
Vaishakh Purnima 2025 Upay: 12 मई को वैशाख पूर्णिमा मनाई जाएगी। हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का खास महत्व है। इस दिन स्नान-दान और पूजा पाठ करने से कई गुना अधिक पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। वैशाख पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी और विष्णु जी की पूजा का विधान है। साथ ही इस दिन सत्यनारायण की कथा करना भी अत्यंत फलदायी माना जाता है। इसके अलावा वैशाख पूर्णिमा के दिन इन कामों को करने से घर पर मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है और कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है।
पीपल पेड़ की पूजा
वैशाख पूर्णिमा के दिन पीपल पेड़ की पूजा करना बहुत ही लाभकारी माना गया है। इस दिन पीपल पेड़ की पूजा करने से देवी-देवताओं और पितृ का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसके साथ ही अन्य लाभ भी मिलते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सुबह के समय पीपल में ब्रह्मा, विष्णु और महेश तीनों देवताओं का निवास होता है। वहीं दिन के समय इसमें मां लक्ष्मी का वास होता है, जिससे घर में सुख-समृद्धि आती है।
पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को अर्घ्य दें
वैशाख पूर्णिमा की रात चंद्रमा को कच्चे दूध में चीनी मिलाकर अर्घ्य दें। इस उपाय को करने से सभी तरह के दोष से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही घर में बिना वजह के हो रहे वाद-विवाद और झगड़े भी खत्म हो जाएंगे। पूर्णिमा के दिन इस उपाय को करने से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है।
वैशाख पूर्णिमा के दिन इन चीजों का करें दान
वैशाख पूर्णिमा के दिन अन्न,जल, फल, वस्त्र, चावल और दूध का दान करें। इसके अलावा पूर्णिमा के दिन जूता और छाता दान करना भी लाभकारी माना गया है।वैशाख पूर्णिमा के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद को इन चीजों का दान करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भंडार सदैव धन-धान्य से भरा रहता है।
विष्णु जी और मां लक्ष्मी की करें पूजा
वैशाख पूर्णिमा के दिन विधि-विधान के साथ भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करें। ऐसा करने से घर में सुख-सौभाग्य और संपन्नता बनी रहती है। तो वैशाख पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी और विष्णु जी की विधिपूर्वक पूजा जरूर करें।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इंडिया टीवी इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है। इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है।)
ये भी पढ़ें-
Nirjala Ekadashi 2025: निर्जला एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा? यहां जानें सही डेट, शुभ मुहूर्त और महत्व