जयपुर: राजस्थान सरकार ने बाड़मेर जिले के बाखासर थानाक्षेत्र के एक सरकारी स्कूल के अध्यापक को तीसरी कक्षा के बच्चे की पिटाई करने के मामले में बुधवार को निलंबित कर दिया। पुलिस ने बच्चे की पिटाई किए जाने की घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्वत: संज्ञान लेते हुए छोटा हाथला गांव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के अध्यापक गणपत पातलिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
टीचर ने छात्र को बुरी तरह पीटा था
थानाधिकारी विशन सिंह ने बताया कि अध्यापक ने तीसरी कक्षा के आठ वर्षीय छात्र को सोमवार को थप्पड़ मारा था, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए मंगलवार शाम को आरोपी अध्यापक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। उन्होंने बताया कि बच्चे की मेडिकल जांच कराई गई है और उसके और परिजनों के बयान दर्ज करने के बाद आरोपी के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई की जायेगी।
शिक्षा मंत्री ने दिए थे कार्रवाई के आदेश
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद राजस्थान के स्कूल शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी मामले में विभाग के अधिकारियों को कठोर कार्रवाई के निर्देश दिये थे। दिलावर ने एक्स पर लिखा, ‘‘इस पूरी घटना को गंभीरता से लेते हुए इस कृत्य में शामिल प्रत्येक दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों से बातचीत कर उन्हें आवश्यक दिशानिर्देश दिए गए हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारी सरकार के कार्यकाल में राजस्थान के स्वर्णिम भविष्य के आधार स्तंभ बच्चों के साथ किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
डीएम ने लिखा छात्रों और उनके अभिभावकों को पत्र
उधर, विद्यार्थियों की आत्महत्या के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कोटा के जिलाधिकारी डॉ.रविंदर गोस्वामी ने राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (एनईईटी) और संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी करने वाले छात्रों और उनके माता-पिता को अलग-अलग पत्र लिखा और कई साल पहले प्री-मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) में असफल होने का अपना उदाहरण दिया। आईएएस अधिकारी बनने से पहले गोस्वामी एमबीबीएस डॉक्टर (एमबीबीएस) थे। गोस्वामी ने मंगलवार को लिखे पत्र में कहा कि असफलता सुधार करने और उसे सफलता में बदलने का एक अवसर है।
इनपुट-भाषा