शेयर बाजार में ट्रेड करने वालों के लिए बड़ी खबर है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने ऐलान किया है कि वह 8 दिसंबर 2025 से इक्विटी डेरिवेटिव (F&O) सेगमेंट में प्री-ओपन सेशन की शुरुआत करने जा रहा है।
यह पहली बार नहीं है जब MCX को इस तरह की तकनीकी रुकावट का सामना करना पड़ा हो। इस साल जुलाई 2025 में भी एक्सचेंज को इसी तरह की समस्या आई थी।
शेयर बाजार में F&O ट्रेडिंग करने वाले इन्वेस्टर्स के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) बड़ा बदलाव करने जा रही है। NSE ने Nifty 50, Nifty Bank, Nifty Financial Services और Nifty Mid Select इंडेक्स के लॉट साइज को घटाने का फैसला किया है।
अपने लेन-देन और डीमैट होल्डिंग्स का रेगुलर आधार पर प्रिंटेड रिकॉर्ड रखें और महीने में एक बार या कम से कम तिमाही में एक बार उनका मैच करें।
ज्वाइंट अकाउंटहोल्डर के साथ डीमैट खाता खोला जा सकता है। हालांकि, कोई नाबालिग डीमैट खाते में संयुक्त धारक नहीं हो सकता। डीमैट खाते में प्रतिभूतियां रखने के लिए कोई न्यूनतम शेषराशि की जरूरत नहीं है।
3-इन-1 डीमैट अकाउंट में आमतौर पर कोई न्यूनतम शेष राशि की जरूरत नहीं होती है। इसलिए, यह ज्यादा लचीलापन, आसान एक्सेस और सुविधा प्रदान करता है। यह वित्तीय समावेशन को प्रोत्साहित करता है।
ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट अकाउंट के बीच मुख्य अंतर स्वामित्व है। सिर्फ आपके स्वामित्व वाली संपत्ति या सिक्योरिटीज ही डीमैट खाते में आ सकती हैं। यही कारण है कि इंट्राडे ट्रेड और F&O ट्रेड ट्रेडिंग खाते में होते हैं, लेकिन डीमैट खाते में दिखाई नहीं देते हैं।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने 16 दिसंबर, 2024 को सोशल मीडिया पोस्ट और एक शिकायत के बाद भारत ग्लोबल डेवलपर्स के खिलाफ जांच शुरू की थी।
ऑनलाइन सेटलमेंट से पहले, धोखाधड़ी या फर्जी डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल कर मालिकों की कॉपी करने के कई मामले थे, लेकिन डीमैट खाते के बाजार में आने के बाद, होल्डिंग्स को जाली बनाना या किसी का कॉपी करना असंभव हो गया।
यूपीआई ब्लॉक सिस्टम के तहत ग्राहक अपने बैंक खातों में ब्लॉक की गई राशि के आधार पर शेयर बाजार में लेनदेन कर सकते हैं। यह सुविधा वर्तमान में निवेशकों के लिए वैकल्पिक है और ट्रेडिंग सुविधा देने वाली फर्म के लिए इसे ग्राहकों को सेवा के रूप में पेश करना जरूरी नहीं है।
पहले, इक्विटी अकाउंट जीरोधा ब्रोकिंग लिमिटेड के तहत खोले जाते थे, जबकि कमोडिटी खातों का प्रबंधन जीरोधा कमोडिटीज लिमिटेड के तहत किया जाता था। ग्राहकों को हर खाते में अलग-अलग धनराशि जमा करने की जरूरत होती थी।
यह इक्विटी नकदी बाजार में मौजूदा टी+1 निपटान चक्र के अतिरिक्त होगा। पूंजी बाजार नियामक सेबी तीन महीने और छह महीने के आखिर में प्रगति की समीक्षा करेगा और अगली कार्रवाई पर फैसला करेगा।
आपको बता दें कि इतिहास में पहली बार कल शनिवार को शेयर बाजार खुलेगा। इसकी वजह यह है कि इस ट्रेडिंग सेशन के जरिये स्टॉक एक्सचेंज डिजास्टर रिकवरी साइट का ट्रायल किया जाएगा। यानी अगर कभी कोई साइबर अटैक होता है या आपात स्थिति आ जाती है तो रेगलुर बीएसई और एनएसई विंडो को दूसरे साइट पर आसानी से लाइव शिफ्ट किया जा सके।
निवेशक आमतौर पर अपना इंट्राडे मुनाफा बुक करते हैं, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो।
इन्वेस्टर रिस्क रिडक्शन एक्सेस (IRRA) प्लेटफॉर्म 3 अक्टूबर, 2023 से सभी एक्सचेंजों में ट्रेडिंग सदस्यों के लिए उपलब्ध होगा।
शेयर बाजार ने पाया कि वाघमारे निवेशकों से उनके ‘यूजर आईडी’ और ‘पासवर्ड’ साझा करने के लिए कहकर उनके ट्रेडिंग खातों को संचालित करने की पेशकश भी कर रहा था।
आठ अक्टूबर को रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा का ऐलान होगा वहीं टीसीएस के दूसरी तिमाही के नतीजे भी आएंगे। सप्ताह के दौरान सेवा पीएमआई के आंकड़े भी आने हैं।
मेटल सेक्टर में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली है। वही एफएमसीजी सेक्टर में दबाव देखने को मिला है। दिग्गज स्टॉक्स में एचडीएफसी बैंक 2.19 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज 0.72 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ
विदेशी बाजारों से मिले नकारात्मक संकेतों से बाजार में दबाव रहा, हालांकि फार्मा और मेटल स्टॉक्स में आई खरीदारी की मदद से इंडेक्स का नुकसान सीमित ही रहा
RIL में सीमित गिरावट से इंडेक्स की बढ़त सीमित रही। वहीं मेटल सेक्टर इंडेक्स 3.14 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ है। फार्मा सेक्टर इंडेक्स 2.8 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुआ।
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