बीच प्रस्तावित बुलेट ट्रेन की सवारी के लिए यात्रियों को 250 रुपए से लेकर 3000 रुपए के बीच किराये का भुगतान करना होगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह किराया दूरी पर निर्भर करेगा।
लेटेस्ट न्यूज़