Tuesday, May 07, 2024
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Navratri Vastu Tips: नवरात्रि में इन वास्तु नियमों का करें पालन, हर समस्या होगी दूर, घर में आएंगी खुशियां

Navratri Vastu Tips: नवरात्रि के पर्व के दौरान भक्त माता के नौ रूपों की पूजा करते हैं। माता की पूजा के दौरान कुछ वास्तु नियम भी हैं जिनका पालन करना बेहद आवश्यक माना जाता है। आज हम आपको इन्हीं नियमों के बारे में जानकारी देंगे।

Naveen Khantwal Written By: Naveen Khantwal
Published on: April 05, 2024 22:20 IST
Chaitra Navratri- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Chaitra Navratri

Chaitra Navratri 2024: नवरात्रि का पावन पर्व 9 अप्रैल 2024 से शुरू होने जा रहा है। इस दौरान माता के नौ रूपों की उपासना की जाती है। माता की कृपा प्राप्त करने के लिए इस दौरान आपको वास्तु के कुछ नियमों का भी पालन करना चाहिए। आज हम आपको अपने इस लेख में नवरात्रि से जुड़े वास्तु के इन्हीं नियमों के बारे में बताएंगे, इन नियमों का अगर आप पालन करते हैं तो आपके घर में खुशियां आती हैं। 

इस दिशा में करें कलश स्थापना 

वास्तु के अनुसार माता की पूजा और कलश स्थापना के लिए ईशान कोण सबसे शुभ होता है। उत्तर-पूर्व दिशा को ईशान कोण कहा जाता है और इसे देवी-देवाताओं की दिशा भी कहते हैं। इसलिए इस दिशा में कलश स्थापित करने से और यहां बैठकर माता की पूजा करने से आपको शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसलिए आप भी अपने घर के ईशान कोण में ही माता का कलश स्थापित करें। इससे पूजा में आपका मन भी लगता है और शुभ फलों की भी प्राप्ति होती है। 

पूजा की जगह न हों ये चीजें 

जिस कमरे में या जिस स्थान पर आप माता की पूजा आराधना करने वाले हैं वहां जूते-चप्पल, रद्दी, कूड़ा, खाने-पीने की चीजें आपको नहीं रखनी चाहिए। ऐसा करने से मन की शांति भंग होती है और पूजा में आपका मन नहीं लगता। 

इस जगह बनाएं स्वास्तिक का चिह्न

स्वास्तिक को हिंदू धर्म में पवित्र चिह्न माना जाता है। इसलिए नवरात्रि के दौरान आपको अपने घर के मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक का चिह्न अंकित करना चाहिए। वास्तु के अनुसार, स्वास्तिक का चिह्न बनाने से नकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करती। साथ ही इस चिह्न के प्रभाव से ईश्वर का आशीर्वाद भी आपको प्राप्त होता है। 

नवरात्रि के दौरान लगाएं बंदनवार 

नवरात्रि के दौरान आपको घर के मुख्य दरवाजे पर बंदनवार लगाना चाहिए। वास्तु के अनुसार, आम या अशोक के पत्तों से बने बंदनवार को घर के मुख्य दरवाजे पर बांधने से सकारात्मकता का घर में वास होता है और इससे माता भी प्रसन्न होती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार स्वास्तिक के बिना कोई भी पूजा पूरी नहीं होती।  

बाल और नाखून काटने से करें परहेज

नवरात्रि के दौरान पुरुषों को दाढ़ी और बाल काटने से परहेज करना चाहिए और साथ ही घर के किसी भी सदस्य को नाखून नहीं काटने चाहिए। ऐसा करना शुभ नहीं माना जाता।

अगर आप नवरात्रि के दौरान वास्तु से जुड़े इन नियमों का पालन करते हैं तो आपकी सारी समस्याओं का अंत होता है। माता आपको सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं और आपके जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं। 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)

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