एक साल पहले की इसी अवधि में यह 94.4 लाख टन रहा था। इस दौरान देश में चीनी के प्रमुख उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में उत्पादन पहले के एक करोड़ 26.5 लाख टन से घटकर 1.05 करोड़ टन रह गया
आपको बता दें कि प्रोडक्शन कम होने और मांग अधिक होने से वैश्विक बाजार में चीनी कीमत 6 साल की रिकाॅर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है।
Farmers News: गन्ना किसानों के लिए खुशखबरी आई है। यूपी सरकार ने किसानों के भुगतान के लिए राशि जारी कर दी है। आइए जानते हैं कि सरकार ने क्या कहा है?
Sugar Export: भारत सरकार ने निर्यातकों को कुछ नियम के साथ चीनी विदेशों में बेचने की अनुमति दे दी है। यह मंजूरी सिर्फ मई के अंत तक ही दी गई है।
जानाकरों का कहना है कि सरकार के इस फैसले से चीनी की कीमत आम आदमी की पहुंच में रखने में मदद मिलेगी।
World's Largest Sugar Producer: भारत दुनिया का सबसे बड़ा चीनी उत्पादक और उपभोक्ता और दूसरे सबसे बड़े निर्यातक के रूप में उभरा है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, चीनी मिलों ने विपणन वर्ष 2021-22 (अक्टूबर-सितंबर) में अबतक 90 लाख टन चीनी के निर्यात का अनुबंध किया है।
इस्मा के आंकड़ों के अनुसार, अधिक गन्ना उत्पादन और बेहतर उपज के कारण इस साल अक्टूबर, 2021 से 15 मार्च, 2022 के बीच चीनी उत्पादन नौ प्रतिशत बढ़कर 283.26 लाख टन हो गया।
इस बारे में भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि चीनी क्षेत्र के लिये जारी भारत के किसी भी मौजूदा नीतिगत उपायों पर विश्व व्यापार संगठन की समिति के निष्कर्षों का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन छह लाख टन से बढ़कर 8.91 लाख टन हो गया। कर्नाटक में उत्पादन 5.66 लाख टन से बढ़कर 7.62 लाख टन पर पहुंच गया
चीनी व्यापार संघ के मुताबिक चीनी मिलों ने वर्ष 2021-22 के मार्केटिंग वर्ष में अब तक बिना सरकारी सब्सिडी के 18 लाख टन चीनी निर्यात करने का अनुबंध किया है।
डीसीएम श्रीराम अजबापुर में 50 करोड़ रुपये के निवेश के साथ अपनी जल्द शुरू होने वाली 120 किलोलीटर प्रतिदिन क्षमता वाली डिस्टलरी के लिए 260 किलो लीटर प्रतिदिन की क्षमता का ग्रेन अटैचमेंट बनाएगी।
पाकिस्तान में चीनी के डीलर्स ने गैर-कानूनी तरीके से चीनी की कालाबाजारी शुरू कर दी है। इससे कीमतों में तेजी से उछाल आया है।
इससे पहले जुलाई 2021 में इस्मा ने 3.1 करोड़ टन चीनी के उत्पादन का प्रारंभिक अनुमान दिया था। एक अक्टूबर तक देश में 82.9 लाख टन चीनी का शुरुआती स्टॉक मौजूद है।
पिछले साल देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से होटल और रेस्तरां बंद होने के कारण चीनी की खपत में गिरावट आई है।
दिवाली के अवसर पर सरकार 10 किलो चावल और 2 किलो चीनी वितरित करेगी। इस फैसले का आज ऐलान किया गया है। इसका लाभ परिवार कार्ड धारकों को दिया जाएगा।
ऐस्ता ने कहा कि विपणन वर्ष 2020-21 (अक्टूबर से सितंबर) में कुल निर्यात में से, 70.6 लाख टन चीनी का निर्यात किया जा चुका है, जबकि लगभग 1,66,335 टन चीनी की लदान की जा रही है।
फिलहाल बंदरगाहों पर 2 लाख टन से ज्यादा चीनी निर्यात के लिये रखी है, ऐसे में अनुमान है कि मौजूदा शुगर सीजन में कुल एक्सपोर्ट 70 लाख टन को पार कर जायेगा।
अफगानिस्तान, भारतीय चीनी निर्यात के लिए शीर्ष तीन गंतव्यों में से एक है। वहां हर वर्ष लगभग छह-सात लाख टन चीनी का निर्यात किया जाता है।
चीनी मिलों की नकदी स्थिति में सुधार के लिए चीनी का न्यूनतम बिक्री मूल्य मौजूदा 31 रुपये से बढ़ाकर 34.5-35 रुपये प्रति किलोग्राम किया जाना चाहिए।
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