भारतीय रेल की यह पहल यात्री अनुभव को बेहतर बनाने, धोखाधड़ी को रोकने और साइबर सुरक्षा के मानकों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।
प्रोजेक्ट का डीपीआर तैयार होने के बाद रक्सौल-काठमांडू रेल प्रोजेक्ट के तहत लाइन बिछाने के लिए टेंडर जारी होंगे और फिर लाइन बिछाने का काम शुरू होगा।
इंडिगो की फ़्लाइट सर्विस में रुकावट से देशभर में यात्रियों का भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में लोगों को कुछ और विकल्प मिल सके, उत्तर रेलवे ने यह पहल की है।
रेलवे मंडल में चल रहे विकास एवं आधुनिकीकरण से जुड़े काम-काज के चलते रेलवे ने यह फैसला लिया है। अगर आपको भी इस रूट पर आगामी दिनों में सफर करना है तो अपनी ट्रेन का स्टेटस जरूर चेक कर लें।
दक्षिण रेलवे ने पैसेंजर्स से अपील किया है कि वे लेटेस्ट अपडेट देखें और उसी के अनुसार अपनी यात्रा की योजना बनाएं।
भारतीय रेल ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए, उन्हें खाने-पीने की चीजों से जुड़े अनुभव को बेहतर बनाने के उद्देश्य से 'प्रीमियम ब्रांड कैटरिंग आउटलेट्स' पॉलिसी को मंजूरी दी है।
भारत में जब भी आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर या लग्जरी ट्रैवल की बात होती है, तो ज्यादातर लोगों की नजरें दिल्ली, मुंबई या बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों पर जाती हैं। लेकिन हैरानी की बात है कि देश का पहला प्राइवेटली मैनेज्ड रेलवे स्टेशन न तो किसी मेट्रो सिटी में है, न ही किसी आईटी हब में बल्कि मध्य प्रदेश की शहर में है।
राजधानी एक्सप्रेस भारतीय रेल की सबसे प्रीमियम और प्रतिष्ठित ट्रेनों में से एक है। यह ट्रेन नई दिल्ली से 20 बजकर 40 मिनट पर चलती है।
सफर के दौरान अगर ट्रेन की लोअर बर्थ खाली रह जाता है तो जिन्हें शुरू में मिडिल या अपर बर्थ अलॉट की गई होगी, उन वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांग व्यक्तियों और गर्भवती महिलाओं को प्राथमिकता दी जाती है।
विश्व सार्वजनिक परिवहन दिवस हमें यह याद दिलाता है कि सार्वजनिक परिवहन सिर्फ यात्रा का माध्यम नहीं, बल्कि स्वच्छ पर्यावरण, ऊर्जा संरक्षण और सामाजिक एकता की दिशा में एक मजबूत कदम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 नवंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस नई वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाएंगे। ट्रेन का संचालन सप्ताह में छह दिन किया जाएगा। हर बुधवार को ट्रेन नहीं चलेगी।
भारत में हर रेलवे स्टेशन का नाम कोई ऐतिहासिक, कोई भौगोलिक या किसी महान व्यक्ति के नाम पर होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि देश में एक ऐसा रेलवे स्टेशन भी है जिसका कोई नाम ही नहीं है?
देशभर के रेलवे जोन यात्री सुरक्षा, सुविधा और ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर विशेष तैयारियों में जुटे हैं। रेलवे ने आम यात्रियों को इस मौके पर विशेष तौर पर सावधान करते हुए अपनी देखभाल करने की अपील की है।
आईआरसीटीसी की वेबसाइट में तकनीकी खराबी पिछले साल भी दिवाली धनतेरस से पहले आई थी। आज हालांकि, कुछ घंटों के बाद फिर से वेबसाइट ने काम करना शुरू कर दिया है।
रेलयात्री लंबे समय से कंबल और उसकी सफाई को लेकर लगातार शिकायतें करते रहे हैं। यह कदम रेलवे के यात्री सेवा सुधार के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।
देशभर में हजारों फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों के परिचालन के बावजूद लोगों को टिकट के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। कई यात्रियों के सामने फेस्टिवल में अपनों के पास पहुंचना चुनौती भरा साबित हो रहा है।
दोनों शहरों के बीच चलने जा रही इस फेस्टिवल स्पेशल वंदे भारत ट्रेन के जरिये यात्रियों को सफर का एक आरामदायक विकल्प दिया गया है।
यात्रियों को राहत देने के लिए, भारतीय रेल एक नई नीति ला रहा है। मौजूदा समय में तारीख बदलने के लिए यात्री को पुराना टिकट रद्द करना होता है, जिस पर रद्दीकरण के समय के आधार पर शुल्क लगता है, और फिर नया टिकट बुक करना पड़ता है।
ये परियोजनाएं चार राज्यों महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और छत्तीसगढ़ के 18 जिलों को कवर करेंगी। इन परियोजनाओं से लगभग 3,633 गांवों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिनकी आबादी लगभग 85.84 लाख है।
रेलवे बोर्ड के अनुसार, इस ट्रेन के चलने से आगरा और कानपुर में बनाए गए लॉजिस्टिक केंद्र से आसपास के क्षेत्रों का माल इकट्ठा कर ट्रेन में भेजना आसान और तेज हो जाएगा।
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